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Meerut News: मासूम की हत्या कर पड़ोसी ने गढ्ढे में दफनाया, आरोपी गिरफ्तार
Meerut News: थाना परतापुर क्षेत्र में एक युवक ने ढाई साल के मासूम बच्चे को जिंदा ही जमीन में दफन कर दिया। इससे पहले युवक ने बच्चों की मां का गला चाइनीज़ मांझे से काट का लहू लुहान कर दिया।
Meerut News: मेरठ के थाना परतापुर क्षेत्र में एक युवक ने ढाई साल के मासूम बच्चे को जिंदा ही जमीन में दफन कर दिया। इससे पहले युवक ने बच्चों की मां का गला चाइनीज़ मांझे से काट का लहू लुहान कर दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए युवक को गिरफ्तार कर लिया है।नगर पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि ग्राम नरहेडा थाना लोहियानगर निवासी हामिद की पुत्री नजराना थाना परतापुर क्षेत्र के गांव काशी में पति और बच्चों के साथ रहती है। कुछ दिन पहले मायके आई थी। 13 अक्टूबर की शाम को जब वह वापस अपने ससुराल लौट रही थी।
तब रास्ते में नजराना के पड़ोसी सालिम ने नजराना के गले पर धारदार हथियार से जान से मारने की नीयत से वार कर गला काट दिया। व उसके बच्चे सूफीयान की हत्या कर शव को वही ईख के खेत में दबा दिया तहरीर के आधार पर थाना परतापुर पर आरोपी सालिम के खिलाफ धारा 103(1)/109(1)/238 बीएनएस मुकदमा पंजीकृत किया गया था। परतापुर पुलिस द्वारा आज अभियुक्त सालिम को मुखबिर की सूचना पर उसके घर से गिरफ्तार कर लिया।
तथा अभियुक्त की निशादेही पर मृतक बच्चा सूफियान के शव को ईख के खेत में गढ्ढे से बरामद किया गया। अभियुक्त की निशादेही पर एक प्लास्टिक की काली पॉलीथिन व पीडिता नजराना की दाहिने पैर की चप्पल तथा आलाकत्ल एक चाइनीज धागा बरामद किया गया है।पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त सालिम द्वारा बताया गया कि मै (बेलदारी) मजदूरी का काम करता हूँ । मेरे घर के सामने निजाम अपनी पत्नी नजराना व अपने बच्चो के साथ रहता है । करीब 5-6 दिन पहले मेरी नजराना से कहा सुनी हो गयी थी उसने मुझे व मेरी माँ के साथ गाली गलौज की थी जो मुझे बहुत बुरा लगा था । तब नजराना अपनी मायके ग्राम नरहडा चली गयी थी। घटना के दिन यानी 13 अक्टूबर को मुझे जानकारी हुई की नजराना अपने ग्राम नरहडा से अपने घर काशी आ रही है तो मैंने दिन में नजराना की हत्या करने की योजना बना ली ।
जब मैं अछरौडा मोड पर आया तो नजराना मुझे अपने पुत्र सूफियान उम्र करीव 2.5 वर्ष के साथ अछरौडा मोड पर खडी हुई नजर आई मैने नजराना के पास जाकर अपनी गलती मानते हुए उसको मना कर अपने साथ और बात करने के लिये एक कुँए वाली ईख के खेत में ले गया ।जहाँ मैंने चाईनीज माँझे से नजराना को मारने का प्रयास किया किन्तु मुझ से छूटकर अपने बेटे सोफियान को मौके छोडकर भाग गई। चूंकि नजराना की गर्दन बहुत कट गयी थी और मुझे उम्मीद थी कि नजराना अधिक दूर नही भाग पायेगी अवश्य ही उसकी मृत्यु हो जायेगी । फिर मैने सोचा कि इस लडके का क्या होगा तो मैंने मौका पाकर नजराना के लडके सूफीयान को जो सो रहा था को एक गडढे में डालकर जिन्दा ही मिट्टी में दबा दिया। जिससे उसकी मृत्यु हो गयी।