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Meerut Nagar Nigam Ward No.34: मेरठ वार्ड-34 शिवशक्ति नगर पार्षद पति अशोक शर्मा, बजट के अभाव में कई काम रहे अधूरे, वरना वार्ड होता शहर में अव्वल
Meerut Nagar Nigam Ward No.34 Shivshakti Nagar Parshad: नगर निगम वार्ड-34 शिवशक्ति नगर पार्षद पति अशोक शर्मा ने कहा कि बजट के अभाव में कई काम कराने की हसरत नहीं हो सकी पूरी,वरना-मेरा वार्ड होता शहर में अव्वल
Meerut Nagar Nigam Ward No.34 Shivshakti Nagar Parshad: मेरठ नगर निगम का वार्ड-34 (शिवशक्ति नगर) महिला प्रत्याशी के लिए आरक्षित वार्ड है। पिछले चुनाव में यहां नीलम शर्मा(40) बीजेपी के टिकट पर जीत कर पहली बार पार्षद बनी थी। उन्हें 36.33 फीसद वोट मिले थे। पार्षद पति अशोक शर्मा कहते हैं,हमारे द्वारा वार्ड में करीब चार करोड़ रुपये का काम कराया जा चुका है। क्षेत्र में कई-कई छोटे पार्क थे, जिनका सौन्दर्यकरण कराया। अंबेडकर रोड पर हनुमान मंदिर के पीछे पिंक टायलेट बनवाया है। बाल्मीकी बस्ती में सामुदायिक भवन का काम था,जो नहीं करा पाए। इसकी फाइल बनी भी लेकिन पैडिंग रह गई। नगर आयुक्त साहब ने पैसे का रोना रो दिया। इस फाइल पर जबरदस्ती आब्जैक्शन लगा दिया। इसके अलावा हनुमान मंदिर के ठीक पीछे ग्रीन बैल्ट है, वहां पर एक पार्क बनवाने का काम भी रह गया। यह काम भी बजट के अभाव में नहीं हो सका।
इन कामों के अलावा तो बाकी काम हम अपने क्षेत्र में जैसे सड़के,गलियां आदि सब ठीक करवा चुका हूं। पार्षद पति अशोक शर्मा के अनुसार नीलम शर्मा को पहली बार ही बीजेपी से टिकट मिला था और पहली बार ही चुनाव जीती हैं। वें कहते हैं,दरअसल,मेरी पत्नी तो सौ फीसदी हाउस वाइफ हैं। मैं ही राजनीति करता हूं। आपके क्षेत्र में पानी और सीवेज व्यवस्था की स्थिति क्या है। इस सवाल पर पार्षद पति कहते हैं,हमारे यहां शीवर नहीं है। यह हमारे वार्ड की सबसे बड़ी समस्या है। पानी की समस्या यह है कि यहां पानी का प्रेशर कम है। पानी का प्रेशर कम होने से पानी की टकिंया भरती ही नहीं है। मेरे द्वारा इसके लिए प्रयास भी बहुत किये गये। लेकिन बजट के अभाव में यह प्रयास भी सफल नहीं हो सका। पार्षद पति कहते हैं,दो साल कोरोना में चले गये। बाकी एक साल एमपी,एमएलए के चुनाव में चले गये। यानी,पांच में से तीन साल खराब हो गए। वरना काम कराने का इरादा तो बहुत था।
जनता आप से कब मिल सकती है। इस सवाल पर मुस्कारते हुए पार्षद पति कहते हैं, मैं तो जी जनता के बीच में ही रहता हूं। क्षेत्र का कोई ऐसा मोहल्ला सड़क नहीं जहां के लिए मैं काम नहीं करता हूं। आप अपना रोल मॉडल किसे मानते हैं। इस सवाल के जवाब में अशोक शर्मा कहते हैं आलोकजी जो कि आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचारक हैं। आपके क्षेत्र में स्कूल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कितने है। इस सवाल पर अशोक शर्मा कहते हैं, प्राइमरी स्कूल और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो हमारे यहां नहीं है। सामुदायिक भवन इसलिए ही बनवाना चाह रहा था कि अगर सामुदायिक भवन बन जाता तो एक हैल्थ पोस्ट भी सरकार से मिल जाती। क्योंकि हमारे यहां बाल्मीकी नगर और अंबेडकर नगर। यहां सौ-दो सौ रोज कमाने वाले लोग रहते हैं। हैल्थ पोस्ट बनने पर इन लोंगो को सस्ते में इलाज मिल जाता। इसलिए ही सामुदायिक भवन बनवाना मेरे लिए महत्वपूर्ण था।
राजनीति में नहीं आते तो क्या करते? इस सवाल पर पार्षद पति कहते हैं -क्या करता व्यापार करता। अब भी व्यापार करता हूं। राजनीति तो में जनता की सेवा के लिए करता हूं।