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Meerut Nagar Nigam Ward No.70: मेरठ इस्माइल नगर वार्ड के पार्षद चौधरी इकराम, लोगों की एक पुकार पर उनके साथ खड़ा हो जाता हूं
Meerut Nagar Nigam Ward No.70 Ismail Nagar Parshad: करीब 49 वर्षीय चौधरी इकराम जो कि जिला योजना समिति के सदस्य भी हैं इस संवाददाता के साथ बातचीत में कहते हैं,”सोचा था।
Meerut Nagar Nigam Ward No.70 Ismail Nagar Parshad: मेरठ नगर निगम में कांग्रेस के दो ही पार्षद हैं। इनमें नगर निगम वार्ड-70( इस्माइल नगर) के पार्षद चौधरी इकराम भी शामिल हैं। इकराम पहली बार ही पार्षद बने हैं। उन्हें चुनाव में 25.25 फीसदी मत मिले थे। इकराम के लिए पार्षदी का पहला टर्म का अनुभव अच्छा नहीं रहा।
करीब 49 वर्षीय चौधरी इकराम जो कि जिला योजना समिति के सदस्य भी हैं इस संवाददाता के साथ बातचीत में कहते हैं,"सोचा था। पार्षद बनकर अपने क्षेत्र के लोगों की दिक्कतों को दूर करुंगा। जिन्होंने बड़ी ही उम्मीदों के साथ मुझे पार्षद बना कर नगर निगम सदन पहुंचाया है। लेकिन,अपने तमाम प्रयासों के बाद भी मैं अपने क्षेत्र के लोंगो की समस्याओं को दूर कर पाने में कामयाब नहीं हो सका,जिसका मुझे गहरा अफसोस है। आखिर दूर करता भी कैसे। इस सरकार में कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मेरे क्षेत्र में ही नहीं तमाम नगर की छोटी-बड़ी सड़के-गलियां सब टूटी पड़ी हैं। नगर निगम अधिकारी भी हालात से परिचित हैं। लेकिन कर कुछ नहीं रहे हैं। पार्षद धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन फिर भी हालात नहीं सुधर रहे हैं।"
चौधरी इकराम आगे कहते हैं," मैं जिला योजना समिति का सदस्य हूं। फिर भी मेरे काम नहीं हो पा रहे हैं। अधिकारियों को यह सोचना चाहिए कि हम कोई अपना निजी काम थोड़े करा रहें हैं। जनता का काम करा रहें हैं,जिनके सेवक हैं सरकारी अधिकारी। मेरे क्षेत्र की प्याऊं,पुलिया,सड़के,गलियां टूटी पड़ी हैं। स्ट्रीट लाइट ना के बराबर हैं। जो बल्ब या ट्यूबलाइट खराब हो गई फिर नहीं बदली जा रही। 15 हजार की आबादी वाला मेरा वार्ड बुरी तरह कराह रहा है। लोग मुझे कहते हैं,लेकिन मैं करुं भी क्या करुं। मैं भी ऊपर फरियाद कर सकता हूं। प्रस्ताव बना कर भेज सकता हूं। लेकिन ऊपर हमारी कोई सुन ही नहीं रही है।"
आपके क्षेत्र में पानी और सीवेज व्यवस्था की स्थिति क्या है। इस सवाल के जवाब में कांग्रेसी पार्षद इकराम कहते हैं-सीवर डालकर तो चले गये। लेकिन चालू नहीं हुए हैं। पानी की हालत खराब है। कहीं-कहीं तो गन्दा आ रहा है। शिकायत की जाती है। लेकिन होता कुछ नहीं। हम तो परेशान हैं। क्षेत्र की जनता समझती है कि हम उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कुछ नहीं कर रहे। अब उन्हें कौन बताए कि हम कितना संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन जब हमारी सुनवाई ही नहीं हो रही तो हम क्या करें।
जनता आप से कब मिल सकती है। इस सवाल के जवाब में इकराम कहते है,"मैं तो हर समय तैयार रहता हूं। जनता कभी भी मिल सकती है। एक पुकार पर मैं जनता के साथ किसी भी समय खड़ा हो जाता हूं। काम हो या ना हो। यह अधिकारियों पर निर्भर करता है।" आप अपना रोल मॉडल किसे मानते हैं। एक ही है राहुल गांधीजी।