TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Meerut News: सीसीएसयू के 35वें दीक्षान्त समारोह में बोली राज्यपाल- बेटा- बेटी के इस सामाजिक भेदभाव को त्यागे और बेटी की प्रगति में करें सहयोग

Meerut News: दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुये राज्यपाल ने कहा कि बेटियां अब किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। आज कुल मेडल प्राप्त छात्र-छात्राओ में 70 प्रतिशत से अधिक मेडल बेटियो ने प्राप्त किये है जो बेटा और बेटी में भेदभाव करते है यह उनके लिए साफ संदेश है।

Sushil Kumar
Published on: 18 Oct 2023 6:12 PM IST
Meerut News
X

Meerut News (Pic:Newstrack) 

Meerut News: प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के नेताजी सुभाष चन्द्र बोस प्रेक्षागृह में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय का 35वां दीक्षान्त समारोह भव्य रूप से मनाया गया। प्रदेश की राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में समारोह में कुल 190 छात्र-छात्राओ को गोल्ड मेडल/उपाधि विभिन्न संकायो में दिये गये।

दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुये राज्यपाल ने कहा कि बेटियां अब किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। आज कुल मेडल प्राप्त छात्र-छात्राओ में 70 प्रतिशत से अधिक मेडल बेटियो ने प्राप्त किये है जो बेटा और बेटी में भेदभाव करते है यह उनके लिए साफ संदेश है। उन्होने अभिभावको को प्रेरित करते हुये कहा कि बेटा-बेटी के इस सामाजिक भेदभाव को त्यागे और बेटी की प्रगति में अपना सहयोग प्रदान करे।

राज्यपाल ने कहा कि इस विश्वविद्यालय का नाम पूर्व प्रधानमंत्री चौ0 चरण सिंह जी के नाम पर रखा गया है। भारत के इतिहास में मेरठ का स्थान सिर्फ एक शहर का नहीं है बल्कि मेरठ हमारी संस्कृति, हमारे सामर्थ्य का महत्वपूर्ण केन्द्र रहा है। मेरठ क्षेत्र ने रामायण, महाभारत काल से लेकर जैन तीर्थंकरो, पंच प्यारो में से एक भाई धर्म सिंह ने अपने देश की आस्था को ऊर्जावान किया है। मेरठ हॉकी के खिलाडी मेजर ध्यानचंद जी की कर्मस्थली भी रहा है। उन्हीं के नाम पर सरकार द्वारा खेल विश्वविद्यालय का निर्माण कराया जा रहा है। मेरठ खेल के सामान का बहुत बडा बाजार है तथा मेरठ को भारत का खेल शहर भी कहा जाता है। मेरठ के आर्थिक एवं सामजिक महत्व को देखते हुये सरकार द्वारा आरआरटीएस एवं एयरवे विकसित किया जा रहा है, जिससे यहां के उत्पाद देश के विभिन्न क्षेत्रो के साथ-साथ विदेशो में भी आसानी से पहुंचेंगे।


विश्वविद्यालय द्वारा लगातार शिक्षा के क्षेत्र में लगातार किये जा रहे प्रयासो की सराहना करते हुये उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय ने नैक रैकिंग में ए प्लस प्लस प्राप्त किया है तथा क्यूएस रैकिंग के लिए प्रदेश के विश्वविद्यालयो द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा है। विश्वविद्यालय ने साउथ एशिया में क्यूएस रैकिंग में 219वां स्थान प्राप्त किया है। इसके लिए विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाएं एवं विश्वविद्यालय प्रशासन बधाई का पात्र है। उन्होने कहा कि विश्वविद्यालयो का उद्देश्य केवल रैंकिंग के लिए ही प्रयास करना नहीं बल्कि शिक्षा प्राप्त करने के लिए विश्वस्तरीय प्लेटफार्म तैयार करना है जिसके लिए प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालय एवं सरकार लगातार प्रयासरत है। हम सभी का मूल उद्देश्य वैश्विक स्तर पर अपने विश्वविद्यालयो को समकक्ष स्थान प्राप्त कराते हुये विश्व में भारत का गौरव बढाना है। विश्वविद्यालय की रैकिंग में सुधार होने से आज विदेशी विश्वविद्यालय हमारे विश्वविद्यालय के साथ एमओयू साइन कर रहे है।


