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Meerut News: अध्यापक में क्वालिटी नहीं, रिसर्च नहीं, कोई भी विश्वविद्यालय आगे नहीं बढ़ सकता, राज्यपाल की दो टूक
Meerut: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज अपने मेरठ दौरे के दूसरे दिन सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रोद्यौगिकी विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं को डिग्रियां और मेडल देने पहुंचीं थी।
Meerut: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज कहा कि आपके अध्यापक में अगर क्वालिटी नहीं है, उनका रिसर्च वर्क बेहतर नहीं है तो कोई भी विश्वविद्यालय आगे नहीं बढ़ सकता है। राज्यपाल आज अपने मेरठ दौरे के दूसरे दिन सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रोद्यौगिकी विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं को डिग्रियां और मेडल देने पहुंचीं थी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में भी बेटियां आ रही हैं यह अच्छी बात है।
आज कृषि के क्षेत्र में 50 फीसदी लड़कियां: आनंदीबेन पटेल
कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा कि लड़कियों के कृषि क्षेत्र में आने को बड़ा बदलाव बताते हुए कहा कि सात-आठ साल में गिनती की लड़कियां कृषि की पढ़ाई में आती थीं, लेकिन आज 50 फीसदी लड़कियां कृषि के क्षेत्र में आ रही हैं। यह अच्छी बात है। आनंदीबेन पटेल ने कार्यक्रम में आंध्र प्रदेश से आये एक परिवार का जिक्र करते हुए कहा कि ये दिखाता है कि सोच में कितना अंतर आया है। पहले डॉक्टर अपने बच्चों को डॉक्टर बनाना चाहते थे, इंजीनियर अपने बेटे को इंजीनियर बनाना चाहते थे, लेकिन आज माता-पिता की सोच बदली है। यही कारण है कि आंध्र प्रदेश से भी बेटी अपनी पसंद से पढ़ाई करने आ रही हैं। उन्होंने कहा पढ़ना कैसे है, क्या पढ़ना है आप सब जानते हैं।
इस मौके पर स्नातक करने वाले छात्रों को दी बधाई
इस मौके पर पूर्व कुलपति, केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय इंफाल (मणिपुर) और पूर्व अध्यक्ष, राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी, नई दिल्ली ने स्नातक करने वाले छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि आप उस विश्वविद्यालय से स्नातक हैं, जिसका नाम भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम पर रखा गया है, जो न्याय, ईमानदारी, गरिमा और काम के प्रति समर्पण के लिए दृढ़ता से खड़े रहे। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और दूसरी सबसे बड़ी कृषि अर्थव्यवस्था है, जिसमें कृषि और संबद्ध क्षेत्र का वर्ष 2020-21 में सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) में 20% से अधिक का योगदान है।
कृषि, सभी संस्कृतियों की जननी है: डॉ. आरबी सिंह
डॉ. आरबी सिंह ने कहा कि कृषि, सभी संस्कृतियों की जननी है। दुनिया की लगभग 27 फीसदी आबादी के साथ अपनी आजीविका के लिए इस पर निर्भर प्रमुख रोजगार प्रदाताओं में से एक है। भारत में 139.34 करोड़ आबादी में से लगभग आधी (43%) आबादी इस क्षेत्र में लगी हुई है, हालांकि मशीनीकरण, शहरीकरण और वर्तमान समय के युवाओं के लिए अधिक आकर्षक अवसरों की उपलब्धता के कारण यह हिस्सा लगातार घट रहा है। इससे पहले राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कार्यक्रम का शुभारंभ होने के बाद छात्र-छात्राओं को डिग्रियां दीं। वहीं राज्यपाल के हाथों से डिग्रियां पाकर छात्रों के चेहरे खिल उठे।