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जयंत चौधरी से मिलने वालों का लगा तांता...पार्टी कार्यकर्ताओं से बोले- लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाएं
Meerut News: राष्ट्रीय लोकदल केंद्रीय कार्यालय पर राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह से मुलाक़ात कर स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने की मुबारकबाद देने वालों में मेरठ और आसपास के जिलों के राष्ट्रीय लोकदल के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे।
Meerut News: भारतीय जनता पार्टी (BJP) से गठबंधन की घोषणा के बाद राष्ट्रीय लोकदल (RLD) अध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने पार्टी कार्यकर्ताओं से लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुट जाने का आह्वान किया। इस बीच, जयंत चौधरी ने राष्ट्रीय लोक दल केंद्रीय कार्यालय पर स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने की मुबारकबाद देने आए पार्टी नेताओं से बातचीत की।
रालोद नेताओं से बातचीत के दौरान जयंत ने स्वयं को लेकर तस्वीर साफ की। उन्होंने बागपत के जिलाध्यक्ष से कहा, 'वो बागपत से संसदीय चुनाव लड़ेंगे। ऐसे में संगठन तैयारी में जुट जाएं। नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने के बाद रालोद समेत किसानों में भी उत्साह है'।
जयंत को मुबारकबाद देने वालों का लगा तांता
राष्ट्रीय लोकदल केंद्रीय कार्यालय पर राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह से मुलाक़ात कर स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने की मुबारकबाद देने वालों में मेरठ और आसपास के जिलों के राष्ट्रीय लोकदल के कई वरिष्ठ नेता शामिल थे। पार्टी प्रवक्ता आतिर रिजवी ने बताया कि, 'चौधरी जयंत सिंह जी ने सभी से लोकसभा चुनाव में जुट जाने का आह्वान किया। साथ ही, मज़बूती से चुनाव लड़ाने से संबंधित निर्देश दिए।'
पार्टी नेताओं से की चर्चा
पार्टी प्रवक्ता के अनुसार, जयंत चौधरी से राष्ट्रीय लोकदल राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) त्रिलोक त्यागी और प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश रामाशीष राय ने भी मुलाक़ात की। इस दौरान जयंत द्वारा पार्टी नेताओं से संगठन को लेकर चर्चा की गई।
'राष्ट्रीय लोकदल सर्व समाज की पार्टी'
जयंत चौधरी ने आगे कहा, 'राष्ट्रीय लोकदल सर्व समाज की पार्टी है। सभी का हित राष्ट्रीय लोकदल में ही सुरक्षित है। सूत्रों की मानें तो रालोद को भाजपा कितनी सीट दे रही है यह अभी तक तय नहीं हो सका है। जयंत को मोदी सरकार में, जबकि एक विधायक को योगी सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है। लोकसभा चुनाव में मुजफ्फरनगर, बागपत व बिजनौर में से कोई दो सीटें गठबंधन में दी जा सकती है।'
सपा-रालोद के रिश्तों में आई खटास
गौरतलब है कि, समाजवादी पार्टी-आरएलडी गठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर स्पष्टता की कमी रही। जिस कारण कथित तौर पर जयंत चौधरी और अखिलेश यादव के रिश्ते में खटास आ गया। जिस वजह से जयंत चौधरी को सपा का हाथ छोड़ना पड़ा।