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Meerut News : मोटी कमाई का झांसा देकर दंपति से 3.10 करोड़ रुपए की साइबर ठगी, तीन आरोपी पंजाब से गिरफ्तार
Meerut News : मेरठ के दंपति को ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे का झांसा देकर 3.10 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले तीन अभियुक्तों को पंजाब से गिरफ्तार कर लिया गया है।
Meerut News : मेरठ के दंपति को ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग में मुनाफे का झांसा देकर 3.10 करोड़ रुपए की ठगी करने वाले तीन अभियुक्तों को पंजाब से गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पीड़ित रुड़की इंजीनियरिंग कॉलेज के सेवानिवृत प्रोफेसर एके अग्रवाल व उनकी पत्नी अंजना अग्रवाल की मर्जी के खिलाफ भी शेयर खरीदे। दंपति ने जब अपनी रकम निकालने का प्रयास किया तो ठगी का पता चला। जांच में पता कि दंपति के नाम से कोई शेयर नहीं खरीदा गया, जिसके बाद साइबर क्राइम थाने में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
जिला पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, मेरठ के गंगानगर निवासी एके अग्रवाल ने 23 अक्टूबर को थाना साइबर क्राइम को सूचना दी कि 26 सितंबर को उनके पास अज्ञात व्हाट्सएप मोबाइल नम्बरों से कॉल आया था। अज्ञात व्यक्ति ने फेक शेयर मार्केट ऐप के माध्यम से अधिक पैसे कामने का लालच दिया और शेयर की अधिक सदस्यता लेने के नाम पर उनके खाते से अलग-अलग दिनांक में 1,73,25,000 रुपए एवं उसकी पत्नि के खाते से 1,37,56,000 रूपये यानी कुल धनराशि 3,10,81,000 रुपए की ऑनलाइन ठगी कर ली गई हैं। पीड़ित की तहरीर पर थाना साइबर क्राइम ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। प्रवक्ता ने बताया कि साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए एवं वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए चलाये जा रहे अभियान के तहत साइबर क्राइम की टीम नियुक्त कर पंजाब एवं हरियाणा राज्यों के लिए रवाना की गई थी। पुलिस ने दो अभियुकों को पंजाब के लुधियाना से और एक को कपूरथला से गिरफ्तार कर लिया है और अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त शातिर किस्म के अपराधी हैं। इनके खिलाफ मेरठ के अतिरिक्त विभिन्न राज्यों में 20 शिकायतें दर्ज हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम इकराम निवासी निशान्त बाग कालोनी, ग्राम भटिया, थाना सलेमटापरी, लुधियाना, पंजाब, साहिल अली निवासी निशान्त बाग कालोनी, ग्राम भटिया, थाना सलेमटापरी, जनपद लुधियाना, राज्य पंजाब और जसवीर कुमार निवासी कोटरानी सतनामपुरा, फगवाडा, थाना सतनामपुरा, कपूरथला, पंजाब है।
आरोपियों ने पूछताछ में किया खुलासा
गिरफ्तार अभियुक्त इकराम ने पूछताछ करने पर बताया कि यह मेरा खाता मेरे भाई साहिल अली द्वारा खुलवाया गया था तथा इस खाते के साथ साथ तीन अन्य खाते, जो कि कोटक महिन्द्रा, यश व इन्डसइन्ड बैंक में खुलवाये गये थे तथा मेरे भाई साहिल अली ने अपना मोबाइल नंबर मेरे खाते में रजिस्टर्ड करा लिया था। उसने बताया था कि इसमें साइबर फ्रॉड का पैसा आयेगा जिस पर हमें एक से दो प्रतिशत तक रुपया मिलेगा, जो पैसा आयेगा उसे आपस में बांट लेंगे तथा हमारे इस खाते में 28,60,000 रुपए आये थे, जो मैंने और मेरे साथी जसवीर और स्यान जो कि दम-दम एयरपोर्ट के पास कलकत्ता का रहने वाला है, ने मिलकर निकाल लिया था। कोटक महिन्द्रा बैंक में 51,00,000 रुपए आये थे, उसमें हमें करीब 50,000 रुपए मिले थे, लेकिन अब सब घर में खर्च हो चुके हैं। इस खाते से सम्बन्धित रजिस्टर्ड सिम एटीएम व चेक बुक मैने अपने भाई साहिल अली को दे दी थी, जिसने बताया था कि ये सभी चीजें मैने जसबीर कुमार श्रीनाथ निवासी थाना सतनामपुरा फगवाडा कपूरथला पंजाब को दे दिए हैं।
अभियुक्त साहिल अली पुत्र बाकिर ने बताया कि मैं पेटीएम में काम करता हूं। मैने ही अपने भाई इकराम अली का खाता खुलवाया है। इसमें मैने अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड करने को लिखा था। जसबीर कुमार ने मुझे बताया था कि आप कुछ करन्ट अकाउन्ट खुलवा लो उसमें आप लोगों को एक से दो प्रतिशत तक रूपया मिलेगा। यह बात मैने अपने भाई इकराम को बताकर उनके नाम पर जाना स्मॉल फाईनेस बैंक का खाता खुलवाया था तथा इसके साथ तीन खाते कोटक, यश तथा इन्डसइन्ड बैंक के भी खुलवाये थे और खुलवाने के बाद मैने इस अकाउन्ट के एटीएम, चेकबुक व रजिस्टर्ड सिम अपने भाई इकराम से लेकर जसबीर कुमार को दे दिये थे। इस बैंक अकाउन्ट में 28,60,000 रुपया आया था जो मैं और मेरे साथी जसवीर और स्यान ने मिलकर निकाल लिया था तथा कोटक महिन्द्रा बैंक में 51,00,000 रुपये आये थे, उसमें हमें करीब 50,000 रूपये मिले थे, लेकिन अब सब घर में खर्च हो चुके हैं।
अभियुक्त जसबीर कुमार ने पूछताछ करने पर बताया कि कि मैने साहिल अली से एक खाता स्मॉल फाईनेस बैंक में खुलवाया था तथा उसके खाते में जितनी भी ट्रान्जैक्शन होंगी, उनका एक से दो प्रतिशत रुपए देने का लालच देकर उसका एटीएम, पासबुक व रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का सिम ले लिया था तथा मैने उपरोक्त खाता 10,000 रूपये प्रति ट्रान्जैक्शन के हिसाब से स्यान निवासी न्यू टाउन कलकत्ता पश्चिम बंगाल को कलकत्ता जाकर होटल में दे दिया था तथा मेरे द्वारा और भी खाते स्यान को पूर्व मे इसी तरह स्वयं जाकर दिए गए हैं। स्यान के सही पते की मुझे जानकारी नहीं है, मेरी उससे व्हाटअप काल के माध्यम से बातचीत होती थी। अब मुझे मोबाईल नंबर याद नहीं है, जोकि मेरे फोन में सेव है।
पुलिस ने बताया कि अभियुक्तों ने आर्थिक लाभ कमाने के लिए गैंग बनाकर अपने नेटवर्क को अन्य राज्य में फैलाकर संगठित आर्थिक अपराध किया जा है। अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम की अगुवाई थाना साइबर क्राइम जनपद मेरठ के निरीक्षक केपी सिंह कर रहे थे।