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शहीद का अंतिम संस्कार: तैयार नहीं हो रहे थे परिजन, ये शर्तें करनी पड़ीं पूरी

नक्सली हमले में शहीद हुए धर्मदेव कुमार का पार्थिव शरीर उनके गांव ठेकहा सुबह पहुंचा, नारों ने वातावरण में जोश भर दिया।

Shashi kant gautam
Published By Shashi kant gautam
Published on: 6 April 2021 12:05 PM GMT
Martyr Dharmadev Kumar
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Martyr Dharmadev Kumar:(Photo-Social Media)

चंदौली: चंदौली जनपद के ठेकहा गांव निवासी शहीद धर्मदेव कुमार के पार्थिव शरीर की अंत्येष्टि के लिए परिजन कई दौर की वार्ता के बाद तैयार हुए। सहमति के बाद,लगभग 5 घंटे की देरी से अंत्येष्टि के लिए शव को मणिकर्णिका घाट के लिए रवाना किया गया।

नक्सली हमले में शहीद हुए थे धर्मदेव कुमार

रविवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सली हमले में शहीद हुए चन्दौली के लाल धर्मदेव कुमार का पार्थिव शरीर उनके गांव ठेकहा सुबह पहुंचा तो देश भक्ति के नारों से वातावरण शहादत का जोश भर दिया। श्रद्धांजलि के बाद परिजन शहीद के सम्मान के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व जनपद के निवासी तथा भारत सरकार के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को मौके पर बुलाने के लिए अड़ गए।

हालांकि शव के पहुंचते ही जनपद के प्रभारी मंत्री रमाशंकर पटेल, स्थानीय विधायक शारदा प्रसाद तथा भाजपा के जिला अध्यक्ष अभिमन्यु सिंह सहित पार्टी के स्थानीय नेता मैजूद रहे। वहीं जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के साथ प्रशासनिक अमला भी डटा रहा।


लगभग 3 राउंड की बात के बाद अंत्येष्टि के लिए तैयार हुए परिजन

लगभग 3 राउंड की बात के बाद परिजन अंत्येष्टि के लिए तैयार हुए। इस दौरान चंदौली के सांसद व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे ने भी फोन से मृतक के पिता से बात कर शहीद के सम्मान में चार चांद लगाने का आश्वासन दिया। परिजनों को मनाने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका क्षेत्र के निवासी व पूर्व अध्यक्ष छत्रबली सिंह तथा वर्तमान अध्यक्ष उनकी पत्नी सरिता सिंह का रहा।

मणिकर्णिका घाट के लिए पार्थिव शरीर रवाना

जिला पंचायत अध्यक्ष रहे पति पत्नी ने अपना प्रभाव दिखा कर अंदर तथा बाहर सभी परिजनों को राजी किया। लगभग 5 घंटे का समय बीतने के बाद अंत्येष्टि के लिए वाराणसी स्थित मणिकर्णिका घाट के लिए पार्थिव शरीर रवाना हुई। इस दौरान शहीद पति व पिता के अंतिम दर्शन के लिए जब पत्नी और पुत्रियां पहुंची तो उनके करुण क्रंदन से माहौल गमगीन हो गया।

परिजनों को दिया गया मुवावजा

जिलाधिकारी संजीव सिंह ने बताया कि सरकार के निर्देशों व शासनादेश के तहत शहीद के परिजनों को मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप सुविधा तत्काल मुहैया करा दिया गया है। पत्नी के खाते में 35 लाख तथा माता व पिता के खाते में साढ़े सात, साढ़े सात लाख रुपये डीबीटी में माध्यम से सोमवार को ही खाते में भेज दिया गया है।

Shashi kant gautam

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