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Mathura News: श्रीकृष्ण-जन्मभूमि पर पहुंची स्वर्ण-मण्डित श्रीमद्भागवत् की शोभायात्रा
Mathura News: श्रीकृष्ण जन्मस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि आनन्दकन्द लीलापुरुषोत्तम भगवान श्रीकृष्ण की पुण्य जन्मभूमि पर ताम्रपत्र पर अंकित स्वर्ण मण्डिल श्रीमद्भागवत जी की स्थापना माघ कृष्ण एकादशी पर 25 जनवरी 2025 को प्रातःकालीन बेला में की जायेगी।
Mathura News: ढाई किलो सोने से 1800 श्लोकों वाले 450 ताम्रपत्रों से तैयार हुई 160 किलो वाली स्वर्ण मंडित श्रीमद्भागवत की शोभायात्रा को देखने जन सैलाब उमड़ा पड़ा। जगह जगह पुष्पवर्षा हुई। 1008 मंगल कलश यात्रा आकर्षण का केंद्र बन गई थी। विश्राम घाट से शुरू हुई शोभायात्रा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि पहुंचने तक राधे राधे के स्वरों से कान्हा की नगरी गुंजायमान रही। चेन्नई की प्रतिष्ठित गिरि ट्रेडिंग एजेन्सी ने ताम्रपत्र पर श्रीमद्भागवत को उकेरा एवं वुम्मदी बंगारू ज्वैलर्स ने चौबीस कैरेट गोल्ड से 18000 श्लोकों वाले 450 ताम्रपत्रों पर मढ़ा है। डा० सुब्रह्मण्यन लक्ष्मीनारायणन ने जन्मभूमि ट्रस्ट को स्वर्ण मंडित श्रीमदभागवत सौंपी। जन्मभूमि के भागवत भवन में 25 जनवरी को महर्षि वेदव्यास की प्रतिमा के सम्मुख यह भागवत् स्थापित होगी।
कान्हा की नगरी शुक्रवार को राधे राधे के स्वरों से गुंजायमान हुई । मौका था श्रीकृष्ण जन्मस्थान के भागवत भवन में ढाई किलो सोने से 1800 श्लोकों वाले ,450 ताम्रपत्रों से तैयार हुई 160 किलो वाली स्वर्ण मंडित श्रीमद्भागवत के स्थापना का। जिसमें 1008 से अधिक महिलाएं की विश्राम घाट से लेकर जन्मभूमि तक निकली कलश यात्रा लोगो के आकर्षण का केंद्र रही वही 108 साधु संतों का संकीर्तन विशेष रूप से श्रद्धालुओं को भावविभोर किए हुए था।
ढाई किलो सोने से बनी श्रीमद भागवत की शोभायात्रा के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली वही डीआईजी शैलेश पांडेय ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर स्वर्ण श्रीमद् भागवत के दर्शन किए और पुष्प अर्पित कर आर्शीवाद लिया। श्रीकृष्ण जन्मस्थान के सचिव कपिल शर्मा ने बताया कि आनन्दकन्द लीलापुरुषोत्तम भगवान श्रीकृष्ण की पुण्य जन्मभूमि पर ताम्रपत्र पर अंकित स्वर्ण मण्डिल श्रीमद्भागवत जी की स्थापना माघ कृष्ण एकादशी पर 25 जनवरी 2025 को प्रातःकालीन बेला में की जायेगी। जिसमें आज विश्राम घाट से महिलाओं की कलश यात्रा भव्य व दिव्य रूप में स्वर्ण श्री मद भागवत के साथ जन्मभूमि पहुंची है और कल शनिवार को भागवत भवन में वेदव्यास जी के सम्मुख स्थापित की जाएगी ।
श्री शर्मा ने बताया कि सन्त, शास्त्रीय मतानुशार भगवान श्रीकृष्ण के वांग्मय स्वरूप श्रीमदभागवत जी का श्रवण, वाचन, दर्शन, चिन्तन मनन एवं परायण आदि सभी मनोरथ अक्षुण्ण पुण्यप्रद है। इसी भाव से श्रीकृष्ण जन्मभूमि के पवित्र परिसर में श्रीभागवत भवन की स्थापना की गयी। वर्ष 1982 में श्रीभागवत-भवन की प्राण-प्रतिष्ठा के समय ताम्रपत्र पर अकित संपूर्ण श्रीमदभागवत जी, श्रीभागवत भवन के उत्तरी दीवार पर स्थापित की गयी थीं। आज भागवत भवन में लगभग 42 वर्ष के उपरान्त स्वर्ण मण्डित श्रीमदभागवत जी की स्थापना निश्चित ही श्रद्धालुओं को दिव्य आनन्द और पुण्य की प्राप्ति करायेंगी।
लगभग ढाई किलो किलो सोने से स्वर्ण मंडित श्रीमद् भागवत को स्थापित कराने वाले सेवानिवृत IAS एस. लक्ष्मीनारायणन ने बत्ताया कि भगवान श्रीकृष्ण की कृपा से ही 450 ताम्रपत्रों पर श्रीमद्भागवत जी के 18000 श्लोकों को उकेर कर 18000 श्लोकों को चौबीस कैरेट गोल्ड से तैयार की गई श्रीमद्भागवत जी का कुल वजन लगभग 151 किग्रा0 वजन की भागवत स्थापित हो पाई है। उधर शोभा यात्रा जहां लोगों के आकर्षण का केंद्र रही वही इस दौरान सुरक्षा के भी व्यापक इंतजाम पुलिस प्रशाशन द्वारा किए गए। सुरक्षा की जानकारी देते हुए DIG शैलेश पांडेय ने बताया कि भारी संख्या में पुलिस फोर्स जगह जगह तैनात की गई थी वही शोभा यात्रा के चलते रूट डायवरजन किया गया था।