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मेरठ में नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड, 7 गिरफ्तार
मेरठ: यूपी के मेरठ में एसटीएफ ने नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड कर दिया। एसटीएफ ने शनिवार रात वेस्ट यूपी में सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार लोगों से पेपर भी बरामद हुआ है।
ये है पूरा मामला
- उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा रविवार को आयोजित की जाने वाली नलकूप चालक भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले गिरोह का एसटीएफ ने भंडाफोड कर दिया। इसके बाद मेरठ के 34 केंद्रों समेत प्रदेश के आठ जिलों में रविवार को होने वाली इस परीक्षा को निरस्त कर दिया है।
- परीक्षा की अगली तारीख फिलहाल तय नही की गई है। इस प्रकरण में एसटीएफ जांच में जुटी है। बताया जा रहा है कि सभी जनपदों में पेपर जिला कोषागार के डबल लॉक में थे। इसके बाद भी पेपर लीक हो गया।
- नलकूप चालक भर्ती परीक्षा का विज्ञापन वर्ष 2016 में जारी हुआ था। बीेजेपी सरकार आने पर आयोग ने सिर्फ लिखित परीक्षा के आधार पर चयन का फैसला किया। इसके बाद परीक्षा की तारीख जारी की गई थी।
पेपर के बदले में आठ से दस लाख
- एसटीएफ सीओ ब्रजेश कुमार ने बताया कि रविवार को परीक्षा संपन्न होने के बाद यह गिरोह शहर में किसी चाय की दुकान पर मिलने वाला था। जिसके बाद यह देखा जाता कि जो पेपर लीक हुआ है क्या वह ही वास्तव में प्रश्न पेपर में आया है।
- उनका कहना है कि गिरोह के सदस्य पेपर के बदले आठ से दस लाख रूपये अथ्यर्थी से लेने की बात कही थी। मेरठ एसटीएफ की टीम ने लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से भारी मात्रा में डिवाइस और कुछ अन्य सामान बरामद हुआ है।
- फिलहाल आयोग के सचिव ने प्रश्न पत्र लीक की जांच को स्पेशल टास्क फोर्स को सौपा है। एसटीएफ की टीमों ने देर रात मेरठ और इलाहबाद में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है।
- नलकूप चालक के 3210 पदों के लिए 2 सितम्बर को परीक्षा होनी थी। जिसमें दो लाख पांच हजार 376 अथ्यर्थियों ने आवेदन किया था।
- लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, इलाहबाद, कानपुर, मेरठ, आगरा व बरेली में 394 केंद्र बनाए गए थे। लेकिन परीक्षा से पहले ही पेपर लीक होने से रविवार को होने वाली परीक्षा को स्थगित कर दिया गया है।
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