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Meerut Nagar Nigam Ward No.90: मेरठ फिरोज नगर वार्ड के पार्षद पति नवाब, नगर निगम में भेदभाव, 5 साल में एक रुपये का भी काम नहीं हुआ
Meerut Nagar Nigam Ward No.90 Parshad: पार्षद पति नवाब ने कहा कि नगर निगम में भेदभाव होता क्योंकि मेरी पत्नी बीएसपी के टिकट पर चुनाव जीती हैं।
Meerut Nagar Nigam Ward No.90: नगर निगम वार्ड-90(फिरोज नगर) शहर के पुराने इलाके में स्थित है। इलाके की सड़के,पुलियां सब टूटी पड़ी हैं। जगह-जगह गंदगी के ढेर लगे पड़े हैं। इस वार्ड की पार्षद वैसे तो शकीला (52)हैं। लेकिन सारा कामकाज उनके पति नवाब पार्षद ही संभालते हैं जो कि 2012 के चुनाव में इस क्षेत्र से पार्षद चुने गये थे। दरअसल,2017 में वार्ड अन्य पिछड़ा वर्ग महिला में आरक्षित होने के कारण नवाब पार्षद खुद खड़े नहीं हो सके तो उन्होंने अपनी पत्नी शकीला को बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़वा दिया। क्योंकि नवाब पार्षद का इलाके में काफी प्रभाव है। सो,उनकी पत्नी शकीला 50.68 फीसदी मत लेकर चुनाव जीत भी गई।
इलाके की दयनीय हालत का ठीकरा पार्षद पति नवाब पार्षद नगर निगम पर फोड़ते हुए कहते है, "नगर निगम में भेदभाव चल रहा है। मेरी पत्नी क्योंकि बीएसपी के टिकट पर चुनाव जीती हैं । इसलिए मेरे वार्ड में एक रुपये का भी काम पिछले पांच साल में नहीं हुआ है।" नगर निगम अफसरों से काफी नाराज दिख रहे नवाब पार्षद कहते हैं," आप पूरे वार्ड का सर्वे कर लो। सब टूटा पड़ा है। रोड पर जो पुलियां हैं गिरने को तैयार हैं। सड़को पर 75 लाईटे लगनी थी। नहीं लगी। पहली वाली लाइटें बंद पड़ी हैं। उन्हें कोई ठीक करने नहीं आता। नगर आयुक्त से बात करो तो वो अपने हाथ खड़े कर देते हैं।"
सफाई के मामले में भी हमारा वार्ड खराब है। नगर निगम कर्मचारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। गंदगी के जगह-जगह ढेर लगे पड़े हैं। शिकायत करते हैं। लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। मेयर भी हमारी नहीं सुनती। हमारा फोन तक नहीं उठाती। पहले के नगर आयुक्त ने जब काम चल रहा था। तब हमारी फाइलें नहीं की। कहा तो कहने लगे,अभी नहीं हो सकती। नये आयुक्त ने 40 लाख रुपये की हमारी तीन फाइले की थी। पर कोई टेंडर नहीं बिका।
भूमिया पुल में माता की पुलियां गिरने को तैयार है। कोई सुनने को तैयार नहीं। 3 लाख 21 हजार रुपये का टेंडर बनवाया था। वो भी किसी ने खरीदा नहीं। फिर अगले ही पल नवाब पार्षद बोलते हैं," जब नगर आयुक्त किसी का पेमेन्ट ही नहीं कर रहे तो कौन टैंडर लेगा। अब हमें ही अपने खर्चे पर बनवानी होगी। क्षेत्र के लोग हमें कहते हैं। क्योंकि लोंगो को काम चाहिए।" नगर निगम में भेदभाव इतना है कि फंला दल का पार्षद है इसका काम मत करो। काम नहीं होता तो लोग हमें ताने देते हैं। कई लोग तो ऐसे भी हैं जो कि गाली भी दे जाते हैं।
आपके क्षेत्र में पानी और सीवेज व्यवस्था की स्थिति क्या है? इस सवाल के जवाब में पार्षद पति कहते हैं," पीने की पानी की व्यवस्था यह है कि जो भूमिया पुल पर ट्यूबवैल लगा है। खराब हो गया है। हम अगर नया प्रस्ताव लेकर जाते हैं तो हमारे प्रस्ताव होते नहीं। सीवर बंद पड़े हैं। कोई खुला हुआ नहीं है। प्राथमिक स्कूल,प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हमारे क्षेत्र में है नहीं।
जनता आप से कब मिल सकती है? इस सवाल के जवाब में नवाब पार्षद कहते हैं-मैं तो सुबह नौ बजे अपने आफिस बैठ जाता हूं। 12 बजे लोगों के काम से नगर निगम दफ्तर चला जाता हूं। लौट कर फिर रात 12 बजे तक बैठता हूं। आप अपना रोल मॉडल किसे मानते हैं। इस सवाल के जवाब में पार्षद पति नवाब कहते हैं,"शाहिद अब्बासी। ये पार्षद दल के नेता हैं। लगातार पांच चुनाव पार्षदी के जीत चुके हैं। यही मेरे रेल मॊडल हैं। यही मेरे गुरु हैं।"