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अंबेडकर जयंती पर बोलीं मायावती- लोकतंत्र बचाने के लिए किसी से भी हाथ मिलाने को तैयार

डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष में शुक्रवार (14 अप्रैल ) को बसपा सुप्रीमो मायावतीबाबा साहेब को श्रद्धांजलि देने सामाजिक परिवर्तन स्थल पहुंची।

tiwarishalini
Published on: 14 April 2017 5:44 AM GMT
अंबेडकर जयंती पर बोलीं मायावती- लोकतंत्र बचाने के लिए किसी से भी हाथ मिलाने को तैयार
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लखनऊ: डॉ. भीमराव अंबेडकर की '126वीं जयंती के उपलक्ष में शुक्रवार (14 अप्रैल ) को बसपा सुप्रीमो मायावती बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि देने सामाजिक परिवर्तन स्थल पहुंची। उनके साथ बसपा के कई बड़े नेता भी मौजूद रहे। जनता को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए वह किसी से भी हाथ मिलाने को तैयार हैं। मायावती ने एक बार फिर ईवीएम में गड़बड़ी का राग अलापा। मायावती ने एक बार फिर ईवीएम में गड़बड़ी का राग अलापते हुए कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए जो भी पार्टियां साथ आना चाहें उनका स्वागत है। वह इस लड़ाई में सभी विपक्षी पार्टियों के साथ हैं।

बीजेपी पर किया हमला

-मायावती ने बीजेपी पर भी हमला बोला।

-मायावती ने कहा कि बीजेपी ने अपना प्रदेश अध्यक्ष पिछड़े वर्ग का बना दिया।

-आरएसएस के माध्यम से लालच दिया कि अगर बीजेपी पावर में आती है तो पिछड़े वर्ग का सीएम बनाया जाएगा।

-लेकिन ईवीएम में घोटाला करके जब बीजेपी पावर में आई तो उन्होंने भूमिहार, पिछडे, और ब्राह्मण को किनारे कर दिया।

-मोदी जिसको योगी कहते हैं उसको सीएम बना दिया।

-कल्याण सिंह को बीजेपी ने सीएम बनाया था और उनको ज्यादा दिन चलने नहीं दिया।

-राम मंदिर के नाम पर उनको बलि का बकरा बनाकर आगे कर दिया और उनकी सरकार गिरवा दी।

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बीजेपी के बहकावे में न आएं लोग

-मायावती ने कहा कि जिस प्रकार से मेरी चार हुकूमतों के दौरान मुस्लिम समाज के लोग मुझ पर भरोसा रखते थे।

-उसी प्रकार अपर कास्ट के लोगों को मुझ पर भरोसा रखना चाहिए।

-जनता को बीजेपी के गलत प्रचार के बहकावे में नहीं आना चाहिए।

-बीजेपी हमेशा से ही देश और प्रदेश की जनता को धोखा देते आई है।

आगे की स्लाइड में पढ़ें और क्या बोली मायावती ...

और क्या बोली मायावती ?

-मायावती ने कहा कि ' ईवीएम के विरोध में आप लोगों द्वारा किए गए प्रदर्शन के बाद मैंने 14 अप्रैल को केवल पार्टी के स्टेट और जिला के पदाधिकारियों को यहां बुलवाया था।

-मुझे ये देखकर अच्छा लगा कि पदाधिकारियों से ज्यादा कार्यकर्ता मुझे सुनने पहुंचे हैं।

-उन्होंने कहा कि 'जबसे बसपा की सरकार सत्ता में आना शुरू हुई तभी से सभी राजनैतिक दलों ने बाबा साहेब की जयंती मनाना शुरू कर दिया।

-इस दौरान उन्होंने मौके पर पहुंचे सभी लोगों का स्वागत और शुक्रिया अदा किया।

-जातिवाद पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज जो पूरे देश में सिख, मुस्लिम, ईसाई और पारसी है वो 90% दलित हैं।

-जिन लोगों ने छुआ छूत की वजह से धर्म परिवर्तन कर लिया था उनको साथ लेने का फैसला किया।

-इसीलिए बाबा साहेब ने भी धर्म निरपेक्षता के आधार पर संविधान बनाया।

tiwarishalini

tiwarishalini

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