TRENDING TAGS :
Meerut News: लोकसभा चुनाव से पहले पुलिस ने अवैध शस्त्र बनाने की फैक्ट्री का किया खुलासा
Meerut News: मेरठ की थाना इंचोली पुलिस और सर्विलांस सैल की संयुक्त कार्यवाही में अवैध शस्त्र फैक्टरी का भंडाफोड़ किया गया है।
Meerut News: लोकसभा चुनाव में खपाने के लिए अवैध रूप से असलहे तैयार किए जा रहे थे। मेरठ की थाना इंचोली पुलिस और सर्विलांस सैल की संयुक्त कार्यवाई में अवैध शस्त्र फैक्टरी का भंडाफोड़ किया गया है। पुलिस ने मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बड़ी संख्या में पिस्टल, अवैध तमंचे, बंदूक, कारतूस व अवैध शस्त्र बनाने के उपकरण बरामद हुए हैं। बताया गया है कि गांव निवासी कासिम नाम का युवक खराद के काम की आड़ में अवैध तमंचा फैक्ट्री चला रहा था।
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान ने आज शाम मेरठ पुलिस को मिली इस कामयाबी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि थाना इंचौली पुलिस व सर्विलांस सेल की संयुक्त कार्यवाही में मुखबिर की सूचना पर ग्राम खरदौनी में कासिम स्पोर्ट कारखाना से कासिम(28) पुत्र समय खां निवासी ग्राम खरदौनी थाना इंचौली मेरठ व फरमान(40) पुत्र समय खां निवासी ग्राम खरदौनी थाना इंचौली मेरठ को गिरफ्तार किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त के कब्जे से 315 बोर के 8 देशी तमंचे, 312 बोर का एक देशी तमंचा, 315 बोर का एक पनिया 315 बोर के तीन जिंदा कारतूस और अध बने 15 देसी तमंचे इसके अलावा अवैध शस्त्र बनाने के उपकरण जिनमें वेल्डिंग मशीन ग्राइंडर मशीन आदि सामान शामिल हैं।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
अभियुक्तों की गिरफ्तारी व बरामदगी के आधार पर थाना इंचौली पर मु0अ0सं0 66/2024 धारा 3/5/25 आयुद्ध अधिनियम पंजीकृत किया गया। अभियुक्तों को समय से सम्बन्धित न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार पुलिस टीम की अगुवाई थाना इंचोली प्रभारी योगेन्द्र सिंह व सर्विलांस प्रभारी नितिन पाण्डेय कर रहे थे। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के अनुसार अभी कुछ दिन पहले लिसाड़ी गेट पुलिस ने सुहैल गार्डन के पास खंडर मकान में छापा मार कर अवैध तमंचे तैयार करने की फैक्ट्री पकड़ी थी। इस मामले में फुरकान, समीर और सरताज के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेजा गया था। पुलिस के पूछताछ करने पर सरगना फुरकान ने बताया कि चुनाव को लेकर तमंचे तैयार किए जा रहे थे। चुनाव के दौरान तमंचों की डिमांड ज्यादा होती है। जिन्हें सोशाल मीडिया के माध्यम से बेचा जा रहा था।