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Mayawati: नगर निकाय और मिशन 2024 को लेकर मायावती का मंथन, तैयारियों का लेंगे जायजा
Lok Sabha Elections 2024: मायावती आज प्रदेश कार्यकारिणी के नेताओं और जिला अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगी. चुनाव को लेकर अब तक क्या तैयारी की गई है उसकी समीक्षा करेंगी.
BSP Mission 2024: यूपी विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेल चुकी बीएसपी सुप्रीमो मायावती(Mayawati Lok Sabha Election 2024) नगर निकाय चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस साल के आखिर में होने वाले नगर निकाय चुनाव के लिए मायावती ने रणनीति(Mayawati Politics) बनानी शुरू कर दी है. दो दिवसीय बैठक में आज वह प्रदेश कार्यकारिणी के नेताओं से मुलाकात करेंगी और उनसे चुनाव को लेकर विस्तृत चर्चा करेंगी.
शनिवार को उन्होंने मुख्य जोन प्रभारियों के साथ बैठक कर आगामी चुनाव को लेकर तैयारियों का जायजा लिया था और किन मुद्दों पर कैसे चुनाव लड़ा जाना है इस पर नेताओं के साथ चर्चा की थी.
प्रदेश कार्यकारिणी के नेताओं और जिला अध्यक्षों के साथ बैठक
मायावती विधानसभा चुनाव की हार को भुलाकर फिर से अपनी खोई जमीन पाने के लिए लगातार प्रयास कर रहीं हैं. 2017 के नगर निकाय चुनाव में मायावती की पार्टी के दो मेयर अलीगढ़ और मेरठ में जीते थे. जबकि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का मेयर में खाता नहीं खुला था.
यूपी चुनाव 2022 में भले ही उनकी पार्टी एक सीटों पर सिमट गई है. लेकिन वह अब नगर निकाय चुनाव में दमदारी के साथ अपनी पार्टी को मैदान में उतारना चाह रही हैं. उसी को लेकर वह दो दिवसीय बैठक लखनऊ स्थित प्रदेश कार्यालय पर कर रहीं हैं.
आज वह प्रदेश कार्यकारिणी के नेताओं और जिला अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगी. मायावती नेताओं से मुलाकात कर उनकी राय जानेंगी और चुनाव को लेकर अब तक क्या तैयारी की गई है उसकी समीक्षा करेंगी.
समीक्षा के बाद जो भी कमियां उन्हें नजर आएंगी उसे दूर करने का निर्देश देंगे क्योंकि आज की बैठक में सभी जिला अध्यक्षों को उन्होंने इसीलिए बुलाया है कि हर जिले में पार्टी और संगठन को मजबूत कर नगर निकाय चुनाव को मजबूती के साथ लड़ा जाए. मायावती क्या भलीभांति जानती हैं अगर नगर निकाय चुनाव में उनकी पार्टी की वापसी होती है, वह अच्छी सीट जीतने में कामयाब होती हैं इसका फायदा उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 में जरूर मिलेगा और इसीलिए वह लगातार प्रयासरत भी हैं.
गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी का 2014 के बाद से लगातार जनाधार घटा है. लेकिन मायावती को सबसे ज्यादा नुकसान 2022 के विधानसभा चुनाव में हुआ. उनका वोट बैंक बीजेपी की ओर खिसक गया. जिससे इस बार उनकी पार्टी के सिर्फ एक विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं.
मायावती की पार्टी इस समय उत्तर प्रदेश में सबसे निचले स्तर तक पहुंच गई है. अब इसे दोबारा खड़ा करना उनके लिए बड़ी चुनौती है. इसी चुनौती को स्वीकार कर वह अपनी पार्टी को फिर से खड़ा करने के लिए अपने सिपहसलार के साथ लगातार बैठक और मंथन कर रही है.