TRENDING TAGS :
मेरठ : भाजपा सांसद की गैस एजेंसी में हुई लूट की घटना का पुलिस ने किया खुलासा, तीन आरोपी गिरफ्तार
मेरठ पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी की सांसद कांता कर्दम के गैस एजेंसी पर हुई लूटपाट मामले में खुलासा करते हुए एक पूर्व कर्मचारी समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
मेरठ। भारतीय जनता पार्टी की राज्यसभा सदस्य कांता कर्दम की गैस एजेंसी पर लूट की वारदात डेढ़ माह पहले हटाए गए कर्मचारी ने की थी। इसका खुलासा सर्विलांस टीम व थाना मेडिकल पुलिस द्वारा तीन अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में एक गैंस एजेंसी का ही पूर्व कर्मचारी हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों के कब्जे से लूट में प्रयुक्त मोटरसाइकिल,तीन देशी तंमचे के अलावा घटना में लूटे गये दो लाख इक्यावन हजार रुपये बरामद किये गये हैं।
मेडिकल क्षेत्र में पीवीएस रोड पर 8 फरवरी की शाम चेतना गैस एजेंसी का कर्मी विकास तीन लाख रुपये की रकम लेकर स्थानीय एसबीआई बैंक जा रहा था। इसी दौरान कुटी चौराहे के पास बदमाशों ने हथियारों के बल पर नकदी लूट ली और फरार हो गए। वारदात की सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के हाथ लगी थी। वहीं मामले के खुलासे के लिए एसओजी को लगाया गया था। इसके अलावा सर्विलांस टीम को भी काम पर लगाया था।
अब तक तीन आरोपी गिरफ्तार
मेरठ नगर पुलिस अधीक्षक विनीत भटनागर ने घटना के खुलासा करते हुए आज बताया कि आठ फरवरी को राज्यसभा सदस्य कांता कर्दम की गैस एजेंसी के कर्मचारी विकास से हुई लूट की घटना की विवेचना थाना मेडिकल पुलिस तथा सर्विलांस टीम को सौंपी गई थी। आज थाना मेडिकल प्रभारी सन्तशरण सिंह व सर्विलांस टीम प्रभारी योगेन्द्र कुमार की अगुवाई में पुलिस टीम ने प्रवेश विहार आउटर के पास से घटना में शामिल तीन अभियुक्तों विशाल पुत्र अजीत सिंह, पंकज पुत्र सुरेश, निशान्त पुत्र प्रेमपाल को नाजायज तमंचा कारतूस, मोटरसाईकिल तथा घटना में लूटे गये दो लाख इक्यावन हजार रुपये सहित गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई है। चौथा आरोपित धर्मेंद्र अभी पुलिस पकड़ से दूर है।
आरोपी 6 साल से करता था एजेंसी में काम
पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त विशाल द्वारा बताया गया कि अब से लगभग 6 वर्ष पहले मै चेतना गैस एजेन्सी में काम करता था लेकिन एजेन्सी के मैनेजर का व्यवहार ठीक न होने के कारण मैने वहां से नौकरी छोड दी थी। पंकज तथा विशाल हम दोनो साथ में क्रिकेट खेलते थे। इसलिए दोनों में अच्छी दोस्ती थी। विशाल को जानकारी थी कि चेतना गैस एजेन्सी का कैशियर प्रतिदिन अच्छा खासा कैस लेकर जाता है। इस बारे में उसने अपने दोस्त पंकज को बताया था। पंकज ने विशाल को अपने गांव के धमेन्द्र उर्फ फुल्लू पुत्र ब्रजलाल तथा दोस्त निशान्त से मिलवाया था तब चोरों ने मिलकर गैस एजेन्सी के कैशियर से कलैक्शन का पैसा लूटने की योजना बनायी थी
गिरफ्तार अभियुक्तों के अनुसार उन्होंने मिलकर गाजियाबाद से एक प्लसर मोटर साईकिल चुराई थी। घटना करने से पहले दो फरवरी को इसी चोरी की काली पल्सर से विशाल तथा धर्मेन्द्र उर्फ फुल्लू व पंकज रैकी करने के लिये चेतना गैस एजेन्सी के पास आये थे और एजेन्सी के कर्मचारी को पैसा ले जाने का समय नोट कर लिया था। उसके बाद चार फरवरी को चारों पुनः रैकी करने के लिए आये थे। जब अभियुक्तगण को कैश ले जाने वाले कर्मचारी और उसके टाईम से कन्फर्म हो गये तो आठ फरवरी को कुटी चैराहे के पास सर्विस रोड पर पकंज तथा निशान्त ने गैस एजेन्सी के कर्मचारी की स्कूटी रूकवाकर पैसो का थैला छीन लिया था। विशाल तथा धर्मन्द्र उर्फ फुल्लू मोटर साईकिल लेकर सडक के दूसरी तरफ खडे हुए थे। लूट करने के बाद चारों बदमाश मोटरसाईकिलों से भाग गये थे।
गिरफ्तार अभियुक्तों के अनुसार सुभारती मेडिकल कालेज के पास जाकर हमने पैसे गिने थे उनको कुल 2 लाख 80 हजार नौ सौ रुपये मिले थे। विशाल को 55 हजार रूप्ये, निशान्त को 20 हजार रूप्ये तथा पंकज को 1,80,000/-रूपये दिये थे बाकी पैसा धर्मेन्द्र ने अपने पास रख लिया था और कहा था कि बाद में हिसाब किताब कर लेंगे।