TRENDING TAGS :
मायावती: नोएडा के पार्क में नमाज पढने पर पाबंदी का सरकारी फरमान एकतरफा
बसपा सुप्रीमों मायावती ने नोएडा के एक पार्क में नमाज पढने पर पाबंदी के सरकारी फरमान को अनुचित और एकतरफा करारते हुए कहा है कि अगर बीजेपी सरकार की सार्वजनिक स्थलों की धार्मिक गतिविधियों पर पाबंदी लगाने की कोई नीति है तो वह सभी धर्मों के लोगों पर एक समान तौर पर लागू हो।
लखनऊ: बसपा सुप्रीमों मायावती ने नोएडा के एक पार्क में नमाज पढने पर पाबंदी के सरकारी फरमान को अनुचित और एकतरफा करारते हुए कहा है कि अगर बीजेपी सरकार की सार्वजनिक स्थलों की धार्मिक गतिविधियों पर पाबंदी लगाने की कोई नीति है तो वह सभी धर्मों के लोगों पर एक समान तौर पर लागू हो।
यह भी पढ़ें .......‘भाजपा-कांग्रेस रहित’ मोर्चा बनाने के लिए के. चंद्रशेखर राव दिल्ली डटे, आज अखिलेश-मायावती से मिलेंगे
उन्होंने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि यह पूरे प्रदेश के हर जिले व हर जगह सख्ती से बिना किसी भेदभाव के क्यों नहीं लागू किया जा रहा है। उन्होंने नोएडा सेक्टर—58 स्थित सार्वजनिक पार्क में पूर्व अनुमति के बगैर जुमा की साप्ताहिक नमाज पढने पर पाबंदी लगाने और ऐसा होने पर वहां की निजी कम्पनियों पर भी कार्रवाई करने की धमकी भरा नया सरकारी फरमान अनुचित व एकतरफा है।
यह भी पढ़ें .......यूपी: नोएडा में खुले में नमाज पढ़ने पर रोक, एसएसपी ने जारी किया आदेश
मायावती ने नोएडा की ताज़ा घटना पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुये कहा कि उस स्थल पर अगर फरवरी सन् 2013 से ही जुमे की नमाज लगातार हो रही है तो अब चुनाव के समय उस पर पाबन्दी लगाने का क्या मतलब है? यह कार्यवाही पहले ही क्यों नहीं की गयी। अब लोकसभा आमचुनाव से पहले इस प्रकार की कार्रवाई क्यों की जा रही है? इससे बीजेपी सरकार की नीयत व नीति दोनों पर ही उंगली उठना व धार्मिक भेदभाव का आरोप लगना स्वाभाविक है। साथ ही यह आशंका भी प्रबल होती है कि चुनाव के समय में इस प्रकार के धार्मिक विवादों को पैदा करके बीजेपी की सरकार अपनी कमियों व विफलताओं पर से लोगों का ध्यान बांटना चाहती है।
यह भी पढ़ें .......डॉ. आम्बेडकर को श्रद्धांजलि देकर मायावती बोलीं अब देवी-देवताओं को बांट रही भाजपा
उन्होंने कहा कि जुमे की नमाज के सम्बन्ध में नोएडा सेक्टर-58 स्थित 23 निजी कम्पनियों को भी पुलिस नोटिस जारी करके उनको भी कार्रवाई की धमकी दी गई है जो पूरी तरह से गलत व अति-गैर जिम्मेदाराना कदम है।
यह भी पढ़ें .......‘दिल पर पत्थर रखकर’ मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस को समर्थन देंगीं मायावती
बसपा मुखिया ने कहा कि इससे साफ है कि हाल में पाँच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में हुई करारी हार से बीजेपी के वरिष्ठ नेता कितना घबराये हुए हैं और उसी हताशा व निराशा से गलत व विसंगतिपूर्ण फैसले ले रहे हैं। यूपी ही नहीं बल्कि केन्द्र सरकार का भी हर काम धार्मिक उन्माद बढ़ाकर साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला ही प्रतीत हो रहा है ताकि लोगों का ध्यान चुनावी वादाखिलाफियों आदि पर से बांटा जा सके, जो अति-निन्दनीय है तथा जनता इनकी इस प्रकार के षड़यन्त्रों को अच्छी तरह से समझ गई है तथा इनके किसी भी बहकावे में आने वाली नहीं है।