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Meerut News: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे टोल प्लाजा पर कट रही यात्रियों की जेब

Meerut News: कांशी टोल प्लाजा पर जैसे ही एक यात्रा पहुंचे उनकी जेब काटते हुए 155 वसूल लिए गए। जबकि 100 वसूला जाना था।

Sushil Kumar
Report Sushil KumarPublished By Monika
Published on: 7 April 2022 8:55 AM GMT
Meerut News
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दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे टोल प्लाजा (फोटो : सोशल मीडिया ) 

Meerut News: अभी जुमा-जुमा एक सप्ताह ही हुआ हैं कि मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस वे (Meerut-Delhi Expressway) के काशी टोल प्लाजा (Kashi Toll Plaza) पर लूट शुरु हो गई है। आलम यह है कि आप कहीं से चलें, लेकिन हो सकता है कि आपके फास्टैग (fastag) से मेरठ से दिल्ली का टोल टैक्स (toll tax) कट जाए। लोग एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली को लेकर परेशान हैं। ऐसी कई शिकायते सामने आईं हैं कि दिन से रात तक कोई दिल्ली तक गया हो ना गया हो, पर टोल पर 155 रुपए कट गए। अचरज की बात यह है कि एक सप्ताह के अंदर ही इस तरह की कई शिकायते सामने आने के बाद भी अभी तक एनएचआई के अधिकारियो ने खामोशी अख्तियार कर रखी है।

मिली जानकारी के अनुसार डासना से आ रहे मेरठ निवासी अग्रज सक्सेना, सुधांशु जिंदल व अनिल वर्मा तीनों अलग-अलग गाड़ी लेकर डासना से चढ़े थे और कांशी टोल प्लाजा पर जैसे ही पहुंचे उनकी जेब काटते हुए 155 वसूल लिए गए। जबकि 100 वसूला जाना था। जिसके बाद अग्रज सक्सेना, सुधांशु जिंदल व अनिल वर्मा वे कुछ और यात्रियों ने टोल पर पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। जिसके बाद टोल के संबंधित अधिकारी अपने अपने चेंबर से निकल कर चले गए और वहां पर मौजूद कर्मचारियों से बात करने के लिए यात्रियों को छोड़ दिया। जिसके बाद गुस्साए यात्रियों ने मैनेजर से बात करने के लिए कहा तो कर्मचारियों ने मैनेजर के चले जाने की बात कहकर यात्रियों से रजिस्टर में एंट्री करा कर सभी को टरका दिया। इन यात्रियों का कहना है कि वें बुधवार शाम डासना से ड्यूटी करके वापस घर लौट रहे थे। उनका कहना है कि अगर कल तक उनका भुगतान वापस नहीं किया गया तो वह फिर अपनी गाड़ी को टोल पर लाकर खड़ी करने के लिए मजबूर होंगे।

ज्यादा भुगतान से चकराया यात्रियों का सिर

वही टोल प्लाजा पर लूट के कथित रुप से शिकार होने वाले एक अन्य यात्री गाजियाबाद निवासी राजेन्द्र त्रिपाठी का कहना है कि वें बीती दो अप्रैल को रात करीब 10:30 बजे काशी टोल प्लाजा से गुजरे थे। वें गाजियाबाद आईएमएस पर ही उतर गये। उन्हें रेलवे स्टेशन गाजियाबाद जाना था। राजेन्द्र त्रिपाठी का कहना है कि वें जब करीब 12:30 बजे काशी टोल प्लाजा पर पहुंचा तो, गाड़ियों की कतार थी। पता चला फास्ट टैग सिस्टम में कुछ तकनीकी खराबी आ गई। बैरियर पर पहुंचा तो स्क्रीन पर 155 रुपए शो किया। टोल बैरियर पर मौजूद कर्मचारी से पूंछा तो उसका कहना था कि मेरी कार में फास्ट टैग नहीं है इसलिए दोगुना कटा। यह सुन एक बार तो राजेन्द्र त्रिपाठी का दिमाग चकरा गया।

सोचने वाली बात तो यह कि इस कटौती का मैसेज उन्हें करीब चौबीस घंटे बाद यानी तीन अप्रैल की रात को करीब साढ़े ग्यारह बजे मिला। मैसेज में फास्ट टैग से 155 रूपए कटने की जानकारी दी गई थी। बकौल,राजेन्द्र त्रिपाठी,इस ज्यादती के खिलाफ जब टोल हैल्प लाइन 1033 पर बात करने की कोशिश की गई तो तो उधर से बड़ी देर तक यही सुनाई देता रहा कि-हमारे एक्जिक्यूटिव व्यस्त हैं।

इसी तरह भोजपुर से मेरठ की ओर कार से आए शान मलिक से 320 रुपये टोल वसूल लिया गया। इतना ही 24 घंटे में वापसी पर भी स्थिति खराब है। दोनों तरफ का 155-155 रुपये टोल वसूला जा रहा है, जबकि एनएचएआई के नियमों के तहत 24 घंटे में वापसी पर दिल्ली से मेरठ और मेरठ से दिल्ली का टोल टैक्स 230 रुपये तय है। मेरठ के जागृति विहार निवासी असीम कुमार का कहना है कि वे मेरठ से गाजियाबाद गए और वापस लौटे, लेकिन टोल 155-155 रुपये कटा। वह भी मैसेज दो दिन बाद आया।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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