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Meerut Mayor Election 2022: मेरठ में महापौर पद पर इस बार होगी जबरदस्त घमासान

Meerut Mayor Election 2022: आखिरकार आज मेरठ में महापौर सीट ओबीसी के लिए आरक्षित कर दी गई है। सीट ओबीसी होने के बाद पंजाबी समाज, जैन समाज, वैश्य, ब्राहमण, त्यागी, राजपूत समाज के नेताओं को झटका लगा है।

Sushil Kumar
Published on: 5 Dec 2022 9:10 PM IST
Meerut News In Hindi
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मेरठ नगर निगम

Meerut Mayor Election 2022: आखिरकार आज मेरठ में महापौर सीट ओबीसी के लिए आरक्षित कर दी गई है। सीट ओबीसी होने के बाद पंजाबी समाज, जैन समाज, वैश्य, ब्राहमण, त्यागी, राजपूत समाज के नेताओं को झटका लगा है। मेरठ में नगर निगम की राजनीति की बात की जाए तो यहां पर बीजेपी और बसपा का वर्चस्व रहा है। बसपा यहां पर तीन बार महापौर का चुनाव जीत चुकी हैं। जबकि भाजपा दो बार महापौर के चुनाव में विजयी हो चुकी है। पिछले चुनाव में बसपा के टिकट पर महापौर बनी सुनीता वर्मा अपने पति पूर्व विधायक योगेश वर्मा के साथ फिलहाल सपा में है।

इस बार हर हाल में जीतने की कवायद में जुटी भाजपा

पिछले चुनाव में महापौर सीट पर हार का सामना करने वाली भाजपा इस बार हर हाल में जीतने की कवायद में जुटी है। बता दें कि बसपा से चुनाव लड़ी सुनीता वर्मा ने 2017 में भाजपा उम्मीदवार कांता कर्दम को 15 हजार से अधिक वोटों से हराया था। उस समय सीट अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित थी। इस बार सीट के पहले से ही ओबीसी या सामान्य कोटे में जाने की संभावना थी।

साल 2006 में लीलावती की जमानत हुई थी जब्त

मेरठ में जहां तक सपा की बात है सपा अपने दम पर अभी तक महापौर पद प्राप्त नहीं कर सकी है। साल 2006 में महापौर पद पर समा समर्थित लीलावती की जमानत जब्त हुई थी और 10 पार्षद बने थे। साल 2012 में सपा समर्थित महापौर प्रत्याशी रफीक अंसारी हारे थे और चार पार्षद जीते थे। साल 2017 में महापौर प्रत्याशी दीपू मनोठिया हारीं और चार पार्षद जीते थे। वहीं बसपा 1995,2000,2017 में महापौर सीट पर जीत का परचम लहरा चुकी है। भाजपा 2006 और 2012 में महापौर चुनाव जीत चुकी है।

ओबीसी दावेदारों की बात की जाए तो सपा में पार्टी के निवर्तमान जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह जो कि जाट हैं इस बार सपा के सबसे मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। वहीं भाजपा में सिवालखास चुनाव लड़ चुके मनिन्दरपाल सिंह महापौर टिकट की दौड़ में सबसे आगे हैं। इनके अलावा पूर्व मेयर मधु गुर्जर के पति सुशील गुर्जर भी दौड़ में कम पीछे नहीं हैं। जहां तक बसपा की बात है तो मनोज गुर्जर का नाम लिया जा रहा है।

एक नजर में मेरठ नगर निगम

मेरठ नगर निगम में 90 वार्ड हैं। इसमें 2017 में बसपा के 28 ,18 निर्दलीय ,सपा के 4, कांग्रेस के 2, राष्ट्रीय लोक दल के एक , बीजेपी के 36 और एआईएमआईएम का एक पार्षद हैं।

चुनाव वर्ष आरक्षण जीत पार्टी

  • 1995-- सामान्य अयूब अंसारी बसपा
  • 2000-- सामान्य शाहिद अखलाक बसपा
  • 2006-- पिछड़ा वर्ग महिला मधु गुर्जर भाजपा
  • 2012-- पिछड़ा वर्ग पुरुष हरिकांत अहलूवालिया भाजपा
  • 2017-- अनुसूचित जाति महिला सुनीता वर्मा बसपा


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Deepak Kumar

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