Meerut News: साइबर क्राइम पर बोले पूर्व डीजीपी उत्तराखंड अशोक कुमार -साइबर सुरक्षा अति संवेदनशील मुद्दा

Meerut News: अपने संबोधन में अशोक कुमार ने कहा कि प्रतिदिन उन्नत व विकसित होती तकनीकी के समय में कई नए तरीके के हथकंडे साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए जा रहे हैं।

Sushil Kumar
Published on: 19 July 2024 2:20 PM GMT
Meerut News ( Pic - Newstrack )
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Meerut News ( Pic - Newstrack )

Meerut News: आज साइबर सुरक्षा अति संवेदनशील मुद्दा है। इस समय जब हमारा सारा निजी डेटा इंटरनेट पर है, उस स्थिति में हमें साइबर क्राइम से बचने के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। यह कहना है खेल विश्वविद्यालय हरियाणा के कुलपति अशोक कुमार का। उत्तराखंड के डीजीपी रह चुके अशोक कुमार आज यहां राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस)प्रकोष्ठ स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा 100 दिन की पहल कार्यक्रम के अंतर्गत ‘साइबर-सुरक्षा जागरूकता’ पर आयोजित विशेष गोष्ठी में मुख्य अतिथि के रुप में बोल रहे थे।

अपने संबोधन में अशोक कुमार ने कहा कि प्रतिदिन उन्नत व विकसित होती तकनीकी के समय में कई नए तरीके के हथकंडे साइबर अपराधियों द्वारा अपनाए जा रहे हैं। उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों, एनएसएस स्वयंसेवकों और शिक्षकों को अपने पुलिस जीवन के कई वास्तविक उदाहरणों के साथ साइबर अपराधों के बारे में विस्तार से बताया। अशोक कुमार ने साइबर सुरक्षा की बढ़ती चुनौतियों और उनसे निपटने के उपायों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने साइबर अपराधों से बचने के लिए उपयोगकर्ताओं को सतर्क रहने और मजबूत पासवर्ड, टू-स्टेप प्रमाणीकरण और नियमित सॉफ़्टवेयर अपडेट जैसे उपायों का पालन करने पर जोर दिया। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि हमें समय-समय पर अपने सभी डिजिटल अकांउटस के पासवर्ड बदलने की भी जरूरत है। उन्होंने सलाह दी कि किसी भी प्रकार के साइबर जालसाजी की घटना की त्वरित सूचना पुलिस को लिखित में दी जानी चाहिए।

इससे पहले कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत सुभारती विश्वविद्यालय के प्रति-कुलपति प्रोफे.(डॉ.) हिमांशु ऐरन, मुख्य अतिथि व वक्ता अशोक कुमार, कुलपति खेल विश्वविद्यालय हरियाणा, ग्रुप कैप्टन एम याकूब, कुलसचिव सुभारती विश्वविद्यालय, प्रोफे.(डॉ.) एस.सी. थलेड़ी कार्यक्रम संयोजक एनएसएस के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित किया गया। इस दौरान ललित कला संकाय के विद्यार्थियो के द्वारा भावपूर्ण सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई।

एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक प्रो.(डॉ.)एस.सी.थलेड़ी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत सरकार युवा माले एवं खेल मंत्रालय द्वारा एनएसएस की सभी इकाइयों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने स्तर से साइबर-सुरक्षा के प्रति जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित करें। क्योंकि हमारे चारों ओर आज साइबर अपराधी गिद्ध-दृष्टि गड़ाए हुए हैं कि कहां और कैसे कोई भी इंसान इनके झांसे में आकर फंसे। कार्यक्रम के अंत में अशोक कुमार ने विश्वविद्यालय परिसर में स्थित आइएनए शहीद स्मारक व कारगिल शहीद उपवन में विश्वविद्यालय के पदाधिकारियो के साथ जाकर शहीदों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही उन्होंने ललित कला संकाय के द्वारा निर्मित आर्ट गैलरी का भी भ्रमण कर प्रशंसा की।

कार्यक्रम का संचालन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की सहायक आचार्य डॉ.प्रीति सिंह ने किया। इस दौरान प्रो.(डॉ.) ए.पी गर्ग, डॉ. अभय शंकर गौड़ा, डॉ. वैभव गोयल भारतीय, डॉ. सौकिंद्र कुमार, डॉ. जैसमीन आनंदाबाई, डॉ. संदीप चौधरी, डॉ. पिंटू मिश्रा, डॉ. मनोज कपिल, डॉ. श्रवण गर्ग, डॉ. अनोज राज,डॉ. भावना ग्रोवर, डॉ. संचित प्रधान, डॉ. शशिराज तेवतिया, डॉ. मुकेश रुहेला, शिवानी भदौरिया, डॉ. नेहा सिंह, डॉ. श्रेया पंवार, स्वाती शर्मा, डॉ. अभिजित के.बी., डॉ. विशाल कुमार, डॉ. धनंजय श्रीवास्तव, मधुर शर्मा, शिकेब मजीद, शैली शर्मा, तनुश्री कश्यप, लकी त्यागी, धर्मेंद्र सिंह, इंजी. गुरूसेवक केसरवानी, पुष्पेंद्र कुमार, समीर सिंह, अनिल कुमार, संजय जुगरान, शुभम कौशिक समेत प्रिंस चौहान, कपिल गिल, संजय पाल, विजेंद्र, कुलदीप आदि उपस्थित रहे।

Shalini singh

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