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मायावती- BSP को ना बिकने वाले नेतृत्व की जरूरत, इसलिए आनंद को दी जिम्मेदारी
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने पार्टी में बढ़ते परिवारवाद के आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा है, कि 'संगठन में यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि बीएसपी प्रमुख ने पार्टी में भाई और भतीजे को आगे कर दो पीढ़ियों का प्रबंध कर दिया है, जो पूरी तरह से निराधार है। बीएसपी मूवमेंट के लिए जिस जुझारू, किसी दबाव में ना झुकने और ना बिकने वाले नेतृत्व की आगे ज़रूरत होगी, वह अभी पूरी तरह से तैयार नहीं हो पाया है। इसी मजबूरी के कारण पार्टी हित में सिर्फ आनंद कुमार को जिम्मेदारी सौंपी गई है।'
आनंद के पुत्र आकाश को कोई जिम्मेदारी नहीं
मायावती ने कहा, कि 'बसपा में ज्यादातर फुलटाइमर की तरह काम करते हैं। इसलिए उनके बच्चों को उनकी जिम्मेदारियों में भी हाथ बंटाना पड़ता है। यही पार्टी हित में है जो आकाश भी निभाने का प्रयास कर रहे हैं। आनंद के पुत्र आकाश अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अपने पिता के कामों में हाथ बटाने के लिए उनके साथ रहते हैं, घर संभालते हैं। आकाश को कोई जिम्मेदारी नहीं सौंपी गई है।'
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'अच्छे लोगों को कांशीराम देते थे अवसर'
मायावती ने अपने बयान में कहा, कि 'पार्टी संस्थापक कांशीराम के समय से ही अच्छा रिज़ल्ट दिखाने वालों को आगे बढ़ाने के लिए अवसर दिया जाता रहा है, इस सिलसिले में पार्टी को वैसी सफलता नहीं मिल पा रही है जैसा कि कांशीराम को मायावती के रूप में बहुत पहले ही मिल गई थी। इसीलिए अब मूवमेंट के प्रति समपर्ण देखते हुए आनन्द कुमार को पार्टी में अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है, इनसे पार्टी के लोग अच्छी तरह से परिचित भी हैं फिर भी उन्हें दुष्प्रचार से सावधान रहने की जरूरत है।'
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निकाय चुनाव तैयारियों की समीक्षा बैठक की
बसपा मुखिया मायावती ने शहरी निकाय चुनाव तैयारियों की गुरुवार (16 नवंबर) को प्रदेश कार्यालय में समीक्षा की। सत्ताधारी दल बीजेपी के चुनावी हथकंडों से निपटने के लिए यह तैयारी बैठक बुलायी गई थी। बैठक में पार्टी मुखिया ने कहा, कि 'बीजेपी के हथकंडों को कामयाब नहीं होने देना है। इस सिलसिले में उन्होंने पदाधिकारियों को विशेष दिशानिर्देश दिए।
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निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले कार्यकर्ता पार्टी से होंगे बाहर
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा, कि पार्टी पहली बार शहरी निकाय का चुनाव अपने सिम्बल पर लड़ रही है। मेयर, पार्षद, नगर पालिका व नगर पंचायत के अध्यक्ष व सदस्यों के लिए अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं। किसी कार्यकर्ता को निर्दलीय चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी गई है। फिर भी जो लोग ’निर्दलीय’ चुनाव लड़ रहे हैं उन्हें तत्काल पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाए।
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मीडिया के कुछ लोग कर रहे छवि धूमिल करने का प्रयास
बीजेपी पर हमला करते हुए मायावती ने आगे कहा, कि 'यह जनता को ठगने वाली बदनाम पार्टी बन गई है। सरकार बनने के बाद भी कोई ख़ास वायदे उन्होंने अभी तक पूरे नहीं किए हैं।' मायावती ने कहा, कि मीडिया के कुछ लोग तथ्यहीन बातों को लेकर पार्टी नेतृत्व की छवि धूमिल करने का प्रयास करते रहते हैं, आपत्ति दर्ज करने पर उन्हें शर्मिन्दा भी होना पड़ता है।