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Meerut News: मेडिकल कॉलेज से गायब हुआ एक दिन का नवजात, 24 घंटे बाद भी नही चला पता
Meerut News: मंगलवार को हुई इस घटना की मेडिकल थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर बच्चे और आरोपी की तलाश शुरु कर दी है।
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ के एलएलआरएम मेडिकल अस्पताल के गायनिक वार्ड से एक दिन के नवजात बच्चे का कथित रुप से अपहरण लिया गया। आरोपी, अस्पताल का कर्मचारी बनकर जच्चा-बच्चा वार्ड के पास घूम रहा था। आरोपी नवजात को ले जाते हुए सीसीटीवी में कैमरे में कैद हो गया है। मंगलवार को हुई इस घटना की मेडिकल थाना पुलिस ने तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर बच्चे और आरोपी की तलाश शुरु कर दी है।
मेरठ का एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज अक्सर चर्चाओं में रहता है। कभी इलाज में लापरवाही को लेकर तो कभी जूनियर डॉक्टर्स की मरीजों और तीमारदारों से बदसलूकी को लेकर, लेकिन इस बार तो हद्द ही हो गई जब मंगलवार दोपहर दिनदहाड़े एक दिन के नवजात बच्चे का अपहरण कर लिया गया। किठौर थाना क्षेत्र के महलवाला गांव निवासी नीनू द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मेडिकल थाना पुलिस ने बताया कि नीनू की पत्नी डोली मेडिकल कॉलेज में गायनिक वार्ड में भर्ती है। सोमवार दोपहर ढाई बजे डोली ने बेटे को जन्म दिया।
नीनू ने बताया कि इस दौरान वार्ड में ही एक युवक उनसे काफी घुल मिल गया। वह बता रहा था कि वह यहीं कर्मचारी है और उसका एक मरीज भी यहां भर्ती है। मंगलवार सुबह करीब साढ़े दस बजे उस युवक ने कहा कि नर्स ने बच्चे को मंगाया है, उसके वैक्सीन लगानी है। उन्होंने विश्वास करके उसे बच्चा दे दिया, लेकिन जब वह एक घंटे बाद भी नहीं आया तो उन्हें संदेह हुआ। उन्होंने उसे काफी तलाश किया, लेकिन वह नहीं मिला।
नवजात को सकुशल बरामद करने के लिए पुलिस की दो टीमें बनी
घटना के बारे में एसएसपी रोहित सजवाण का कहना है कि तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर नवजात को सकुशल बरामद करने के लिए पुलिस की दो टीमें बना दी गई हैं। सीसीटीवी की फुटेज की भी मदद ली जा रही है। जल्द बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया जाएगा। उधर, मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आरसी गुप्ता ने बताया कि अस्पताल परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में युवक बच्चे को ले जाते हुए नजर आ रहा है। बता दें कि मेडिकल अस्पताल के गायनिक और बच्चा वार्ड से पहले भी कई घटनाएं बच्चा चोरी हो चुकी हैं। लेकिन ताजा घटना से लगता यही है कि अस्पताल प्रबन्धन ने इन घटनाओं से कोई सबक नही लिया है।