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UP By Election 2024: ...तो बीएसपी का उप चुनाव लड़ना कर रहा सबको हैरान
UP By Election 2024: वहीं, कुछ सियासी जानकारों का मानना है कि उपचुनाव लड़ने का मकसद बसपा के लिए अपने बेस वोट माने जाने वाले दलितों को साधना है।
UP By Election 2024: शुरू से ही उपचुनाव लड़ने के खिलाफ रही मायावती का उपचुनाव में कूदना सबको हैरान कर रहा है। दरअसल, 2012 की चुनावी हार के बाद से मायावती बिलकुल भी उपचुनाव लड़ने के पक्ष में नहीं देखी गईं। ऐसे में 2012 के बाद पहली बार होगा जब बसपा विधानसभा उपचुनाव लड़ने जा रही है। इस बार बसपा के उप-चुनाव लड़ने पर सवाल उठ रहे हैं। सवाल यही है कि क्या वो अपने भतीजे आकाश आनंद को स्थापित करने के लिए सभी सीटों पर उपचुनाव लड़ रही हैं या फिर उनकी नीयत सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव का खेल बिगाड़ने की है।
दरअसल, दलित वोटर के बीजेपी के पाले में चले जाने का मायावती को उतना मलाल नहीं, जितना समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव के हिस्से में चले जाने का है। वहीं, सपा के लिए यूपी में 10 सीटों पर होने वाला उपचुनाव बहुत मायने रखता है। अखिलेश यादव और उनकी पार्टी यह साबित करना चाहते हैं कि लोकसभा चुनावो में 37 सीटें जीतना, कोई तुक्का नहीं था।
वहीं, कुछ सियासी जानकारों का मानना है कि उपचुनाव लड़ने का मकसद बसपा के लिए अपने बेस वोट माने जाने वाले दलितों को साधना है। क्योंकि जिस तरह से बसपा लगातार लोकसभा और विधानसभा चुनाव में हार रही है उससे बसपा के अस्तित्व पर सवाल ख़ड़े होने शुरु हो गये हैं। उधर, मायावती के लिए दलितों की राजनीतिक करने वाले आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर भी चिंता का कारण बने हुए हैं जो कि खुद नगीना से सांसद बन गए हैं। यूपी में बसपा के बदतर हालात का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि वर्तमान में बीएसपी का कोई लोकसभा सदस्य नहीं है। विधानसभा में भी बीएसपी का एक सदस्य है। बसपाई सूत्रों की मानें तो उपचुनाव में मायावती कुछ बड़ा करने 2027 की पिच मजबूत करने का सपना लेकर उतरेंगी।
यूपी की जिन 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है, उसमें अलीगढ़ की खैर, बिजनौर की मीरापुर, संभल की कुंदरकी सीट, गाजियाबाद की गाजियाबाद सदर, प्रयागराज की फूलपुर,मिर्जापुर की मझवां, अयोध्या की मिल्कीपुर, अम्बेडकरनगर की कटेहरी सीट, मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट शामिल हैं।