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Meerut Nagar Nigam Ward No.31: मेरठ नगर निगम वार्ड-31 शताब्दी नगर की पार्षद हिमांशी, अपने वार्ड को नगर में अव्वल बनाने की चाहत
Meerut Nagar Nigam Ward No.31 Parshad: मेरठ नगर निगम वार्ड-31 शताब्दी नगर की पार्षद हिमांशी ने कहा कि अपने वार्ड को नगर में अव्वल बनाने की चाहत है।
Meerut Nagar Nigam Ward No.31 Parshad: 2017 के नगर निगम पार्षदी के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रुप में पहली बार जीती करीब 33 वर्षीय हिमांशी अपने क्षेत्र में किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। 35 हजार की आबादी वाले वार्ड-31(शताब्दी नगर) को विकास के मामले में नगर में अव्वल बनाने की चाह रखने वाली हिमांशी को पिछले चुनाव में 25.69 फ़ीसदी मत मिले थे। वह कहती हैं,"मुझे और मेरे पति को क्षेत्र के विकास कामों के कराने में बहुत सुकून मिलता है।"
बकौल हिमांशी हमने अपने क्षेत्र में पिछले पांच सालों में नगर निगम और मेरठ विकास प्राधिकरण को मिलाकर करीब 12 करेड़ रुपये के विकास कार्य कराए हैं। इनमें विशेष रुप से जो काम हमने कराया है, उनमें मलिन इलाको में कराए गए काम शामिल हैं। इन इलाक़ों में हम सभी गलियों में इंटरलाकिंग और नाली का निर्माण आज की तारीख में करा चुके हैं। इसके अलावा सभी मुख्य मार्ग की मरम्मत भी कराई गई है।
आपके क्षेत्र में स्कूल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कितने है। इस सवाल के जवाब में हिमांशी कहती हैं,"हमारे क्षेत्र में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो एक भी नहीं है। अलबत्ता,एक प्राइमरी स्कूल है, जिसकी हालत ठीक नहीं है।" हालांकि स्कूल वालों के अनुरोध पर हमने शासन को स्कूल की हालत में सुधार के लिए पत्र भी लिखे। लेकिन,कोई फायदा नहीं हुआ। इस बार अगर क्षेत्र की जनता का हमें दोबारा प्यार और आर्शीवाद मिला। तो हम इस काम को अपने हाथ में लेकर स्कूल में सुधार कराकर ही दम लेंगे। इस बार भी निदर्लीय चुनाव लड़ने का इरादा है क्या। इस सवाल पर हिमांशी कहती है,"इरादा तो बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने का है। लेकिन,अगर टिकट नहीं मिला तो फिर निर्दलीय चुनाव लड़ना पड़ेगा।"
आप जनता को कितना समय देती हैं, इस सवाल पर पार्षद कहती हैं,"जनता की सेवा करने के लिए ही जीत कर आए हैं। तो फिर हमारा सारा समय जनता के लिए ही होगा।" जनता आप से कब मिल सकती है। इसके जवाब में पार्षद कहती हैं। वैसे तो जनता अपनी समस्या के लेकर हमसे कभी भी मिल सकती है। फिर भी हमारा मिलने का समय सुबह 10 बजे से 12 बजे तक और शाम 6 बजे से 8 बजे तक है।
कोई ऐसा काम भी है जो कि आप कराना चाहती थीं। लेकिन करा नहीं सकीं। इसका जवाब गंभीरता से देते हुए पार्षद कहती हैं,हमारे क्षेत्र में एक काफी बड़ा नाला निकल रहा है। यह सिंचाई विभाग के अधीन आता है। इस नाले में हम बाउन्ड्री वॉल बनाना चाहते थे। इसका प्रोजेक्ट बनाकर हमने सिंचाई विभाग को भेजा था। सिंचाई विभाग ने इसका 8 करोड़ रुपये का इस्टीमेट तैयार करके दिया। इस पर एमडीए ने इस प्रोजेक्ट से अपने हाथ पीछे खींच लिए। फिलहाल हमारे प्रयासों के बाद एमडीए ने करीब ढाई करोड़ रुपये का बजट तैयार किया है। अगर दोबारा मौका मिला तो हम इसको बनवाने की कोशिश करेंगे। पार्षद की मानें तो उनके क्षेत्र में पानी और सीवेज व्यवस्था की स्थिति ठीक-ठाक है।