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शहीद शोभित शर्मा का पार्थिव शरीर हापुड़ पंहुचा,श्रद्धांजलि देने उमड़ी भीड़

छत्तीसगढ़ के सुकमा में बम ब्लास्ट में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान शोभित शर्मा का पार्थिव शरीर बुधवार को पहले हापुड़ और इसके बाद उनके पैतृक गांव मुदाफरा में पहुंचा। शहीद जवान के शव को अंतिम विदाई और श्रद्धांजलि देने के लिए जिले के प्रभारी

Anoop Ojha
Published on: 14 March 2018 5:33 PM IST
शहीद शोभित शर्मा का पार्थिव शरीर हापुड़ पंहुचा,श्रद्धांजलि देने उमड़ी भीड़
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शहीद शोभित शर्मा का पार्थिव शरीर हापुड़ पंहुचा,श्रद्धांजलि देने उमड़ी भीड़

अवनीश पाल

हापुड़: छत्तीसगढ़ के सुकमा में बम ब्लास्ट में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान शोभित शर्मा का पार्थिव शरीर बुधवार को पहले हापुड़ और इसके बाद उनके पैतृक गांव मुदाफरा में पहुंचा। शहीद जवान के शव को अंतिम विदाई और श्रद्धांजलि देने के लिए जिले के प्रभारी मंत्री व आला अधिकारी भी यहां मौजूद रहे। इस दौरान परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था। हर कोई शहीद की एक झलक पाने को बेताब दिखा।

शहीद शोभित शर्मा का पार्थिव शरीर हापुड़ पंहुचा,श्रद्धांजलि देने उमड़ी भीड़ शहीद शोभित शर्मा का पार्थिव शरीर हापुड़ पंहुचा,श्रद्धांजलि देने उमड़ी भीड़

हापुड़ में मेरठ रोड स्थित राजीव एंक्लेव निवासी शोभित शर्मा छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा इलाके में सीआरपीएफ की 21वीं बटालियन में तैनात थे। मंगलवार की दोपहर को गश्त के दौरान बारुदी सुरंग की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई थी। तीन दिन पहले ही होली की छुट्टी मनाने के बाद लौटे पुत्र को ताबूत के साथ लौटने पर मां बेसुध थी। पत्नी ज्योति रो रोकर बेहाल थी तो सात साल का बेटा गुमसुम पिता के शव को निहार रहा था।

शहीद शोभित शर्मा का पार्थिव शरीर हापुड़ पंहुचा,श्रद्धांजलि देने उमड़ी भीड़ शहीद शोभित शर्मा का पार्थिव शरीर हापुड़ पंहुचा,श्रद्धांजलि देने उमड़ी भीड़

करीब तीन बजे शहीद की बटालियन के दो सौ जवान पार्थिव शव लेकर घर पहुंचे। सीआरपीएफ के आईजी देवेंद्र सिंह चौहान, डीआईजी थोमस जॉब, कमांडेट सतीश कुमार सहित 16 जवानों ने पारंपरिक रूप से शहीद को सलामी दी। इस दौरान जिले के प्रभारी मंत्री सत्यदेव पचौरी, विधायक विजयपाल आढ़ती, चेयरमैन प्रफुल्ल सारस्वत, डीएम कृष्णा कररूणेश, एसपी हेमंत कुटियाल सहित सैंकड़ों लोगों ने पार्थिव शरीर को पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पार्थिव शरीर को शहीद के पैतृक गांव मुदाफरा ले जाया गया। जहां नम आंखों के बीच शहीद के आठ वर्षीय पुत्र कृष्णा ने मुखाग्नि दी। यहां जवानों ने फायरिंग कर शहीद को सलामी दी।

जब तक सूरज चांद रहेगा, शोभित तेरा नाम रहेगा-जब तक सूरज चांद रहेगा शोभित तेरा नाम रहेगा। इन नारों से मुदाफरा गांव की हर गलीगूंज उठी। श्मशान घाट में मौजूद हर किसी की आंखों में शोभित पर गर्व दिखाई दे रहा था। हर आंख नम थी और किसी न किसी रूप में शोभित को श्रद्धांजलि दे रही थी। शोभित का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे ।



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Anoop Ojha

Anoop Ojha

Excellent communication and writing skills on various topics. Presently working as Sub-editor at newstrack.com. Ability to work in team and as well as individual.

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