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Meerut University News: कुलपति बोलीं, अपनी सभ्यता, संस्कृति और विरासत पर गर्व करना चाहिए
Meerut University News: उन्होंने कहा कि आंखों में उम्मीद के सपने नई उड़ान भरता हुआ मन कुछ कर दिखाने का दमखम होता है. दुनिया को अपनी मुट्ठी में करने का साहस रखने वाला युवा कहा जाता है.
Meerut University News: चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने विवि परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि वर्षो की गुलामी सहने और लाखों देशवासियों का जीवन खोने के बाद हमने आजादी पाई है लेकिन, आज की युवा पीढ़ी से यह अपेक्षा है कि वह अपनी सभ्यता संस्कृति और विरासत पर गर्व करें।
उन्होंने कहा कि आंखों में उम्मीद के सपने नई उड़ान भरता हुआ मन कुछ कर दिखाने का दमखम होता है. दुनिया को अपनी मुट्ठी में करने का साहस रखने वाला युवा कहा जाता है. युवा शब्द ही मन में उड़ान और उमंग पैदा करता है उम्र का यही दौर है जब न केवल उस युवा के बल्कि उसके राष्ट्र का भविष्य तय किया जा सकता है आज के भारत को युवा भारत कहा जाता है क्योंकि हमारे देश में असंभव को संभव में बदलने वाले युवाओं की संख्या सर्वाधिक है भारत में 25 वर्ष से कम आयु के लगभग 27 प्रतिशत युवा है।
युवाओं को योग्य बनाना हमारा कर्तव्य
प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने कहा कि कोई भी भारतीय युवा विश्व स्तरीय उच्च शिक्षा के बिना विश्व के पटल पर अपनी छाप नहीं छोड़ सकता यह एक महत्वपूर्ण कार्य है. जिसमें हम सभी विश्वविद्यालयों शैक्षणिक विशेषज्ञों महाविद्यालय व्यवसायिक प्रशिक्षण संस्थानों और औद्योगिक उपक्रमों को सही संख्या का आकलन करने, राष्ट्र निर्माण कार्यों से संबंधित पाठ्यक्रम डिजाइन करने मूल्यांकन करने, शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार वर्चुअल क्लासरूम शिक्षा को सुनिश्चित करना एवं छात्रों को रोजगार योग्य कौशल में अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा का सामना करने में सक्षम बनाना हमारा कर्तव्य है।
इस दौरान कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्यों का जिक्र किया. साथ ही उन्होंने अटल बिहारी वाजपेई जी की कविता बाधाएं आती हैं, आएं घिरे प्रलय की घोर घटाएं पांव के नीचे अंगारे सिर पर बरसे यदि ज्वालाएं निज हाथों में हंसते-हंसते आग लगाकर जलना होगा. कदम मिलाकर चलना होगा का पाठ किया। यही नहीं उन्होंने सरदार भगत सिंह, स्वामी विवेकानंद का भी जिक्र किया।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
कार्यक्रम का संचालन साहित्यिक सांस्कृतिक परिषद की समन्वयक प्रो0 नीलू जैन गुप्ता ने किया। इस अवसर पर कुलसचिव धीरेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी रमेश चंद्र, परीक्षा नियंत्रक डाॅ0 अश्वनी कुमार, साहित्यिक सांस्कृति परिषद के अध्यक्ष प्रो0 विघ्नेश कुमार, प्रो0 वाई विमला, प्रो0 मृदुल गुप्ता, प्रो0 भूपेंद्र सिंह, प्रो0 एसएस गौरव, प्रो0 जितेंद्र ढाका, प्रो0 अशोक चौबे, प्रो0 योगेंद्र सिंह, प्रो0 बिन्दु शर्मा, प्रो0 प्रदीप चैधरी, इंजीनियर मनीष मिश्रा, मनोज कुमार इंजीनियर विकास त्यागी, आदि मौजूद रहे।