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Meerut Nagar Nigam Ward No.42: मेरठ जैन नगर वार्ड की पार्षद वीना गर्ग, सादगी और सेवा के अटूट भाव वाला चेहरा

Meerut Nagar Nigam Ward No.51 Parshad: भारतीय जनता पार्टी ने एक निर्धारित पॉलिसी के तहत सभी नए चेहरों को मैदान में उतारा तो मुझे भी पार्षद बनने का मौका मिला

Sushil Kumar
Published on: 7 Nov 2022 2:00 PM GMT
meerut nagar nigam ward number 42 Jain Nagar BJP Parshad Veena Garg
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meerut nagar nigam ward number 42 Jain Nagar BJP Parshad Veena Garg

Meerut Nagar Nigam Ward No.51 Parshad: मेरठ नगर निगम वार्ड-42(जैन नगर) महिला आरक्षित वार्ड है। वार्ड की पार्षद वीना गर्ग की बात करें तो जनता के बीच वह एक ऐसा चेहरा हैं, जिसमें सादगी और सेवा के अटूट भाव हैं। यही वजह है कि 2017 के चुनाव में वीना गर्ग को 64.66 फीसदी मत मिले। इस तरह उन्होंने 2760 वोंटो के अंतर से पार्षदी का चुनाव जीतकर मेरठ नगर निगम की राजनीति में तहलका मचा दिया। असल में क्षेत्र में उनकी पहचान एक ऐसे पार्षद की है , जो विश्वासनीय और अडिग है। स्थानीय नगर निगम अफसरों से अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने के बावजूद अपने पांच वर्ष के कार्यकाल में, जिस में ढाई साल कोरोना की भेंट चढ़ गए, वीना गर्ग ने वार्ड की तस्वीर बदलकर रख दी है। वार्ड के विकास के लिए तत्पर वीना गर्ग अब तक इलाके में लगभग दो करोड़ रुपये की लागत से विकास कार्य करवाने में सफल रही हैं|

Newstrack से बातचीत में वीना गर्ग कहती हैं कि विगत निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने एक निर्धारित पॉलिसी के तहत सभी नए चेहरों को मैदान में उतारा तो मुझे भी पार्षद बनने का मौका मिला। बस उसी दिन से ठान लिया कि जो भरोसा पार्टी ने मुझे पर जताया है उस पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करने के साथ ही इलाके के विकास के लिए कुछ ऐसा कर जाऊंगी जिसे लोग बरसों तक याद रखें। इलाके की जनता के लिए बहुत कुछ करने का अरमान संजोए वीना गर्ग कहती हैं कि वर्तमान नगर निगम आयुक्त विकास की राह में रोड़ा बने हुए हैं। इलाके का विकास तो हम कराना चाहते हैं, प्रस्ताव भी तैयार है। लेकिन नगर आयुक्त की ओर से फंड ही मुहैया नहीं कराया जा रहा। वीना गर्ग से जब इलाके में लगभग दो करोड़ रूपये के विकास कार्य बिना नगर निगम अफसरों की मदद के कराने के बारे में पूछा गया तो वह कहती हैं कि "जनता ने बड़ी उम्मीदों से मुझे यह अवसर दिया है। ऐसे में यह मेरा फर्ज बनता है कि जहां से भी संभव हो मैं फंड की व्यवस्था करूं और इलाके की समस्याओं का निदान करूं।" वह कहती हैं कि अगर नगर निगम अफसर फंड मुहैया कराते तो आज वार्ड की सूरत ही पूरी तरह बदल चुकी होती।

विकास के सफर पर एक नजर डालते हुए वीना गर्ग क्षेत्र के पूर्व पार्षदों का नाम लिए बगैर कहती हैं कि हमने अपने क्षेत्र में उन गलियों का निर्माण कराया जो कि 30-32 सालों से बनी ही नहीं थीं। इसके अलावा ईदगाह रोड पर ढलाव घर का निर्माण कराया। जो कि क्षेत्र की बहुत बड़ी समस्या थी। क्योंकि इसके बनने से पहले कूड़ा सड़क पर ही इधर-उधर पड़ा रहता था। अब नगर निगम की कूड़ा गाड़ी समय पर आती है और कूड़े को उठा कर ले जाती है। ईदगाह वाले नालें का निर्माण शुरु कराया जो कि नगर निगम द्वारा ठेकेदार का भुगतान नहीं होने की वजह से फिलहाल रुका हुआ है। सबसे बड़ा काम कैंट प्रशासन के सहयोग से एक पाइप लाइन डलवाई जो कि कैंट से आनन्दपुरी तिराहे तक आती है। इससे क्षेत्र की जलभराव समस्या का हल हो गया । क्षेत्र में कुछ सड़कों का काम किया। पैच वर्क भी लगातार चलता रहता है।

इसके अलावा ईदगाह पर इतना पानी भर जाता था। हमने यहां खुद खड़े हो कर पुलिया का निर्माण कराया। पार्षद वीना गर्ग आगे कहती है," हमने चाहे पुलिया ही बनवाई। लेकिन हमने क्षेत्र की हर गली-मोहल्ले में कुछ ना कुछ विकास का काम कराया जरुर है। वरना, पिछले 21 सालों में इस क्षेत्र में सिवाय बक-बक के किसी ने कुछ नहीं कराया।" पार्षद कहती हैं,"मुझे अपने आप पर घंमड तो नहीं है। लेकिन,स्वाभिमान जरुर है कि हमने क्षेत्र के लिए काफी कुछ किया है।"

नगर निगम अफसरों के सहयोग के सवाल पर वीना गर्ग कहती हैं," आज जो नगर निगम आयुक्त हैं वो कुछ काम ही नहीं करके दे रहे। आखिर हम उनके पीछे कहां तक भागें। अलबत्ता,इससे पहले के नगर आयुक्त मनीष बंसल के कार्यकाल में जरुर हमारे क्षेत्र में बहुत अच्छे काम हुए हैं। उनके समय में ही ढलाव-घर बन सका।" कहा जा सकता है कि उन्होंने हमारा विकास कार्यों का कोटा एक तरह से पूरा कर दिया। वीना गर्ग जो कि पार्षद होने के अलावा एडवोकेट भी हैं ।भारत सरकार की नोटेरी भी हैं। जनता से शाम 5 बजे से आठ बजे तक मिलती हैं। रोल मॉडल किसे मानते हैं, इस सवाल के जवाब में वीना गर्ग कहती हैं," बीजेपी के क्षेत्रीय नेता बिजेन्द्र अग्रवाल और विजय आनन्द मेरे रोल मॉडल है।"

Anant kumar shukla

Anant kumar shukla

Content Writer

अनंत कुमार शुक्ल - मूल रूप से जौनपुर से हूं। लेकिन विगत 20 सालों से लखनऊ में रह रहा हूं। BBAU से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन (MJMC) की पढ़ाई। UNI (यूनिवार्ता) से शुरू हुआ सफर शुरू हुआ। राजनीति, शिक्षा, हेल्थ व समसामयिक घटनाओं से संबंधित ख़बरों में बेहद रुचि। लखनऊ में न्यूज़ एजेंसी, टीवी और पोर्टल में रिपोर्टिंग और डेस्क अनुभव है। प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काम किया। रिपोर्टिंग और नई चीजों को जानना और उजागर करने का शौक।

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