Meerut News: 17 सिंगल स्क्रीन सिनेमा बनेंगे कॉम्प्लेक्स, सरकार की नई नीति से हॉल मालिक खुश

Meerut News: प्रदेश सरकार की नई नीति से मेरठ के सिनेमा हॉल मालिक भी काफी खुश हैं। बता दें कि मेरठ में 17 सिनेमा हॉल बंद पड़े हैं।

Sushil Kumar
Published on: 24 Nov 2023 12:19 PM GMT
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मेरठ में 17 सिंगल स्क्रीन सिनेमा बनेंगे कॉम्प्लेक्स (न्यूजट्रैक)

Meerut News: प्रदेश सरकार की नई नीति से मेरठ के सिनेमा हॉल मालिक भी काफी खुश हैं। बता दें कि मेरठ में 17 सिनेमा हॉल बंद पड़े हैं। यह वह सिनेमा हॉल है जो कभी मेरठ के शानदार सिनेमा हॉल कहे जाते थे। सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर अधिकांशतः शहर के पुराने सघन इलाकों में स्थित हैं। फिलहाल शहर में दो सिंगल स्क्रीन सिनेमा हॉल अनुराग और रीगल सिनेमा हॉल का अभी भी संचालन किया जा रहा है। जबकि शहर के तीन सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर ने अपने को परिसर में तब्दील कर लिया है। इनमें निगार डबल स्क्रीन के साथ संचालित है। नंदन अगले कुछ महीने में चालू होने जा रहा है। वहीं अप्सरा सिनेमा कांपलेक्स में तब्दील हो गया है।

बंद पड़े सिनेमाघर कॉम्प्लेक्स में होंगे तब्दील

उत्तर प्रदेश के शहरों के मुख्य बाजारों में बने और बंद पड़े सिनेमाघरों को अब बहुमंजिला कॉम्प्लेक्स बनाने की अनुमति दे दी गई है। अब तक उनको तोड़कर मार्केट बनाने की अनुमति नहीं थी। जिला मेरठ सिनेमा प्रदर्शक संघ के अध्यक्ष अजय गुप्ता कहते हैं कि सरकार को सिंगल स्क्रीन सिनेमा के दिन लौटाने के लिए सिनेमा संचालकों से बात करके नीति में बदलाव करने चाहिए। गुप्ता के अलावा भी शहर के बंद पड़े सिनेमाघरों के संचालक मानते हैं कि सिंगल स्क्रीन सिनेमा को बचाने के लिए सरकार को बहुत कुछ करने की जरूरत है। सिनेमा संचालकों का कहना है कि सिंगल स्क्रीन सिनेमा को फिर से खड़ा करने के लिए सरकार को अपनी नीति में बड़े बदलावों के साथ जीएसटी में भी अनुदान देना होगा। तभी सिंगल स्क्रीन सिनेमाघर का कुछ भला हो सकेगा।

बता दें कि मेरठ में सिंगल स्क्रीन के पतन का सिलसिला करीब तीन दशक पूर्व शुरु हुआ था। बदलते वक्त और टेक्नोलॉजी का पहिया कुछ ऐसा घूमा की दर्शकों ने धीरे-धीरे सिनेमाघरों से मुंह मोड़ लिया। मल्टीप्लेक्स के जादू ने सिनेमाघरों के सम्मोहन को खत्म कर दिया। नतीजा यह हुआ कि सिनेमाघर खंडहरों में तब्दील हो गए। शहर की घनी आबादी वाले इलाके में स्थित अप्सरा सिनेमा को पिछले दिनों जब तोड़ने के बाद जब उसे काम्प्लेक्स में तब्दील किया गया तो सिनेमा से लगाव रखने वाले लोगों का दुःखी होना लाजिमी था। लोंगो का कहना है कि अप्सरा जैसे सिनेमा घर के टूटने का मतलब साफ है कि मेरठ में अब सिंगल स्क्रीन सिनेमा का अस्तित्व खत्म होने के कगार पर पहुंच चुका है।

Shishumanjali kharwar

Shishumanjali kharwar

कंटेंट राइटर

मीडिया क्षेत्र में 12 साल से ज्यादा कार्य करने का अनुभव। इस दौरान विभिन्न अखबारों में उप संपादक और एक न्यूज पोर्टल में कंटेंट राइटर के पद पर कार्य किया। वर्तमान में प्रतिष्ठित न्यूज पोर्टल ‘न्यूजट्रैक’ में कंटेंट राइटर के पद पर कार्यरत हूं।

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