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Mathura News: मथुरा जीआरपी पुलिस को मिली बड़ी सफलता, नकली नोट छापने वाला इनामी बदमाश गिरफ्तार
Mathura News: रौनक के कारनामे का खुलासा उस समय हुआ था जब 9 दिसंबर को मथुरा जीआरपी ने तीन लोगों को डेढ़ लाख के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था।
Mathura News: मथुरा जीआरपी पुलिस को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब नकली नोट छापने वाले गैंग का सरगना 25000 का मास्टरमाइंड इनामी बदमाश बनारस में पुलिस के हत्थे चढ़ गया। गैंग के सरगना को पकड़ने में बनारस पुलिस कमिश्नरेट की संयुक्त टीमों की भी अहम भूमिका रही । पुलिस ने इनामी बदमाश रौनक उर्फ मुकेश के कब्जे से 21 हजार रुपये के जाली नोट,अर्द्ध निर्मित जाली नोट, जाली नोट छापने के उपकरण व अन्य सामग्री (अनुमानित कीमत लगभग 7 लाख रुपए है बरामद की है ।
रौनक पर आरोप हे कि वह चीन से भारतीय नोटों में इस्तेमाल होने वाले पेपर को ऑनलाइन मंगवाया करता था और नोटों की बनारस मैं छपाई कर उनकी खपत संगठित गिरोह के माध्यम से किया करता था । रौनक के कारनामे का खुलासा उस समय हुआ था जब 9 दिसंबर को मथुरा जीआरपी ने तीन लोगों को डेढ़ लाख के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था । पुलिस की पूछताछ में निकल कर आया था की गैंग के तार बनारस से लेकर पश्चिम बंगाल के मालदा तक जुड़े हुए थे । पुलिस ने 9 दिसंबर को पकड़े गए लोगों के कब्जे से 1 लाख 50 हजार रुपये के जाली नोट, अर्द्ध निर्मित जाली नोट व नोट छापने का सिक्योरिटी पेपर बरामद किया था और पूछताछ में रौनक का नाम प्रकाश में आया था ।
जीआरपी पुलिस ने इस संबंध में थाना जीआरपी मथुरा जं0 पर पंजीकृत मु0अ0सं0354/2022 धारा-489क/489ख/489ग भादवि में वाँछित/सक्रिय जाली नोटों का अवैध कारोबार करने वाले गिरोह के सरगना एवं अन्य अभियुक्त गण की गिरफ्तारी के लिए 8 टीमों का गठन किया । टीमों ने लगातार दबिश दी और बनारस पुलिस की मदद से गिरोह के सरगना 25000 का इनामी रौनक उर्फ मुकेश को श्रीनगर कालोनी स्थित नवनिर्मित मकान, थाना सारनाथ बनारस से बड़ी संख्या में तैयार जाली नोट, अर्द्ध निर्मित जाली नोट व जाली नोट छापने के उपकरण व अन्य महत्वपूर्ण सामग्री के साथ जाली नोट तैयार करते हुए गिरफ्तार कर लिया । फिलहाल रौनक मथुरा जीआरपी पुलिस की गिरफ्त में है और पुलिस ने बनारस में उस सब सामान को बरामद कर लिया जिसकी मदद से असली सिक्युरिटी पेपर पर नकली नोट छापने का काम जारी था । पुलिस अब नोट छापने के कारोबार को अंजाम देने में इस्तेमाल होने वाले सामान को मथुरा ले आई है।
इनामी बदमाश रौनक से पूछताछ
इस संबंध में एसपी जीआरपी मुस्ताक अहमद ने बताया कि 25 हजार के इनामी बदमाश रौनक ने पूछताछ में बताया कि मैंने प्रिंटिंग कोर्स का डिप्लोमा किया हुआ है और पूर्व में एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था । इसी दौरान मैंने सन साईट कम्पनी में अपना पैसा इन्वेस्ट किया था, जिसमें मुझे हानि हो गयी और मुझपर लोगों का काफी कर्जा हो गया था, जिसे चुकाने के लिये मैं किसी भी प्रकार से ज्यादा पैसा कमाना चाहता था इसी दौरान मेरा सम्पर्क माल्दा पश्चिम बंगाल के नकली नोट बनाने वाले गिरोह, ब्रजेश मौर्या (जो कई बार जेल जा चुका है) से और उसके अन्य साथी जो दिल्ली, मुम्बई, हरियाणा, पटना के रहने वालों से हुआ था। ब्रजेश और उसके सहयोगियों ने मुझे नकली नोट छापने तथा उसमें प्रयोग होने वाले उपकरण आदि की भी जानकारी दी थीl ब्रजेश और माल्दा पश्चिम बंगाल के सहयोगियों के बताये अनुसार मैंने, सिक्योरिटी पेपर तथा सिक्योरिटी थ्रेड GUANGZHOU BONEDRY CO. LTD. चाईना से ऑनलाइन www. Alibaba.com से आर्डर कर, प्रिंटिंग का पूरा सेटअप कोरियर के माध्यम से प्राप्त किया था ।
