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Meerut News: अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को लेकर सपा विधायक अतुल प्रधान ने शुरू किया आमरण अनशन, डाक्टर-सपा विधायक आमने-सामने
Meerut News: मंडलायुक्त ने अतुल प्रधान को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। इसके बाद अपनी घोषणा के तहत अतुल प्रधान कलक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी कार्यालय के पास अपने समर्थकों के साथ आमरण अनशन शुरू कर दिया।
Meerut News: मेडिकल थाना क्षेत्र में न्यूटिमा अस्पताल के बिल को लेकर हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में स्थानीय चिकित्सक और सपा विधायक अतुल प्रधान आमने-सामने डटे हैं। शुक्रवार को इस मामले को लेकर अतुल प्रधान ने मंडलायुक्त सेल्वा कुमार से मुलाकात की और पूरे मामले से अवगत कराया। मंडलायुक्त ने अतुल प्रधान को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। इसके बाद अपनी घोषणा के तहत अतुल प्रधान कलक्ट्रेट पहुंचे और जिलाधिकारी कार्यालय के पास अपने समर्थकों के साथ आमरण अनशन शुरू कर दिया।
सपा विधायक ने प्रशासन से की मुलाकात
इस मामले में आम आदमी पार्टी ने न सिर्फ सपा विधायक का समर्थन किया है बल्कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता भी आज सपा विधायक के धरने पर मौजूद रहे। सपा विधायक सहित आप जिलाध्यक्ष अंकुर चौधरी ने पुलिस, प्रशासन से मुलाकात की है। मेरठ विकास प्राधिकरण, प्रशासन से विधायक ने न्यूटिमा अस्पताल के नक्शे और मानकों के उल्लंघन की शिकायत करते हुए जानकारी मांगी है। विधायक ने अस्पताल के स्टाफ पर मरीज को तमंचा दिखाकर जबरन रुपए लूटने का आरोप भी लगाया है।
विधायक ने शुरू किया आमरण अनशन
बता दें कि बीते बुधवार को शहर के न्यूटीमा अस्पताल में भर्ती एक मरीज के बिल में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सपा विधायक अतुल प्रधान की चिकित्सकों और अस्पताल स्टॉफ के साथ नोंकझोंक हुई थी। इस दौरान हंगामा काफी बढ़ने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और किसी तरह मामला शांत कराया। बाद में इस मामले में अस्पताल संचालकों की ओर से देर रात अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड की तहरीर पर मेडिकल थाने में सपा विधायक सहित 40 लोागें पर मुकदमा लिखाया गया था। अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर लेकर विधायक ने आज पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार कलक्ट्रेट पर आमरण अनशन शुरू कर दिया।
इससे पूर्व उन्होंने पूरे मामले को लेकर मंडलायुक्त सेल्वा कुमार जयाराजन से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ न्यूट्रिमा अस्पताल की तरफ से जो मुकदमा दर्ज कराया गया है, वह गलत है। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह पीड़ित के साथ हैं यदि किसी डॉक्टर के साथ भी कोई गलत व्यवहार होता है तो वह डॉक्टर के साथ भी हैं। लेकिन, डॉक्टर को जहां एक तरफ रक्षक कहा जाता है तो वहीं आज वह भक्षक बना हुआ है। इसमें किसी भी अस्पताल संचालक को लूट की छूट नहीं दी जा सकती है। न्यूट्रिमा अस्पताल समिति अवैध रूप से संचालित हैं। जिनके पास एमडीए से नक्शा पास नहीं है, फायर से अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया, जो उत्पीड़न गरीब जनता का किया जा रहा है उसके लिए वह आवाज वह उठाते रहेंगे।