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Kanpur Fire: कानपुर मर्केंटाइल बिल्डिंग में भीषण आग, मेट्रो के चार मजदूर झुलसे, 250 मजदूर जान बचाकर दूसरी छतों से भागे
Kanpur Fire: चौथे मंजिल पर आग की लपटें दिखीं। वहीं आग लगने के समय फ्लोर पर मेट्रो में काम करने वाले सैकड़ों मजदूर थे। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप लिया तो सभी मजदूर इधर-उधर भागने लगे।
Kanpur Fire: कानपुर परेड स्थित उर्सला के पीछे मर्केंटाइल बिल्डिंग में देर रात भीषण आग लग गई। इस अग्निकांड में मेट्रो के चार मजदूर झुलस गए। वहीं 250 मजदूरों ने दूसरी छतों से कूदकर जान बचाई। 15 दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और तीन घंटे की मशक्कत के बाद देर रात आग पर काबू पा लिया।
इमारत के मालिक है सुधीर मेहरा
चार मंजिला इमारत के मालिक सुधीर मेहरा हैं। चौथे मंजिल पर आग की लपटें दिखीं। वहीं आग लगने के समय फ्लोर पर मेट्रो में काम करने वाले सैकड़ों मजदूर थे। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप लिया तो सभी मजदूर इधर-उधर भागने लगे। जान बचाने को बगल के मकानों व कुरियाना हाता में कूद गए। लोगों ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी। वहीं सूचना मिलते ही लाटूश रोड सीएफओ कैलाश चन्द्रा चार दमकल की गाड़ियों के साथ पहुंचे। आग का विकराल रूप देख और गाड़ियां मंगाई गईं। फजलगंज, मीरपुर कैंट, कर्नलगंज से भी कई गाड़ियां पहुंचीं।झुलसे मजदूरों को उर्सला अस्पताल भेजा गया। छह थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने फंसे लोगों को बचाने का प्रयास किया। भीषण अग्निकांड को देख आसपास की इमारतों वाले घर छोड़कर सड़क पर आ गए। चौतरफा भीड़ लग गई थी।
40 दुकानें व 12 बड़े गोदाम
इमारत में लगभग 40 दुकानें व 12 बड़े गोदाम हैं। एक कारखाने में डिफेंस की कैप भी बनती है। गोदाम भी आग से नहीं बच सका। दूसरी मंजिल पर कुछ दुकानें राख हो गईं तो तीसरे पर कुछ दुकानें और कारखाना जल गया। चौथे पर कारखाना और सभी दुकानें पूरी तरह से जल गईं।दुकान और गोदाम मालिक अपना माल देखने के लिए मौके पर पहुंचे मगर पुलिस ने उन्हें इमारत में जाने की अनुमति नहीं दी। इलाकाई लोगों के मुताबिक लेबर मार्निंग और नाइट शिफ्ट में काम करते हैं। जिसमें हर समय यहां पर लगभग ढाई सौ मजदूर मौजूद रहता है।
माल देखने को हुई पुलिस से नोक झोंक
पहली मंजिल और बेसमेंट में आग नहीं लगी थी। जिन कारोबारियों की दुकान थी।तो माल देखने को अंदर पहुंचे जहां पुलिस ने रोक दिया। जिसको लेकर पुलिस से नोक झोंक हो गई। व्यापारियों का कहना था कि उन्हें माल निकलाने दिया जाए। वहीं घटना के कारण पुलिस ने गेट पर ही फोर्स लगाकर एंट्री को बैन कर दिया था।
ट्रैफिक हुआ डायवर्जन
पुलिस ने परेड चौराहा और शिवाला की तरफ से रास्ता बंद कर ट्रैफिक डायवर्जन भी करा दिया। रोड पर लोगों की भीड़ मौजूद थी। एसीपी कोतवाली रंजीत कुमार ने बताया ऐसे में ट्रैफिक को चलने की अनुमति देने पर घटना होने की सम्भावना के साथ कानून व्यवस्था भी बिगड़ सकती थी।
आग की सूचना पर 15 दमकलों को भेजा गया है। आग पर काफी हद तक काबू पा लिया गया है। प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट से आग लगने की पुष्टि हुई है। बुझने के बाद इमारत की जांच की जाएगी, तब पता चलेगा कहां लापरवाही हुई है। ये जानकारी दीपक शर्मा सीएफओ ने दी।