उपाधि प्राप्त छात्र-छात्राओ को संबोधित करते हुये राज्यपाल ने कहा कि बच्चो की प्रगति में अहम योगदान मां का होता है इसलिए सभी शिक्षणार्थी प्राप्त किये मेडल अपनी मां को समर्पित करे। मां की व्याख्या करते हुये उन्होने बताया कि मां अलार्म है, मां कुक है, मां शिक्षक है, मां रिसेप्शनिस्ट है, मां नर्स है, मां महारानी है जीवन में मां के प्रति अपने दायित्व को कभी नहीं भूलना चाहिए। छात्र-छात्राओ को भविष्य के प्रति विजनरी पर्सन होने की सीख देते हुये उन्होने कहा कि सभी छात्र-छात्राएं अपने अच्छे विजन के साथ आगे बढे तथा जो सपना देखा है उसमें सतत् प्रयासरत रहे, भटकाव से बचें, निश्चित ही जीवन में सार्थक परिणाम मिलेंगे। इसके बारे में विस्तृत रूप से चर्चा कर उन्होने नाइक कंपनी के संस्थापक का उदाहरण दिया।

मुख्य अतिथि पद्मश्री/सचिव आयुष मंत्रालय भारत सरकार वैद्य राजेश कोटेजा ने कहा कि ग्लोबल सेंटर फार टेलीमेडिसिन के अंतर्गत भारत सरकार के आयुष मंत्रालय व डब्लूएचओ ने पहला वैश्विक पारंपरिक चिकित्सा सम्मेलन आयोजित किया था। भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने डब्लूएचओ के साथ बहुत सारे सहयोग किये है। उन्होने बच्चो से कहा कि दुनिया आपके योगदान, आपके नवाचार, आपके नेतृत्व की प्रतीक्षा कर रही है। साहसी बनो, दयालु बनो और अपने आपको सबसे अच्छे उदाहरण के रूप में पेश करें।


विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो0 संगीता शुक्ला ने बताया कि विश्वविद्यालय 222 एकड़ भूक्षेत्र में विकसित है। विश्वविद्यालय में नवाचारी कार्यक्रमों के अन्तर्गत रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम कार्यरत है। विश्वविद्यालय प्रदेश का पहला ऐसा संस्थान है जो कि सौर ऊर्जा से विद्युत का उत्पादन करता है। कुलपति ने बताया कि वर्ष 2023 का कुलाधिपति स्वर्ण पदक चिकित्सा संकाय की प्रियंका मिश्रा व डा0 शंकर दयाल शर्मा स्वर्ण पदक वाणिज्य संकाय की आरजू को दिया गया। किसान ट्रस्ट नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित पुरस्कारों में चौ0 चरण सिंह स्मृति प्रतिभा पुरस्कार में बी0एस0सी0 कृषि में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले हिमांशु सैनी तथा बी0एस0सी0 कृषि में द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले दीपक कुमार को प्रशस्ति पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान किए गये।

उन्होने बताया कि कुलपति स्वर्ण पदक, पदक प्रमाण पत्र एवं विशिष्टि योग्यता प्रमाण पत्र वर्ष 2023 में 190 छात्र-छात्राओ को दिया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, समस्त कार्यकारी परिषद सदस्य, अन्य अधिकारीगण, गणमान्य लोग, शिक्षकगण, दीक्षार्थी, छात्र-छात्राएं, अभिभावक, आंगनबाडी कार्यकत्री उपस्थित रही।



\
Durgesh Sharma

Durgesh Sharma

Next Story