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Mathura News: ..तो तिलक और माला खतरे में पड़ जाएगी, वृंदावन में संत समागम की बड़ी चिंता

Mathura News: समागम में कुंभ को लेकर संतों महंतो और सनातनियों से विचार विमर्श कर व्यवस्थाओं का इंतजाम कराने पर भी चर्चा हुई।

Mathura Bharti
Published on: 18 Oct 2024 9:11 AM IST
Mathura News: ..तो तिलक और माला खतरे में पड़ जाएगी, वृंदावन में संत समागम की बड़ी चिंता
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संत समागम की शुरुआत  (photo: social media )

Mathura News: वाल्मीकि जयंती के मौके पर ब्रज से संत समागम की शुरुआत हुई है। यह समागम विहिप बृज प्रांत द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें कई मुद्दों पर चर्चा हुई है। इसमें देश के कई हिस्सों में जगह जगह संत समागम के कार्यक्रम आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया। इस समागम में चंपत राय उपाध्यक्ष (विहिप) महासचिव, श्री राम जन्म भूमि तीर्थान्यास, दिनेश चंद्र, संरक्षक विश्व हिंदू परिषद सहित प्रमुख संत महंत शामिल हुए। समागम में कुंभ को लेकर संतों महंतो और सनातनियों से विचार विमर्श कर व्यवस्थाओं का इंतजाम कराने पर भी चर्चा हुई।

चंपत राय ने बताया कि हिंदू समाज की रक्षा कैसे हो हिंदू समाज गौरवपूर्ण कैसे बने, भारत विश्व गुरु कैसे बने इस पर चिंतन हो रहा है। उन्होंने कहा कि समागम में संतों ने राम मंदिर बनने के बाद भी अयोध्या सीट हारने पर चिंता जताई है। इसके अलावा थूक जिहाद पर योगी सरकार के नाम और पहचान वाले निर्णय का संतों ने समर्थन किया है। चंपत राय ने कहा कि हिंदू समागम के माध्यम से हिंदुओं को घर लाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए घर छोड़ कर गए लोगों को उनके पूर्वजों की दिलाई जाएगी।

समागम में फूलडोग महाराज का के तेवर काफी तीखे रहे और उन्होंने संतों की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रति अपशब्द का प्रयोग भी किया। उन्होंने कहा कि यदि मोदी और योगी सत्ता में नहीं रहे तो साधु संतों का तिलक और माला खतरे में पड़ जाएगी। विहिप संरक्षक दिनेश चंद्र ने कहा कि कृष्ण जन्मभूमि, काशी विश्वनाथ मंदिर का अदालत से तथ्य और सत्य के आधार पर जल्द निर्णय होगा।

संत समागम कार्यक्रम का आयोजन

वृन्दावन में विश्व हिन्दू परिषद ब्रज प्रान्त द्वारा संत समागम कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें विश्व हिन्दू परिषद के पदाधिकारी और ब्रज के संत शामिल हुए। समागम में समरसता लव जिहाद और एकरूपता और हिन्दू मंदिरों को कैसे मुक्त कराया जाये इस पर चर्चा हुई। सभी संतों ने अपनी वाणी से उत्साह पैदा किया और बताया कि विधर्मियों से कैसे छुटकारा पाना है उस पर भी चर्चा की गई। वही ज्ञाननंद मनीषी जी ने बताया कि सनातन की गंभीर चुनौती सामने आ रही है। सनातन और संत समाज एक होकर के सनातन को बचाएं।

मुख्य अतिथि ने कहा कि समागम में हिंदुओं की रक्षा कैसे हो हिंदू समाज गौरवपूर्ण कैसे बने, भारत विश्व गुरु कैसे बने इस पर चिंतन किया जा रहा है और आगामी समय में लगने वाले आस्था के महाकुंभ के लिए संतों, महंतों और सनातनियों के विचारों के माध्यम से किस तरह की चर्चा कुंभ में होनी चाहिए, इसके लिए देश भर में संत समागम का आयोजन हो रहा है इसकी शुरुआत वृंदावन धाम से हुई है।


राम मंदिर की आने वाले सम्पूर्ण तस्वीर की जानकारी

उधर चंपत राय ने अयोध्या मंदिर के अभी तक के निर्माण और आगामी समय में राम मंदिर की आने वाले सम्पूर्ण तस्वीर की जानकारी भी संतों को दी। महासचिव चम्पत राय ने अपने उदबोधन में कहा कि जिस तल पर रामलला विराजमान हैं, ग्राउंड फ्लोर है। अभी 18 मंदिर और बनेंगे। निषाद और शबरी माता का भी मंदिर बनाया जा रहा है। जटायु की भी स्थापना की गई है। भारत सरकार ने सिर्फ 1 रुपये का नोट दिया है और सारा धन जनता ने दिया है। विदेशी ने मंदिर तोड़ा था इसलिए हमारी इज़्ज़त का सवाल था। इसलिए ये मंदिर बना। इसमें किसी विदेशी कंपनी को कार्य नहीं दिया गया। हमारे घर की परम्परा हमारे पूर्वजों की तरह ही रहे। 36 वर्षो में संतों के अथक प्रयास का यह परिणाम है। सब को मिलकर प्रयास करना होगा। तभी हम सार्थक होंगे।

विहिप के संरक्षक दिनेश चंद्र ने कहा कि हिंदू समागम के माध्यम से हिंदुओं को घर लाने का प्रयास किया जाएगा। घर छोड़ कर गए लोगो को उनके पूर्वजों की याद दिलानी होगी। कृष्ण जन्मभूमि, काशी विश्वनाथ मंदिर का अदालत से तथ्य और सत्य के आधार पर होगा निर्णय होगा।


थूक जिहाद पर भी चिंतन

संत समागम में लगातार बढ़ रहे थूक जिहाद पर भी चिंतन हुआ जिनपर ज्ञानानंद महाराज गीता मनीषी ने योगी सरकार के नाम और पहचान वाले आदेश और आने वाले कानून का समर्थन किया और कहा कि इससे व्यक्ति को जानकारी हो जाएगी कि उसको किस जगह उसका भोजन मनपसंद सफाई और शुद्धता के साथ मिल सकता है ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे फूल डोल महाराज ने कहा कि पूर्वजों को याद करना चाहिए, अशोक सिंघल जी का महत्वपूर्ण योगदान है। मुलायम का बेटा क्या बोल रहा है हमने अमित शाह को भी कहा था कि तुमको घमंड हो गया है। बक्फ बोर्ड पर बोले प्रधानमंत्री के हाथों को मजबूत नहीं किया। योगी आदित्यनाथ ने कहा था बटोगे तो कटोगे। इस चांडाल चौकड़ी ने खूब कोशिश की मोदी को हराओ, मगर कामयाब नहीं हुए। अगर राम जन्मभूमि और कृष्ण जन्मभूमि की रक्षा करना है तो मोदी जी का हाथ मजबूत करो।



Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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