TRENDING TAGS :
Meerut News: अंडरग्राउंड हुए सपा विधायक रफीक अंसारी, खोजबीन में जुटी पुलिस
Meerut News: एसएसपी रोहित सिंह सजवाण द्वारा रफीक अंसारी को पकड़ने के लिए सीओ सिविल लाइन के नेतृत्व में गठित तीन टीमें लगातार विधायक की तलाश कर रही हैं।
Meerut News: समाजवादी पार्टी के विधायक रफीक अंसारी मेरठ पुलिस के लिए सिरदर्द बन गए हैं। पुलिस उनकी तलाश में दिन-रात जुटी है और रफीक अंसारी हैं जो कि पुलिस की पकड़ में नहीं आ रहे हैं। हाल यह है कि एसएसपी रोहित सिंह सजवाण द्वारा रफीक अंसारी को पकड़ने के लिए सीओ सिविल लाइन के नेतृत्व में गठित तीन टीमें लगातार विधायक की तलाश कर रही हैं। लेकिन,काफी मशक्कत के बाद भी रफीक अंसारी का कहीं कोई पता नहीं चल पा रहा है।
कोर्ट ने जारी किया था गैर जमानती वारंट
दरअसल,मामला कुछ यूं है कि वर्ष 1995 में 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ एक रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसमें 22 आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने आरोप पत्र प्रस्तुत किया था। रफीक अंसारी को कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया, लेकिन वह कोर्ट में पेश नहीं हुए। कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। कुर्की तक की नौबत आ गयी लेकिन रफीक अंसारी ऊंची अदालत में चले गये। वहां उनके अधिवक्ता ने तर्क दिया कि मामले से जुड़े 22 लोग बरी हो चुके हैं। ऐसे में विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं बनती है।
अंडरग्राउंड हो गए सपा विधायक
संबंधित अदालत द्वारा 12 दिसंबर 1997 को गैर-जमानती वारंट जारी किया गया। धारा 82 सीआरपीसी के तहत 101 गैर-जमानती वारंट हुए और प्रक्रियाओं के बावजूद, आवेदक अदालत के सामने पेश नहीं हुआ और वह लगातार अदालत से गैर हाजिर चल रहे थे। इस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने डीजीपी को सपा विधायक को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किये जाने के आदेश दिए थे। इस मामले में पुलिस के हरकत में आने के बाद विधायक भूमिगत हो गये हैं।
गिरफ्तारी के प्रयास जारी - सीओ
मामले में सीओ सिविल लाइन अभिषेक तिवारी का इतना ही कहना है कि विधायक की गिरफ्तारी को प्रयास किए जा रहे हैं। बहरहाल,पुलिस विधायक के रिश्तेदारों और जानकारों से विधायक रफीक अंसारी के बारे में जानकारी जुटा रही है। इस मामले पर विधायक रफीक अंसारी से बात करने की कोशिश की गई तो लेकिन उनका मोबाइल फोन बंद मिला।