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Meerut News: मेरठ में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा-किसानों की मांगे जायज

Meerut News: ओपी राजभर ने न्यूजट्रैक से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि हम भी खेती करते हैं। देखते हैं कि लागत नहीं आ पा रही है। किसान परेशान है कि भई रेट निर्धारित हो जाए हमारा। इस मौके पर भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अंकित चौधरी भी मौजूद रहे।

Sushil Kumar
Published on: 23 Feb 2024 9:08 PM IST
Suheldev Bharatiya Samaj Party President Omprakash Rajbhar said - the demands of the farmers are justified
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सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा-किसानों की मांगे जायज: Photo- Newstrack

Meerut News: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने आज यहां किसानों की मांगो को जायज ठहराते हुए कहा कि देश का पेट किसान भरता है। मैं भी किसान का बेटा हूं। सच्चाई है कि किसान को लागत मूल्य नहीं मिल पा रही है। मेरठ में एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए आये ओपी राजभर ने न्यूजट्रैक से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि हम भी खेती करते हैं। देखते हैं कि लागत नहीं आ पा रही है। किसान परेशान है कि भई रेट निर्धारित हो जाए हमारा। इस मौके पर भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य अंकित चौधरी भी मौजूद रहे।

माहौल पूरी तरह हमारे पक्ष में- ओमप्रकाश राजभर

जब उनसे (ओपी राजभर) से पूछा गया कि आप भी सहयोगी के रुप में सरकार चलाने वालों के साथ है तो आपने अपने स्तर से किसानों की मांगों के समाधान के लिए क्या प्रयास किये हैं। इस सवाल के जवाब में ओपी राजभर कहते हैं- जब भी बैठक होती है तब हम इस बात को रखते हैं। वर्तमान चुनावी माहौल पर पूछे जाने पर ओपी राजभर का कहना है कि माहौल पूरी तरह हमारे पक्ष में है। आज की जो प्रदेश की राजनीति की सच्चाई है। उसमें बसपा, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी बुरी तरह पीट रही है और बीजेपी अपने शीर्ष पर है। चुनाव में कितनी सीटें जीतने की संभावना है के सवाल पर उन्होंने कहा कि देखिए लड़ाई तो कहीं है ही नहीं। कांग्रेस और सपा मिल कर 2017 में विधानसभा चुनाव लड़े तो दोनो मिलकर कुल 54 सीटें जीते। 2019 लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा मिलकर लड़े तो 15 लोकसभा सीटे जीते। मतलब 75 विधानसभा और 22 में ओम प्रकाश राजभर के साथ अखिलेश 125 सीटें जीते। फिर हसंते हुए बोले यह मेरा नहीं चुनाव आयोग का डाटा है।

ओपी राजभर ने कहा कि जब हम बीजेपी के साथ थे तो 325 जीते हम हट गये तो फिर 264 पर आ गए। 2024 लोकसभा चुनाव में कितनी सीटों पर आपकी लड़ने की तैयारी है के सवाल पर ओपी राजभर कहते हैं-यूपी में हम तीन सीट लड़ने की बात करते हैं नेतृत्व से और दो सीट मिली है। हमको बिहार में भी लड़ने की बात है। वैसे अभी तक सीटों का बटवारा नहीं हुआ है किसी का। कौन-कौन सी सीट आपने मांगी है के सवाल पर ओपी राजभर कहते हैं- बात हुई थी पीएम साहब से उन्होंने(पीएम) ने कहा कि आपकी जरुरत हमको है भाई आप घबराओ मत। जब दौर आएगा तब सब ठीक हो जाएगा। घबराने की बात नहीं है। यूपी में हमने तीन सीट मांगी है। जबकि बिहार में दो। पूर्वाचंल में 28 लोकसभा सीट हैं इनमें कोई सी भी सीट दे देंगे तो कोई दिक्कत नहीं है। अब तो इधर भी कोई दिक्कत नहीं है।

देश में वैश्य रेजीमेंट भी बनना चाहिए- ओमप्रकाश राजभर

बागपत,सहारनपुर,अलीगढ़,शामली,एटा,इटावा,कन्नोज,झांसी,जालौन आदि कई जगह हमने कई कार्यक्रम किए हैं जो कि सफल रहे हैं। आरएलडी प्रमुख जयंत के एनडीए में आने का कुछ प्रभाव पड़ेगा या नहीं के सवाल पर ओपी राजभर तपाक से कहते हैं-पड़ेगा,जरुर पड़ेगा। ओपी राजभर का यह भी कहना है कि देश में वैश्य रेजीमेंट भी बनना चाहिए। वे कहते हैं- लंबे समय से देश में सरकारें विभिन्न पार्टियों की बनती आई हैं। इस देश में राजपूत जागृत हुआ अपनी सुरक्षा को लेकर तो राजपूत रेजीमेंट बना लिया। जाट जागृत हुआ तो जाट रेजीमेंट बना लिया। सिख जागृत हुआ तो सिख रेजीमेंट बन गया। इस देश में सबसे ज्यादा टेक्स अगर कोई देता है तो व्यापारी वर्ग देता है। तो फिर इनके लिए वैश्य रेजीमेंट क्यों नहीं बन पाता है। या तो इनके नेता नहीं बोल पाते हैं। बाहर तो बोलते हैं अंदर नहीं बोल पाते हैं।

इस वजह से नहीं बनता होगा। जबकि इसकी जरुरत है। अब तो थोड़ा सहूलियत मिली। वरना सबसे ज्यादा टैक्श तो व्यापारियों से जाता था। हम इस बात के पक्षधर हैं कि व्यापारियों के बच्चों को भर्ती कर दीजिए। हम तो जहां भी जाते हैं लोंगो से कहते रहते हैं कि भाई अपनी लड़ाई लड़ो। खुदा भी उसी की मदद करता है जो अपनी मदद के लिए तैयार हो। चौथे स्तंभ की ही बात करें तो मीडिया के लिखने से कितने ही विधायक,सांसद,मंत्री,मुख्यमंत्री बने होंगे। लेकिन आज तक किसी नेता ने यह नहीं सोचा कि जो पत्रकार आयोग का गठन क्यों नहीं। आज तक फोटोग्राफर बीमा योजना तक नहीं हो पाया।



Shashi kant gautam

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