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Meerut News: तो क्या सदैव आपके साथ का नारा देने वाली यूपी पुलिस पर आमजनो का नहीं रहा भरोसा
Meerut News: एसएसपी द्वारा घटना का खुलासा होने के बाद फुटेज और अन्य साक्ष्य के आधार पर दोनो आरोपी पलिसकर्मी दिनेश और संतोष को लाइन हाजिर किया जा चुका है।
Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ में पुलिस की तमंचागिरी के दो मामलो का खुलासा होने के बाद सदैव आपके साथ का नारा देने वाली यूपी पुलिस पर आमजनो का भरोसा उठने लगा है। शायद यही वजह है कि खरखौदा के खंदावली में शिक्षक की बाइक में तमंचा रखने के मामले में पीड़ित पक्ष घटना की वीडियो फुटेज की डीवीआर पुलिस के हवाले नहीं कर रहा है।
दरअसल, खंदावली गांव निवासी रोहित त्यागी के घर पर शुक्रवार को विवेचक नोटिस लेकर पहुंचा, लेकिन उन्होंने मूल डीवीआर देने से मना कर दिया। इस मामले में वीडियो रिकार्डिंग को एक पेनड्राइव में कॉपी कर देने की बात भी फिलहाल नहीं मानी गई है। बता दें कि रोहित त्यागी के घर पुलिस ने मंगलवार रात दबिश दी थी। पुलिस ने रोहित की बाइक से तमंचा बरामद दिखाया था और उसके शिक्षक भाई अंकित को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में आईजी मेरठ से शिकायत की गई। वीडियो फुटेज दी गई, जिसमें सिपाही बाइक में तमंचा रखते दिखाई दे रहा था। शिकायत के बाद जांच शुरू की गई और अंकित को थाने से छोड़ दिया गया।
दोनो आरोपी पलिसकर्मी को लाइन हाजिर किया
एसएसपी द्वारा घटना का खुलासा होने के बाद फुटेज और अन्य साक्ष्य के आधार पर दोनो आरोपी पलिसकर्मी दिनेश और संतोष को लाइन हाजिर किया जा चुका है। पुलिस क्षेत्राधिकारी किठौर पवन चौधरी का कहना है कि वहीं, इस मामले में विवेचक शुक्रवार को दरोगा अनिल कुमार गांव में रोहित के मकान पर पहुंचे थे। फिलहाल फुटेज नहीं दी गई है। न तो डीवीआर दी गई और न ही फुटेज को पेनड्राइव में कॉपी कर दिया गया है। वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कमलेश बहादुर ने बताया कि अंकित के परिजनों ने भी तक पुलिस को सीसीटीवी फुटेज नहीं दी है। पुलिस को लेकर 91 सीआरपीसी का नोटिस भेजा जा चुका है।
उधर,अंकित के परिजनों का कहना है कि उन्हें स्थानीय पुलिस पर भरा नहीं है। वे.एडीजी मेरठ को ही फुटेज सौंपेगे।