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Mathura News: संतों की गोरक्षा और यमुना शुद्धिकरण की मांग, मोदी योगी को भेजे ये प्रस्ताव
Mathura News: भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में प्रवाहित श्री यमुना के शुद्धिकरण पर बोलते हुए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय समिति सदस्य और अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता नवल किशोर दास महाराज ने कहा कि यमुना शुद्धिकरण और गौ रक्षा के लिए लगातार आंदोलनरत रहना चाहिए।
Mathura News: ब्रज भाषा के सभी प्रमुख संतों ने एक स्वर में गोरक्षा और यमुना शुद्धिकरण की मांग उठाई है। संतों ने गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने पर महाराष्ट्र सरकार की सराहना की तो वहीं केंद्र और यूपी सरकार के प्रति नाराजगी व्यक्त की। संतों ने कहा सनातन को मानने वाले कुछ करना ही नहीं चाहते, चाहते तो गो माता को राष्ट्र माता घोषित कर देते और यमुना भी अविरल हो जाती। संतों ने प्रस्तावों को ध्वनि मत से पारित कर भारत के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को प्रेषित किया। मथुरा के बरसाना स्थित माताजी गौशाला में चल रहे नौ दिवसीय गौ भक्तमाल महोत्सव में संत सम्मेलन आयोजित किया गया है।
मलूक पीठाधीश्वर डॉ राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि ज़ब सरकार राजस्थान के चूरू और झुंझुनू तक 153 किलोमीटर तक पाइप लाइन से यमुना जल पंहुचा सकती हैं तो फिर हथिनी कुंड से ब्रज तक भी पाइप लाइन से शुद्ध यमुना लाया जा सकता है। यूपी से लेकर केंद्र तक सनातन को मानने वाले हैं, लेकिन कुछ करना नहीं चाहते। यदि समय रहते यमुना शुद्धिकरण और गो माता को राष्ट्र माता घोषित नहीं किया गया तो मथुरा में आयोजित होने वाली धर्म संसद में आगे की रणनीति ब्रजवासियों के बीच में तय की जाएगी।
भगवान श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा में प्रवाहित श्री यमुना के शुद्धिकरण पर बोलते हुए विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय समिति सदस्य और अखाड़ा परिषद के प्रवक्ता नवल किशोर दास महाराज ने कहा कि यमुना शुद्धिकरण और गौ रक्षा के लिए लगातार आंदोलनरत रहना चाहिए। आंदोलन सरकारों को जगाने का काम करता है। उन्होंने कहा कि यमुना शुद्धिकरण और गौ रक्षा के लिए लगातार आंदोलनरत रहना चाहिए। उन्होंने कहा की यह सही है सत्ता और सत्य का बहुत ज्यादा तालमेल नहीं है। सत्ता में बैठे लोगों को पहले सत्ता बचाने की लगती है और जब वह सत्ता से हट जाते हैं तो उन्हें लगता है कि यह भी कर लेना चाहिए था। उन्होंने कहा की यह बात सही है कि वर्तमान सरकार अन्य सरकारों की अपेक्षा सनातन के लिए जरूर सोचती है, इसी का परिणाम है कि हम साधुवाद भी देते हैं लेकिन आंदोलन अधिकार है और हम एक बड़ा आंदोलन दिल्ली में करेंगे। पहले भी तय हुआ था कि यमुना के दोनों ओर नाले बने जिसमे गंदा पानी बहे और यमुना का जल निश्चल मिल सके।
उधर , सुदामा कुटी के महंत सुतीक्ष्ण दास महाराज ने कहा गौ माता की दुर्दशा के लिए आम जनता के भीतर भाव की कमी होना बताया, उन्होंने कहा कि लोग घरों में कुत्ता तो पाल लेते हैं लेकिन गोपालन से परहेज करते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की समृद्धि के लिए गोपालन अति आवश्यक है। वल्लभ कुल संप्रदाय के आचार्य भूषण बाबा ने कहा कि गौसेवा और यमुना जी की सेवा में निरंतर लगे रहे, इससे श्री कृष्ण बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं। संत सम्मेलन में श्री कृष्ण जन्मभूमि मुद्दा भी प्रमुखता के साथ उठाया गया। इस दौरान श्री कृष्ण जन्मभूमि की लड़ाई लड़ रहे अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि आगामी 27 नवंबर को मथुरा में धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है।
संत सम्मेलन में प्रमुख रूप से लाडली शरण महाराज, वेदांत गिरी महाराज, महंत सच्चिदानंद दास, सुखदेव दास बाबा, जगल चरण दास, गोपेश कृष्ण दास, आचार्य सुमंत कृष्ण शास्त्री, रमेश चंद्र गोस्वामी, पंडित हरिहर मुद्गल शास्त्री, अनिरुद्ध महाराज,यज्ञ दत्त शास्त्री, पंकज चतुर्वेदी, राधा प्रिय, लोकेश गोस्वामी, रामकटोरा पांडेय प्रमुख रुप से मौजूद रहे। मंच का संचालन आचार्य मृदुल कांत शास्त्री और सुशील गोस्वामी ने संयुक्त रूप से किया