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Meerut Lok Sabha Seat: सपा में प्रत्याशियों की 'एक अनार-सौ बीमार' जैसी स्थिति

Meerut News: मेरठ में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों का नाम तय नहीं हो पा रहा है। अभी तक सपा से किसी ने नामांकन नहीं दाखिल किया है। इस बीच कल पार्टी ने उम्मीदवार भी बदल दिया है।

Sushil Kumar
Published on: 2 April 2024 2:10 PM GMT
सपा ने बदला मेरठ लोकसभा सीट से उम्मीदवार।
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सपा ने बदला मेरठ लोकसभा सीट से उम्मीदवार। (Pic: Social Media)

Meerut News: मेरठ में लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी तक समाजवादी पार्टी की तरफ से किसी ने नामाकंन का पर्चा दाखिल नहीं किया है। हालांकि पार्टी द्वारा एक बार नहीं बल्कि दो बार अलग-अलग प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की जा चुकी है। पहले 15 मार्च को सुप्रीम कोर्ट के वकील भानु प्रताप सिंह के नाम की घोषणा की गई। लेकिन,जब पार्टी के अंदर से भानू प्रताप सिंह को बाहरी बताते हुए उनके खिलाफ विरोध के स्वर तेज हुए तो फिर कल देर रात सरधना के विधायक अतुल प्रधान के नाम की घोषणा कर दी गई। पार्टी का विचार था कि इसके बाद पार्टी के अंदर मेरठ सीट को लेकर चल रही कलह थम जाएगी। लेकिन,ऐसा नहीं हो सका।

सपा से अब तक नहीं हुआ नामांकन

आलम यह है कि मेरठ लोकसभा सीट के लिए चुनाव लड़ने के लिए सरधना विधायक अतुल प्रधान के अलावा पार्टी के दो बड़े नेताओं भानु प्रताप सिंह व पूर्व विधायक योगेश वर्मा द्वारा नामांकन पत्र लिया जा चुका है। इनमें भानु प्रताप सिंह द्वारा तो नामाकंन प्रक्रिया शुरु होते ही नामांकन पत्र ले लिया गया था जबकि अतुल प्रधान व योगेश वर्मा द्वारा आज नामांकन पत्र लिया गया। इनके अलावा भी कई ऐसे नेता हैं जो कि मेरठ टिकट के लिए पिछले कई दिनों से लखनऊ में डेरा डाले बैठे हैं। इस तरह मेरठ सीट पर मुख्य रुप से सपा के तीन बड़े नेताओं ने दावेदारी की है, जिससे 'एक अनार सौ बीमार वाली' कहावत चरितार्थ हो रही है। एक तरफ जहां भाजपा प्रत्याशी अरुण गोविल आज अपने नामाकंन का पर्चा दाखिल कर जनसम्पर्क अभियान में जुट गये हैं। वहीं समाजवादी पार्टी में टिकट को लेकर लड़ाई थमने की बजाय और तेज होने लगी है। जाहिर है कि समाजवादी पार्टी के लिए मेरठ के लिए उम्मीदवार का चयन करना आसान काम नहीं लग रहा है।

अतुल प्रधान को दिया टिकट

भानु प्रताप सिंह के बाद जिस तेजी के साथ अतुल प्रधान के नाम की घोषणा हुई उसी तेजी के साथ उनका टिकट कटने की अटकलें पार्टी हलकें में गश्त करने लगी हैं। बताया जा रहा है अतुल प्रधान को लेकर पार्टी में इस बात को लेकर गुस्सा है कि आखिरी समय में टिकट की बाजी उनके ही हाथ कैसे आ जाती है। बता दें कि पिछले तीन साल में अतुल प्रधान तीन टिकट हासिल करने में सफल हो चुके हैं। मसलन,2022 में सरधना विधानसभा का टिकट जबकि इससे पहले इस सीट पर अतुल प्रधान 2012 में सपा के सिंबल पर भाजपा के संगीत सोम से हार गए और तीसरे नंबर पर रहे। इसके साल 2017 में भी सपा ने अतुल को ही प्रत्याशी बनाया। इस बार भी उन्हें हार मिली और भाजपा के संगीत सोम जीते थे। तीसरी बार यानी 2022 के विधानसभा चुनाव में अतुल को फिर से पार्टी ने टिकट दिया। सपा-रालोद गठबंधन के अतुल प्रधान 18 हजार 160 वोटों से जीते। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी भाजपा के फायर ब्रांड नेता संगीत सोम को हराया था। वर्ष 2023 में अतुल प्रधान अपनी पत्नी सीमा प्रधान को महापौर का टिकट दिलवाने में सफल रहे। हालांकि सीमा प्रधान चुनाव नहीं जीत सकी।

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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