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Mathura News: मथुरा-वृंदावन में सैकड़ों मकानों पर चल रहा बुलडोजर, भारी संख्या में पुलिस बल तैनात
Mathura News: श्री कृष्ण जन्मस्थान से लेकर अमरनाथ विद्या आश्रम तक करीब 200 मकान रेलवे लाइन के दोनों तरफ बने हुए हैं। रेलवे इन मकानों को अतिक्रमण बता रहा था। रेलवे ने बुधवार को अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही श्री कृष्ण जन्मभूमि फाटक की तरफ से शुरू की।
Mathura News: मथुरा वृंदावन रेल लाइन को मीटर गेज से ब्रॉड गेज में परिवर्तित करने के काम में तेजी लाते हुए संवेदनशील एरिया में अतिक्रमण हटाने का काम शुरू किया गया। भारी फोर्स के साथ रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जेसीबी मशीन की मदद से अतिक्रमण हटाने का काम शुरू कर दिया।
12 किलोमीटर में बदला जा रहा ट्रैक
मथुरा वृंदावन के बीच करीब डेढ़ सौ वर्ष पहले डाली गई रेल लाइन के मीटर गेज ट्रैक को ब्रॉड गेज में परिवर्तित किया जा रहा है। 12 किलोमीटर रेल ट्रैक पर करीब 1850 एरिया में अतिक्रमण था। जिसे हटाने की कार्रवाई की जा रही है।
डेढ़ सौ से ज्यादा मकानों पर चल रहा अतिक्रमण
श्री कृष्ण जन्मस्थान से लेकर अमरनाथ विद्या आश्रम तक करीब 200 मकान रेलवे लाइन के दोनों तरफ बने हुए हैं। रेलवे इन मकानों को अतिक्रमण बता रहा था। रेलवे ने बुधवार को अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही श्री कृष्ण जन्मभूमि फाटक की तरफ से शुरू की।
500 से ज्यादा पुलिस फोर्स मौके पर
रेलवे अधिकारी बुधवार की सुबह करीब साढ़े 10 बजे अचानक आरपीएफ, जीआरपी, सिविल पुलिस, पीएसी, एलआईयू और नगर निगम की अतिक्रमण हटाओ फोर्स के 500 से ज्यादा जवानों के साथ मौके पर पहुंचे। यहां रेलवे के अधिकारियों ने अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही शुरू कर दी। कार्यवाही से इलाके में हड़कंप मच गया। अतिक्रमण हटाने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा जेसीबी मशीन लगाई गई हैं।
जून में दिया नोटिस नहीं किए मकान खाली
उत्तर मध्य रेलवे के डिविजनल वर्क इंजिनियर नितिन गर्ग ने बताया कि 6 जून को नोटिस दिया था। मकान खाली करने के लिए 1 महीने का समय दिया लेकिन इन्होंने खाली नहीं किए। समय निकल जाने के 1 महीने बाद यह कार्यवाही की जा रही है। यहां करीब 30 मीटर में काम होना है।
कोर्ट की कर रहे रेलवे अधिकारी अवहेलना
इस मामले को लेकर कोर्ट में याचिका दाखिल करने वाले याकूब ने बताया कि उन्होंने इलाके के लोगों के साथ मिलकर सिविल कोर्ट में याचिका दाखिल की थी जिसमें अग्रिम तारीख 21 अगस्त है। मामला कोर्ट में विचाराधीन है इसके बाबजूद भी रेलवे के अधिकारी कोर्ट की अवहेलना करते हुए कार्यवाही कर रहे हैं। इस मामले के खिलाफ कोर्ट में अवमानना की कार्यवाही के लिए न्यायालय की शरण लेंगे।