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Meerut Nagar Nigam Ward No.47: मेरठ नगर निगम वार्ड 47 शाहपीर गेट के पार्षद मेबिन खान, दलित और मुस्लिम इलाकों की हो रही उपेक्षा

Meerut Nagar Nigam Ward No.47 Shahpeer Gate Parshad: पिछले चुनाव में 31.32 फीसदी मत लेकर सफल हुए 40 वर्षीय पार्षद मोबिन खान आगे कहते हैं,” जब से यह बीजेपी सरकार आई है।

Sushil Kumar
Published on: 13 Oct 2022 6:26 PM IST
Meerut Nagar Nigam Ward No.47 Shahpeer Gate Parshad
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Meerut Nagar Nigam Ward No.47 Shahpeer Gate Parshad: नगर निगम वार्ड-47(शाहपीर गेट) के निर्दलीय पार्षद मोबिन खान नगर निगम अफसरों से बेहद नाराज हैं। मोबिन खान नाराजगी भरे स्वर में न्यूजट्रैक से कहते हैं,"नगर निगम का हमें कोई सहयोग नहीं मिलता। दलित और मुस्लिम इलाकों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। हमारी उपेक्षा की जा रही है। कोई सुनने वाला नहीं है। रोजाना लड़ाई भी लड़ते हैं सड़को पर,लेकिन कुछ नहीं होता। अभी अखबार में पढ़ा भी होगा। देखा भी होगा कि पार्षदो को उठाकर फेंक दिया नगर आयुक्त ने।आईएएस अधिकारी आये हुए हैं हमारे यहां ये जनता की सुनते कम हैं,अपनी ज्यादा कहते हैं।"

पिछले चुनाव में 31.32 फीसदी मत लेकर सफल हुए 40 वर्षीय पार्षद मोबिन खान आगे कहते हैं,"जब से यह बीजेपी सरकार आई है। तब से मुस्लिम और दलित क्षेत्रों में यह काम नहीं करा पा रहे हैं। भेदभाव की राजनीति चल रही है और कुछ नहीं। जनता बड़ी उम्मीदों के साथ पार्षद को चुनकर भेजती है। पार्षद आवाज उठाता भी क्षेत्र की समस्याओं के लिए । लेकिनकहीं सुनवाई नहीं होती। हमने धरना-प्रदर्शन भी किया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हम तो बीडीसी सदस्यों से भी गये गुजरे हैं। खासतौर पर मुस्लिम और दलित क्षेत्रों के पार्षद। नगर निगम अफसरों की उपेक्षा के कारण ही हम क्षेत्र की जनता की उम्मीदों पर 30 फीसदी ही सफल हुए हैं।"

मोबिन खान कहते हैं-सहयोग नहीं मिलने के बावजूद भी हम जितना करा सकते थे। उतना काम कराया है हमने। जहां तक बड़े काम की बात है ते इन्द्रा चौक से लेकर बुढ़ाना गेट चौपले तक की सड़क बनवाई है। एक करोड़ पांच लाख रुपये का बजट था सड़क का। यही बड़ा काम हुआ है। बाकी हाल बुरा है। आपके क्षेत्र में पानी और सीवेज व्यवस्था की स्थिति क्या है? इस सवाल के जवाब में मोबिन कहते हैं-अभी सीवर लाइन डाल कर गये थे। लेकिन अभी कोई भी सीवर की लाइन हमारे यहां चालू नहीं है। पानी की बात ऐसी है कि ठीक-ठाक है। लेकिन,कभी-कभी नाला-नाली का पानी आ जाता है पानी की टोंटी में।

आपके क्षेत्र में स्कूल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कितने है? इस सवाल के जवाब में मोबिन कहते हैं,"पूर्वा अहिरान में एक प्राईमरी स्कूल है,जिसकी हालत भी खराब है। एक स्वास्थ्य केंद्र कोतवाली में है। पुरानी इमारत में चल रहे इस स्वास्थ्य केन्द्र की भी हालत खराब है।" जनता आप से कब मिल सकती है? इस सवाल के जवाब में पार्षद कहते हैं-जनता से तो हम 24 घंटे मिलते हैं। रात को 12 बजे भी फोन आ जाता है तो हम उठकर चल देते हैं। जाना हमारा काम है। काम होना ना होना वो सरकार के हाथ में है।



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