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Mathura Video: कान्हा नगरी में जन्म उत्सव के बाद धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ नंद उत्सव मनाया गया

Mathura Video: इस दौरान सोलह सिंगार करने के बाद सखियां अपने कन्हैया को लाड लड़ाने पहुंची इस दौरान यशोदा एवं नंद बाबा बने अपने कान्हा को पालने में झूला रहे थे। और आने वाले भक्तों पर खेल खिलौने लूटा रहे थे ।

Nitin Gautam
Published on: 20 Aug 2022 5:48 PM IST
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Nand Utsav was celebrated in Kanha city Mathura

Mathura Video: कान्हा की नगरी में जन्म उत्सव के बाद आज नंद उत्सव बड़े ही धूमधाम हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मंदिर मंदिर घर-घर में कान्हा को पालने में विराजमान कराया गया ।तो वही उनको अलौकिक श्रृंगार कराया गया। कान्हा के श्रृंगार को देखकर हर कोई भक्त अपने कान्हा को निहार रहा था और बधाई गायन के साथ झूम कर नाच रहा था।

इस दौरान सोलह सिंगार करने के बाद सखियां अपने कन्हैया को लाड लड़ाने पहुंची इस दौरान यशोदा एवं नंद बाबा बने अपने कान्हा को पालने में झूला रहे थे। और आने वाले भक्तों पर खेल खिलौने लूटा रहे थे ।

गोकुल में नंद किला नंद भवन मंदिर में सुबह से ठाकुरजी के जन्मोत्सव और झूला पालना के दर्शन कराए गए। जैसे ही भगवान श्री कृष्ण और बलराम के स्वरूप मंदिर प्रांगण में पहुंचे तो पूरा प्रांगण नंद के आनंद भयौ जय कन्हैया लाल की, गोकुल में मच गयौ हल्ला जायौ यशोदा ने लल्ला, कान्हा की सुनकर आई यशोदा मैया लै लै बधाई के जयकारे गूंज उठे।

उधर वृंदावन के शरणागति आश्रम स्थित श्रीनाथ मंदिर में भी नंदोत्सव मनाया गया । मंदिर महंत रसिया बाबा ने बताया कि कान्हा का जन्म रात को हुआ था और नंद उसत्व दिन में मनाया जाता है ।जब भगवान रात को प्रकट हुए थे तब अकेले की लीला थी लेकिन नंद उत्सव नंद के आंगन में दिन के उजाले में खुशियों के साथ मनाया गया था । भगवान का संदेश साफ है की अकेले में भी भाव से मुझे पा सकते हो और सब के साथ की गई सेवा से मुझे पा सकते हो

ठाकुर जी को माखन-मिश्री, मेवा- आदि का भोग लगाया गया। भगवान के स्वरूपों को ढोले में विराजमान कराकर सेवायत , गोकुल नाथ मंदिर, बीच चौक, मोती बाजार होते हुए नंद उत्सव स्थान नंद भवन धर्मशाला पहुँचे । यहां पर खूब मेवा-मखाने, मिठाई-फल, आभूषण लुटाए गए।

उधर , गोकुल की गलियां आज अपने लाडले लाला के जन्म लेने का उत्सव मना रही हैं। गलियों में बरसे नंदोत्सव के आनंद को लूटने के लिए देश विदेश से हजारों भक्त पहुंचे हैं। भक्त भी नाचकर-गाकर अपने कान्हा के जन्मोत्सव की खुशी मना रहे है। गोकुल की गलियों में दधिकांधा एवं नंदोत्सव की धूम हैं।। कान्हा के प्रगट होने के खुशी में मेघ भी पीछे नही रहे। और भगवान श्री कृष्ण के ब्रज की धरती पर प्रकट होने के बाद जमकर बरसे हैं।

गोकुल में नंद किला नंद भवन मंदिर में सुबह से ठाकुरजी के जन्मोत्सव और झूला पालना के दर्शन कराए गए। जैसे ही भगवान श्री कृष्ण और बलराम के स्वरूप मंदिर प्रांगण में पहुंचे तो पूरा प्रांगण नंद के आनंद भयौ जय कन्हैया लाल की, गोकुल में मच गयौ हल्ला जायौ यशोदा ने लल्ला, कान्हा की सुनकर आई यशोदा मैया लै लै बधाई के जयकारे गूंज उठे।

कृष्ण बलराम के स्वरूप को देखने के लिए श्रद्धालु लालायित दिखे और उनके दर्शन कर अपने आप को धन्य किया। यशोदा मैया के लाला होने की खुशी में आज गोकुल नगर में घर-घर में खुशी का माहौल है और घर-घर में लोगों के यहां पकवान पूरी हलवा व अन्य मिठाईयां बनकर वितरण की जा रही है और लोग खुशी से नाच गा रहे हैं और झूम रहे हैं।

ठाकुर जी को माखन-मिश्री, मेवा- आदि का भोग लगाया गया। भगवान के स्वरूपों को ढोले में विराजमान कराकर सेवायत , गोकुल नाथ मंदिर, बीच चौक, मोती बाजार होते हुए नंद उत्सव स्थान नंद भवन धर्मशाला पहुँचे । यहां पर खूब मेवा-मखाने, मिठाई-फल, आभूषण लुटाए गए।

हर कोई कान्हा के जन्म का उत्सव मना रहा था। कान्हा के आने की खुशी में पूरी तरह सराबोर था हर तरफ खुशियां ही खुशियां ही खुशियां दिख रहीं हैं।

वही गोकुल चेयरमैन संजय दीक्षित ने बताया कि नंदोउत्सव कार्यक्रम के दौरान प्रशासन की व्यवस्था अस्त व्यस्त दिखाई दी है जिसके कारण कार्यक्रम में जेब कट व चेन स्नेचर भी प्रवेश कर गए, जिसके कारण दर्जनों श्रद्धालुओं के पैसे, घड़ी, मंगलसूत्र भी पार कर दिए।



Rakesh Mishra

Rakesh Mishra

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