Meerut: गन्ना खरीद की कीमत में बढ़ोतरी पर रालोद नेता बोले- मोदी सरकार..

Meerut News: वरिष्ठ किसान नेता डॉ.राज कुमार सांगवान ने न्यूजट्रैक से बातचीत में कहा कि केन्द्र सरकार ने किसानों की तकलीफ को ध्यान में रखते हुए एफआरपी बढ़ाया है यह ठीक है।

Sushil Kumar
Published on: 22 Feb 2024 2:54 PM GMT (Updated on: 22 Feb 2024 4:19 PM GMT)
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Meerut News (Pic:Newstrack)

Meerut News: गन्ना खरीद की कीमत में आठ फीसदी (एफआरपी) की बढ़ोतरी पर राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव एवं वेस्ट यूपी के वरिष्ठ किसान नेता डॉ.राज कुमार सांगवान ने न्यूजट्रैक से बातचीत में कहा कि केन्द्र सरकार ने किसानों की तकलीफ को ध्यान में रखते हुए एफआरपी बढ़ाया है यह ठीक है। 25 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी मोदी सरकार द्वारा की गई सबसे अधिक बढ़ोतरी है। इससे किसानों को राहत मिलेगी। साथ ही रालोद नेता ने यह भी कहा कि जिस तरह लागत बढ़ रही है उसके मद्देनजर यह और अधिक बढ़ाई जा सकती थी। उन्होंने कहा कि आज मिलों को गन्ना नहीं मिल पा रहा है। किसान कोल्हू पर अपना गन्ना दे रहे हैं क्योंकि उन्हें वहां अधिक लाभ मिल रहा है।

भारतीय किसान यूनियन जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने कहा कि भारत सरकार द्वारा गन्ने की एफआरपी 25 रुपए बढ़ाए जाने का निर्णय अच्छा है। परंतु उत्तर प्रदेश के किसानों को इसका फायदा तब मिले अगर भारत सरकार उत्तर प्रदेश सरकार को निर्देशित करे की एफआरपी के सापेक्ष एसएपी को भी यूपी में बढ़ाने का कार्य करे। जिससे असल में गन्ना किसानों को फायदा मिलेगा अन्यथा ये सब दिखावा ही साबित होगा। भारतीय किसान यूनियन बागपत के जिलाध्यक्ष प्रताप गुर्जर ने केंद्र सरकार द्वारा गन्ने पर एफआरपी बढ़ाने पर नाखुशी जाहिर करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 के चुनाव में मेरठ की अपनी रैली में इससे अधिक एफआरपी देने का वादा किया था।

भाकियू जिलाध्यक्ष ने कहा कि हम (किसान) उपभोक्ता भी है। पेट्रोल, डीजल, खाद, बीज हमें खरीदना भी पड़ता है। यह सब चीजे महंगी हो रही हैं। तो फिर किसानों की लगात के आधार पर गन्ने पर एफआरपी बढ़ाई जानी चाहिए। सरकारी कर्मचारियों का भी महंगाई के आधार पर भत्ता बढ़ता है तो फिऱ किसानों का क्यों नहीं बढ़ता। भारतीय किसान यूनियन पर केन्द्र सरकार से फैसले पर पुनर्विचार का गन्ने आग्रह करती है।

Durgesh Sharma

Durgesh Sharma

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