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Meerut News: सपा के इस बड़े नेता पर लगी रासुका, फिर भी पार्टी में कोई हलचल नही
Meerut News: सपा विधायक अतुल प्रधान ने तो इससे भी एक कदम और आगे बढ़ते हुए एक तरह से मुकेश सिद्धार्थ को भाजपा का एजेंट ही करार दे दिया। वें कहते हैं-मुकेश सिद्धार्थ भाजपा नेताओं के इशारे पर ही सबकुछ कर रहे हैं।
Meerut News: उत्तर प्रदेश अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष एवं सपा नेता मुकेश सिद्धार्थ अपने विवादित बोल के बाद अपनी ही पार्टी के भीतर अलग-थलग पड़ते जा रहे हैं। शायद यही वजह है कि 10 दिन से मेरठ जेल में बंद मुकेश सिद्धार्थ से सपा मुखिया तो क्या पार्टी का कोई छोटा-बड़ा नेता नहीं पहुंचा है सिवाय उनके कुछ समर्थकों के। नगर निगम में अनुसूचित जाति के पार्षदों से हुई मारपीट के मामले में छह जनवरी को कलक्ट्रेट में भाजपा नेताओं के खिलाफ प्रदर्शन हुआ था। इस प्रदर्शन में मुकेश सिद्धार्थ ने ऊर्जा राज्यमंत्री डॉ. सोमेंद्र तोमर को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी थी।
इस मामले में सिविल लाइन पुलिस ने अपनी ओर से मुकेश सिद्धार्थ के खिलाफ आईपीसी की धारा 143, 153, 153-ए, 115, 353, 505, 2, 506 और 7 क्रिमिनल अमेंडमेंट एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया था । इसके बाद मुकेश को पुलिस ने सात जनवरी को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया था। कोर्ट के आदेश पर उन्हें जेल भेज दिया गया था। तभी से मुकेश जेल में बद हैं। अब मुकेश सिद्धार्थ को रासुका (एनएसए) में निरुद्ध किया गया है। लेकिन,अभी तक उनके बचाव में पार्टी का कोई जिम्मेदर नेता सामने नहीं आया है। अलबत्ता,उनके खिलाफ जरुर पार्टी नेताओ के बयान सामने आये हैं। जैसा कि सपा जिलाध्यक्ष विपिन चौधरी का कहना है कि मुकेश सिद्धार्थ के बयान से सपा का कोई मतलब नहीं है। ये बयान निंदनीय है और मुकेश सिद्धार्थ का व्यक्तिगत बयान है, सपा का नहीं। वह सपा में किसी पद पर भी नहीं हैं। सपा विधायक अतुल प्रधान ने तो इससे भी एक कदम और आगे बढ़ते हुए एक तरह से मुकेश सिद्धार्थ को भाजपा का एजेंट ही करार दे दिया। वें कहते हैं- मुकेश सिद्धार्थ भाजपा नेताओं के इशारे पर ही सबकुछ कर रहे हैं।
एकतरफा कार्रवाई का आरोप
हालांकि मुकेश पर रासुका लगाने की सूचना पर पूर्व विधायक विनोद हरित, रालोद नेता नरेंद्र खजूरी समेत कुछ नेता अनुसूचित जाति के लोगों के साथ जरुर पिछले दिनों जिलाधिकारी से मिले थे और उन्होंने इस मामले में प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि अगर मुकेश सिद्धार्थ पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाती है तो अनुसूचित जाति के लोग फिर से महापंचायत का एलान करेंगे। लेकिन,पुलिस- प्रशासन ने इसकी परवाह ना करते हुए रासुका की कार्रवाई पर मुहर लगा दी है। वहीं,सपा में मुकेश के अंग-थलग पड़ने के सवाल पर स्थानीय सपा के एक सदस्य ने कहा , ‘मुकश को केंद्रीय नेतृत्व का समर्थन नहीं होगा तो लोग उनपर भरोसा क्यों करेंगे।