TRENDING TAGS :
Meerut News: 26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर मार्च की तैयारी में लगे भाकियू नेता बोले, ऐतिहासिक होगी ट्रैक्टर ब्लॉक तिरंगा मार्च
Meerut News Today: भारतीय किसान यूनियन नेता ने इस मौके पर सभी जिम्मेदार पदाधिकारियों ने एकजुट होकर ट्रैक्टर तिरंगा मार्च को ऐतिहासिक करने का संकल्प लिया। उ
Meerut News in Hindi: मेरठ, 21 जनवरी। भारतीय किसान यूनियन के प्रयागराज महाकुंभ चिंतन शिविर में लिए गए निर्णय अनुसार ब्लॉक ट्रैक्टर तिरंगा मार्च की तैयारी भाकियू मेरठ ने जोर शोर से शुरू कर दी है। इसी क्रम में जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने ब्लॉक जानी और रोहटा के जिम्मेदार पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भोला झाल चक्की पर की। इस दौरान अनुराग चौधरी जिलाध्यक्ष ने सभी से ट्रैक्टर तिरंगा मार्च की तैयारी शुरू करने का आव्हान करते हुए सभी से अपने अपने ग्रामों से बड़ी संख्या में ट्रैक्टरों को मार्च में शामिल करने ओर किसान समस्याओं के समाधान करवाने का आव्हान किया।
जाने किसानों का ट्रैक्टर मार्च कब होगा
भारतीय किसान यूनियन नेता ने इस मौके पर सभी जिम्मेदार पदाधिकारियों ने एकजुट होकर ट्रैक्टर तिरंगा मार्च को ऐतिहासिक करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि ब्लॉक जानी का ट्रैक्टर मार्च भोला झाल चक्की से शुरू होगा। जबकि राेहटा ब्लॉक का ट्रैक्टर मार्च जटपुरा से शुरू होगा। किसान नेता के अनुसार दोनों मार्च अपने अपने ब्लॉक जानी ओर रोहटा तक पहुंचेगा और स्थानीय समस्याओं का समाधान संबंधित अधिकारियों से मांग करेंगे। अगर आवश्यक समस्याओं का निस्तारण संबंधित अधिकारी द्वारा तय समय पर नहीं किया गया तो संगठन पदाधिकारी अनिश्चितकालीन धरने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इस बैठक में तहसील अध्यक्ष मोनू,बबलू सिसौला, सोनू, सुनील, सत्ते, हरीशपाल, उत्तम, सचिन, वीरेंद्र, आदित्य, आमिर, विनय, विपुल, अनुज सिरोही, अमरसिंह, देव आदि भी शामिल रहे।
ट्रैक्टर मार्च को लेकर किसान पिछले कई दिनों से तैयारियों में लगे हैं। बता दें कि किसान तीनों नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। एमएसपी को लेकर भी किसान सरकार से नाराज हैं। किसानों की मांग है कि इन कानूनों को वापस लिया जाए। सरकार और किसान संगठनों के बीच इस मुद्दे पर कई दौर की बैठक भी हो चुकी है, लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई। फिलहाल मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। सुप्रीम कोर्ट ने एक कमेटी बनाई है। सुप्रीम कोर्ट के कमेटी वाले फैसले पर भी किसान संगठन संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों में किसानों ने लोहड़ी पर कृषि कानून की प्रतियां जलाई और आंदोलन को और तेज करने की अपील की।