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Meerut News: वलीमे में शामिल होना गुनाह हो गया, बसपा से निकाले जाने पर बोले प्रशांत गौतम

Meerut News: बसपा से निकाले गये प्रशांत गौतम बोले-अपनी ही पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व राज्यसभा सांसद बाबू मुनकाद अली के बेटे के वलीमा में शामिल होना गुनाह हो गया है।

Sushil Kumar
Published on: 10 Nov 2024 12:39 PM IST (Updated on: 10 Nov 2024 10:13 PM IST)
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Meerut News: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी कार्य करने के आरोप में निकाले गये पार्टी के मेरठ मंडल के पूर्व प्रभारी प्रशांत गौतम ने रविवार को अपने निष्कासन को लेकर पार्टी नेतृत्व पर कटाक्ष किया और दावा किया कि ऐसा उनके बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व राज्यसभा सांसद बाबू मुनकाद अली के बेटे के वलीमा में शामिल होने के कारण किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर इस आधार पर कार्रवाई की ही जानी थी तो फिर मुनकाद अली के खिलाफ की जानी थी। सही बात यह है कि पार्टी नेतृत्व नहीं चाहता है कि हम मुस्लिमों की शादी में जाएं।

प्रशांत गौतम ने क्या कहा

अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी बयानों की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए बसपा नेतृत्व ने शनिवार को प्रशांत गौतम के अलावा जिला प्रभारी दिनेश काजीपुर और महावीर प्रधान को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित निष्कासित करने की मंजूरी दे दी। इस मामले में बसपा जिलाध्यक्ष मोहित जाटव का इतना ही कहना है कि हाईकमान के निर्देश पर पार्टी से निकाले गये तीनों पदाधिकारियों को अनुशासनहीनता को लेकर चेतावनी दी गई थी, लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ। इस कारण निष्कासित किया गया। इससे पहले भी तीनों पर कार्रवाई की जा चुकी है।

आज न्यूजट्रैक से बातचीत में प्रशांत गौतम ने कहा कि जैसा कि मेरी जानकारी में आया है कि मुझे पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से निकला गया है। इस संबंध में मुझे यह कहना है कि मुझे जो भी कार्य दिया जा रहा है मैं उसे बखूबी निभा रहा हूं। अभी पिछले दिनों बहन जी के पी ए मेवालाल गौतम का मुझ पर फोन आया था कि आपको मुनकाद अली के बेटे की शादी में नहीं जाना है वहां पर कादिर राणा और उनकी लड़की प्रत्याशी आएंगेऔर फोटो खींचेंगे इससे हमारे वहां के प्रत्याशी पर असर पड़ा सकता है।

शादी में जाने पर क्या कहा

प्रशांत गौतम आगे कहते हैं-मेरे और मुनकाद अली के पारिवारिक संबंध है क्योंकि वह हमारे हर फंक्शन में आते हैं और हम भी उनके हर फंक्शन में जाते हैं इसलिए हम शादी में गए जब हमने वहां जाकर के देखा कि वहां ना तो मुजफ्फऱनगर से कोई समाजवादी पार्टी का कार्यकर्ता था और ना ही उनकी बेटी जो चुनाव लड़ रही और ना ही कादिर राणा आए। हम यह नहीं समझ पाए कि किस तरह की हमको सजा दी गई है। हमने कोई पार्टी पार्टी विरोधी कोई कार्य नहीं किया मेरे पास जो बहन जी का मुझे आदेश दिया था उसे समय से पूरा किया। मुनकाद के बेटे की शादी में न जाने के आदेश के मेवा लाल की ऑडियो मेरे पास सुरक्षित है और जब भी मीडिया चाहेगी मैं प्रस्तुत कर दूंगा यह मनमाना आदेश है और इससे मेरठ के प्रत्येक कार्यकर्ता में रोष है।

वहीं पार्टी के स्थानीय एक बड़े नेता ने बताया कि बसपा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व राज्यसभा सांसद बाबू मुनकाद अली और पूर्व सांसद व सपा नेता कादिर राणा रिश्तेदारी में आपस में सगे समधी हैं। मुनकाद अली की बेटी सुंबुल राणा, कादिर राणा की पुत्रवधू और वर्तमान में मीरापुर सीट से सपा की प्रत्याशी हैं। इस कारण ही बसपा नेताओं को शायद मुनकाद अली के बेटे के वलीमा में शामिल होने से मना किया गया था।



Sonali kesarwani

Sonali kesarwani

Content Writer

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