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Unnao News: मासूम के साथ मौलाना ने किया दुष्कर्म का प्रयास, पुलिस ने दबोचा
Unnao News: उन्नाव में गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के एक मदरसा में पढ़ने गई पांच साल की मासूम के साथ मौलाना ने अश्लील हकरतें करते हुये दुष्कर्म का प्रयास किया।
Unnao News: उत्तर प्रदेश के मदरसों में पढ़ने के लिए जानें वाली मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं अक्सर घटित हो रही हैं। ताज़ी घटना जनपद उन्नाव की है जिसमें में गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के एक मदरसा में पढ़ने गई पांच साल की मासूम के साथ मौलाना ने अश्लील हकरतें करते हुये दुष्कर्म का प्रयास किया। मासूम के पिता ने पुलिस को तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज कर मौलाना को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि मूलरूप से बाघरासी हासोपुर दरभंगा बिहार, हाल पता जामिया महमुदिया अशरफ उल उलूम थाना जाजमऊ कानपुर नगर निवासी मौलाना अब्दुल रहीम गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के 16 बीघा इलाके में एक मदसरा में मौलाना है और बच्चों को पढ़ाता है।
मदरसे में पढ़ने जाती थी मासूम
बुधवार सुबह गंगाघाट कोतवाली के एक गांव में रहने वाली पांच साल की मासूम के साथ उसने गलत हरकत करते हुये दुष्कर्म का प्रयास किया। जिस पर बच्ची ने अपने माता-पिता को इसकी जानकारी दी। जिस पर बच्ची का पिता गंगाघाट कोतवाली पहुंचा और आरोपित के खिलाफ तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने तहरीर के आधार पर आरोपित पर केस दर्ज किया और उसके गिरफ्तार किया।
पिता की तहरीर पर गंभीर धाराओं में केस दर्ज
गंगाघाट कोतवाली प्रभारी अखिलेश चन्द्र पांडेय ने बताया कि मिली तहरीर पर आरोपी मौलाना की गिरफ्तारी करते हुए उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज की कार्रवाई की गई है।
आगरा के मदरसे में भी मौलवी ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया
आगरा के एक मदरसे में मौलवी ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किया वह भी गैर मान्यता प्राप्त था। जब अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी से इसकी जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि उनके पास गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की कोई जानकारी नहीं। यानी वहां घटित होने वाली किसी भी घटना की जिम्मेदारी कोई प्रशासनिक अधिकारी लेने को जिम्मेदार नहीं।
मदरसों के सर्वे का काम हो रहा है
बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मदरसों के सर्वे का काम हो रहा है। यूपी राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. शुचिता चतुर्वेदी ने मदरसों के नाम पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग की बात कही है। उनके इस बयान से यूपी की सियासत गरमा गई है। इससे पहले डॉ. शुचिता ने ही जून में पत्र लिखकर गैर मान्यता प्राप्त मदरसे बंद करने की मांग की थी। प्रमुख सचिव अल्पसंख्यक कल्याण को लिखे इस पत्र के बाद ही मदरसों के सर्वे की कार्रवाई शुरू हुई थी।