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Meerut News: मेरठ में राष्ट्रकवि और गीतकार प्रदीप कुमार की 110वी जयंती पर सांगीतिक कार्यक्रम का आयोजन
Meerut News: कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय निदेशक और छात्रों की गरिमामई मौजूदगी में मुख्य अतिथि अभिमन्यु त्यागी और ब्रजेश गौड़ ने दीप जला कर और मां सरस्वती की मूर्ति पर मालार्पण कर नमन किया।
Meerut News
Meerut News: आज यहां राष्ट्रकवि और गीतकार प्रदीप कुमार की 110वी जयंती पर सुर संगीत महाविद्यालय गंगा नगर मेरठ में सांगीतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस मौके पर मुख्य अतिथि कांग्रेस प्रवक्ता अभिमन्यु त्यागी ने कहा कि स्वर्गीय श्री प्रदीप कुमार जी के लिखे गीत आज भी बेहद लोकप्रिय हैं। वे एक गांधीवादी विचार के व्यक्ति थे और। उनके योगदान के लिए दादा साहब फाल्के पुरस्कार और संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। हर भारतवासी के हृदय में देशप्रेम की अग्नि प्रज्ज्वलित करने वाले आपके गीत हमेशा हमारी स्मृतियों में अमर रहेंगे।
इससे पहले कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय निदेशक और छात्रों की गरिमामई मौजूदगी में मुख्य अतिथि अभिमन्यु त्यागी और ब्रजेश गौड़ ने दीप जला कर और मां सरस्वती की मूर्ति पर मालार्पण कर नमन किया। तत्पश्चात मां सरस्वती मंत्र और गणेश वंदना का सांगीतिक गायन कर कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
आयोजनकर्ता सुर संगीत महाविद्यालय निदेशक पवनेश शशि गौड़ ने बताया कि स्वर्गीय श्री प्रदीप कुमार जी का जन्म 6 फरवरी 1915 को उज्जैन में हुआ था और आज 6 फरवरी को उनकी 110वी जयंती पर सुर संगीत महाविधालय पर प्रदीप जी की लिखी कुछ मशहूर रचनाएं व काव्यों का सांगीतिक कार्यक्रम का आयोजन और पाठन किया गया।
महाविद्यालय में सुश्री निकिता प्रजापति ने उनकी रचित देशभक्ति गीत ‘ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आंख में भर लो पानी’ जो एक एक कालजयी रचना है उसका पठान किया गया। तत्पश्चात 'पिंजरे के पंछी रे गीत' का गायन सुश्री सुहानी यादव ने किया ,'देख तेरे संसार की हालत क्या हो गई भगवान' गीत का सांगीतिक गायन कुणाल कुमार ने किया , दे दी आजादी बिना खड़क बिना ढाल' और 'इंसान का इंसान से हो भाईचारा' गीत का गायन ग्रुप छात्रों द्वारा सामूहिक तौर पर किया गया,
'सुख दुख दोनों रहते जिसमें जीवन है वो गांव' और 'आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं झांकी हिंदुस्तान की' गीत का सांगीतिक गायन सुर संगीत महाविद्यालय निदेशक पवनेश शशि गौड़ द्वारा किया गया, इसके अलावा भी उनके रचित लोकप्रिय गीतों का गायन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य तौर पर संरक्षक विदेश गौड़ के मार्गदर्शन में मंच संचालन लोकेश रोहेला जी, तबले पर संगत दी दरभंगा घराने के कुमुद पांडे , प्रधानाचार्य श्रीमती शांति पवनेश गौड़ और समस्त स्टाफ की सफल सांगीतिक कार्यक्रम में भूमिका रही।