चीन से कई बार सिक्युरिटी पेपर आने में लेट भी हो जाता था इसलिए चीन की कम्पनी से सिक्युरिटी थ्रेड जिस पर RBI, भारत लिखा रहता था उसका बंडल भी हम लोग मंगा लेते थे और बनारस में सिक्युरिटी पेपर पर सिक्युरिटी थ्रेड और वाटरमार्क भी बना लेते थे । लेकिन इसकी क्वॉलिटी चीन के सिक्युरिटी पेपर से खराब होता था लेकिन मांग ज्यादा होने के कारण इसके भी नक़ली नोट हम लोग बना लेते थे। सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, केमिकल, स्याही और अन्य सामानों का भुगतान ऑनलाइन /ऑफलाइन तरीके से हम लोग करते थे।
हमने रमेश (इंजीनियर) के घर को किराये पर लेकर, अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर नकली नोट छापने लगे और DTDC कोरियर कम्पनी व अपने साथियों के माध्यम से भारत के अलग-अलग राज्यों में नकली नोट सप्लाई करने लगे । इसी बीच मेरी मुलाकात नकली नोट का काम करने वाले कलीमुल्ला व मो0 तकीम से हुई जो नकली नोटों का कार्य माल्दा पश्चिम बंगाल के सनाउल आदि के साथ मिलकर करते थे । ब्रजेश ने मेरी भी मुलाकात सनाउल व उसके सहयोगियों से कराई थी, उन्ही के कहने पर कलीमुल्ला मुझ से नकली नोट लेकर जाने लगा था जिसके बदले वह मुझे सिक्योरिटी पेपर व असली करैंसी लाकर देता था ।
इनामी बदमाश रौनक ने बताया कि गैंग के अन्य लोग तकनीकी रुप से उच्च शिक्षित शातिर किस्म के अपराधी हैं जो ऑनलाइन साइट व अन्य माध्यम से तकनीकी का प्रयोग कर चीन व अन्य जगहों से ऑनलाइन/ऑफलाइन पैमेंट कर कोरियर के माध्यम से जाली करैंसी छापने हेतु आवश्यक सामग्री सिक्योरिटी पेपर, सिक्यॉरिटी थ्रेड,स्याही, कलर, उपकरण आदि सामान को मंगाकर, जाली भारतीय करैंसी की छपाई कर अपने आर्थिक एवं भौतिक लाभ कमाने हेतु जाली करैंसी की सप्लाई के लिये देश के अलग-अलग राज्यों में बडे स्तर पर नेटवर्क स्थापित कर जाली करैंसी का कारोबार करते हैं ।
बरामदगी
1- 500-500 रुपये के 42 जाली नोट (21 हजार रुपये)
2-500-500 रुपये के 04 अर्द्ध निर्मित जाली नोट
3-सिक्योरिटी थ्रिड का रोल
4-01 कम्प्यूटर मय सहवर्ती उपकरण
5-01 यू0पी0एस0
6-01 प्रिन्टर EPSON (हाई क्लास)
7-01 फोटो स्टेट मशीन बडी
8-01 लेमीनेशमन मशीन
9-01 पंचिंग मशीन बडी
10-01पेपर कटर
11- 08 फ्रेम स्लाइडर अलग अलग साईज के
12-10 लकडी के फ्रेम(कैनवास)
13-02 बोर्ड लकडी के
14-03 फ्रेम धातु के
15-जाली नोट छापने के लिये प्रयोग में आने वाले अन्य उपकरण व सामग्री (स्याही,पाउडर, स्क्रीन printing वाटर मार्क आदि)
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम
1.प्रभारी निरीक्षक विकास सक्सेना थाना जीआरपी मथुरा जं0
2.व0उ0नि0 कुलवीर सिंह तरार थाना जीआरपी मथुरा जं0
3.उ0नि0 विनीत कुमार उपाध्याय थाना जीआरपी मथुरा जं0
4.है0का0 रवि शंकर थाना जीआरपी मथुरा जं0
5.कानि0 देवेन्द्र कुमार थाना जीआरपी मथुरा जं0
6.कानि0 भूपेन्द्र सिंह थाना जीआरपी मथुरा जं0
7.प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह S.O.G. वाराणसी मय टीम
8.उ0 नि0 प्रदीप यादव चौकी प्रभारी लालपुर थाना लालपुर पांडेयपुर जनपद वाराणसी
9.उ0नि0 शैलेन्द्र ओझा थाना सारनाथ जनपद वाराणसी
10.का0 देवेन्द्र प्रताप सिंह थाना सारनाथ वाराणसी
की भूमिका सराहनीय रही ।