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Mathura News: हड़ताल पर सफाई कर्मी, नगर आयुक्त के तेवर हुए सख्त
Mathura News: नगर आयुक्त अनुनय झा ने बताया की जो मांगे माने जाने वाली थी उनको माना गया और सफाईकर्मियों को सूचित भी किया गया था ।
Mathura News: धर्म नगरी मथुरा में सफाई कर्मियों ( cleaning workers) की हड़ताल (strike) ने कुछ ही घंटों के अंदर नगर निगम के मेयर डॉ मुकेश आर्य बंधु और नगर आयुक्त अनुनय झा की नींद खोल दी। नगर निगम के अधिकारी ने आनन फानन में एक संयुक्त बयान जारी कर हड़ताल को असंवैधानिक बताया और हड़ताल कर रहे कर्मचारियों को काम पर वापस आने की बात कही ।
नगर आयुक्त अनुनय झा ने बताया की जो मांगे माने जाने वाली थी उनको माना गया और सफाईकर्मियों को सूचित भी किया गया था । लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने एक पत्र 72 घंटे के अल्टीमेटम का एक पत्र दे दिया जिसमें आंदोलन संघर्ष की बात कही जिस पर हमने उनको बुलाकर वार्ता करने हेतु एक आमंत्रण पत्र दिया । लेकिन इस सब के बावजूद सफाई कर्मियों ने हड़ताल कर दी जिसका पत्र भी उन्होंने जारी कर दिया ।
नगर आयुक्त ने दावा किया कि सफाई कर्मियों की हड़ताल गैर संवैधानिक है। क्योंकि जब तक हड़ताल नहीं हो सकती है जब तक की कोई भी वार्ता असफल ना हो जाए, साथ ही उन्होंने कहा कि नगर निगम के कर्मचारी एस्मा के अंतर्गत आते हैं इस सब के बावजूद भी 40 - 50 सफाईकर्मियों ने होली गेट पर धारा 144 लागू होने के बाद एकत्रित होकर नारेबाजी की । वातावरण को दूषित करने का प्रयास किया और इनको जब हमने 11:00 बजे अपने कार्यालय में बुलाया तो लगभग 100 से अधिक लोग आ गए । कार्यालय में घुसकर नारेबाजी करने लगे । हमने उनके प्रतिनिधिमडल को बुलाया तो उन्होंने हमारी बात को ठुकरा दिया और उनकी ऐसी कोई भी मांग नहीं है, जिनको हमने पूरा नहीं किया है। यह बहुत ही खेद जनक बात है जो यह पूरे धार्मिक शहर के माहौल को दूषित कर रहे हैं ।
नगर आयुक्त ने साफ कड़े शब्दों में कहा कि अगर सफाईकर्मी असंवैधानिक हड़ताल से वापस नहीं लौटते हैं तो विधिक धाराओं के अंतर्गत कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने बताया कि इस हड़ताल का नेतृत्व उत्तम चंद सहजना व मनमोहन प्रांतीय उपमहामंत्री कर रहे हैं जो नगर निगम से ही रिटायर्ड बाबू हैं । नगर आयुक्त अनुनय झा ने बताया कि नगर निगम तत्पर व प्रतिबद्ध है नगर वासियों को सही सुविधा देने के लिए लेकिन कुछ ऐसे असामाजिक तत्व हैं जो शहर की छबि को दूषित करना चाह रहे हैं ।
हम उन लोगो को बताना चाहते हैं कि मुख्यमंत्री का उद्देश साफ है कि किसी भी आम जनमानस को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए और नगर निगम भी ऐसा नहीं होने देगा।
हड़ताल को नगर आयुक्त ने क्यों बताया असंवैधानिक
आयुक्त अनुनय झा ने बताया कि उत्तर प्रदेश सफाई कर्मचारी संघ द्वारा कुछ दिन पहले उनकी पांच सूत्रीय मांगों का मांग पत्र मिला था जिसके क्रम में नगर निगम मथुरा वृंदावन ने सभी बिंदुओं पर विचार विमर्श किया और निगम सभी बिंदुओं पर कार्रवाई कर रहा हैं ।
नगर आयुक्त ने बताया की सफाई कर्मियों की मांग थी कि उनको एसीपी दी जाए जिस पर विचार विमर्श के बाद उनकी इस मांग को माना लिया गया है, जिसपर कार्य भी जारी है ।
दूसरी मांग थी कि उनको एरियर मिले ,जिस पर जानकारी की गई ,जानकारी में आया कि कोई एरियर देय उनके लिए है ही नहीं जिसकी जानकारी भी उनको दे दी गई है ।
सफाई कर्मियों की तीसरी मांग थी कि उनको 26 दिन के वेतन की जगह 30 दिन का वेतन मिले जिसकी भी जानकारी उनको दे दी गई ही की सरकार की ओर से ऐसा कोई प्रावधान ही नही है । जहां तक वर्दी का मामला है वहां महिलाओं को वर्दी दी जा रही है और शीत कालीन वर्दी की प्रक्रिया भी विचाराधीन है साथ ही मृतक आश्रित और सेवानिवृत्त होने के जो मामले है उनमें 20 फाइल तैयार हैं उन पर काम कर रहे हैं ।
दरअसल , नगर आयुक्त यह सारी कवायद इस लिए कर रहे ही क्योंकि मथुरा वृंदावन नगर निगम के सफाई कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से शहर की सफाई व्यवस्था पर असर पड़ सकता है। निगम अधिकारी सफाई कर्मचारियों से बात कर हड़ताल खत्म कराने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि निगम अधिकारियों ने हड़ताल पर गए सफाई कर्मचारियों को अल्टीमेटम दिया है। अगर हड़ताली कर्मचारी आज काम पर वापस नहीं आए तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
5 सूत्रीय मांगों को लेकर की हड़ताल
मथुरा वृंदावन नगर निगम के सफाई कर्मचारियों द्वारा 5 सूत्रीय मांगों को लेकर काम बंद हड़ताल शुरू कर दी गई है। मांगें पूरी न होने पर गुस्साए कर्मचारियों ने नारेबाजी कर अपने आक्रोश का इजहार किया। सफाई कर्मचारियों की प्रमुख मांग है कि महिला कर्मचारियों को वर्दी मिले, पुराने कर्मचारियों की एसीपी लगे। आगरा की तरह मथुरा में भी 30 दिन का वेतन मिले।
निगम में हैं 1500 सफाई कर्मचारी
मथुरा वृंदावन नगर निगम में 1500 सफाई कर्मचारी हैं। जिसमें से करीब 350 वृंदावन जॉन में काम करते हैं इसके अलावा 250 अन्य क्षेत्र में। बताया जा रहा है कि हड़ताल पर करीब 400 ही सफाई कर्मचारी हैं। जिनके हड़ताल पर जाने से मथुरा शहर में सफाई व्यवस्था पर असर पड़ सकता है।
सफाई कर्मियों को दिया नोटिस
नगर निगम कार्यालय में हडताल करने वाले कर्मचारियों में 25 डूडा कर्मचारी, 12 स्थायी कर्मचारी एवं 03 संविदा कर्मचारी अपने कार्य से अनुपस्थित रहे। इन सभी कर्मचारियों को अवैध रूप से हडताल करने एवं धारा 144 का उलंघन करने तथा एस्मा अधिनियम का उलंघन करने पर नोटिस जारी किया गया । नगर निगम के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया की गुरुवार को सभी कर्मचारी अपने कार्य पर समय से उपस्थित नहीं होते है तो कर्मियों को सेवा से पृथक करने की कार्यवाही अमल में लायी जायेगी।