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Meerut Lok Sabha Result: वेस्ट यूपी में जयंत की चौधराहट कायम नहीं रही
Meerut Lok Sabha Result: मुजफ्फरनगर जैसी जाट बाहुल्य सीट पर भाजपा के संजीव बालियान चुनाव हार गये। 2019 के चुनाव में समाजवादी पार्टी और बसपा दोनों ने चौधरी अजित सिंह का समर्थन किया था।
Meerut Lok Sabha Result: लंबे वक्त से संसद में सूखा झेल रही राष्ट्रीय लोकदल एनडीए गठबंधन में मिली तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश की दोनों सीट बागपत और बिजनौर जीत गई। लेकिन, रालोद प्रमुख बावजूद इसके जयंत जाट राजनीति पर अपनी चौधराहट कायम रखने में सफल नहीं हो सकी हैं। यही कारण रहा कि भाजपा का वोट तो रालोद को पड़ा। लेकिन, अपनी पार्टी का वोट बैंक (जाट) पूरी तरह भाजपा को दिलाने में सफल नहीं हो सके।
यही वजह रही कि मुजफ्फरनगर जैसी जाट बाहुल्य सीट पर भाजपा के संजीव बालियान चुनाव हार गये। 2019 के चुनाव में समाजवादी पार्टी और बसपा दोनों ने चौधरी अजित सिंह का समर्थन किया था। इन सबके बावजूद भाजपा ने यहां अजित सिंह को 6 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया था। इस बार रालोद साथ आई तो माना जा रहा था कि संजीव बालियान आराम से यह सीट एक बार फिर जीत सकते हैं, लेकिन नतीजा आया तो हरेंद्र मलिक चुनाव जीत गए। यही नहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर और मुरादाबाद मंडल की सभी सीटों पर भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। इसी तरह कैराना, अलीगढ़, अमरोहा, मेरठ में रालोद के साथ का लाभ भाजपा के नहीं मिल पाया। पहले चरण में जिन आठ सीटों पर चुनाव हुआ था, उसमें से छह सीट भाजपा गठबंधन हार गई।
बिजनौर रालोद के खाते में गई और पीलीभीत सीट को भाजपा ने जीता। बाकी सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, कैराना, मुरादाबाद, रामपुर सीट पर सपा-कांग्रेस ने कब्जा किया। नगीना सीट पर आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद ने जीत दर्ज की। 2019 के चुनाव में मुजफ्फरनगर, कैराना और पीलीभीत पर भाजपा ने कब्जा किया था। इन नतीजों से जाहिर है कि जयंत चौधरी जाटों के एकछत्र नेता नहीं रह गए हैं। यहां बता दें कि वेस्ट यूपी की सियासत में जाट वोट अहम हैं। यह जिस तरफ होते हैं, सत्ता का सिंहासन उसी तरफ घूम जाता है। 1937 से 1977 तक चौधरी चरण सिंह कांग्रेस में थे। तब जाट समुदाय कांग्रेस का साथ था। चौधरी साहब ने कांग्रेस छोड़ी तो यह कांग्रेस से अलग हो गया। नतीजा यह निकला कि जहां पहले कांग्रेस का एकछत्र राज पश्चिमी उत्तर प्रदेश में होता था, वहां बाद में कांग्रेस एक सीट को भी तरसने लगी। यह स्थिति आजतक बनी हुई है।