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Meerut News: बीजेपी सरकार विरोधी … अपने ही पुराने ट्वीट को लेकर ट्रोल हो रहे जयंत चौधरी, पार्टी नेता परेशान
Meerut News: आरएलडी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. मैराजपउद्दीन ने कहा, 'ये सब गलत बातें हैं। जयंत जी ने पार्टी और किसानों के हित में फैसला पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की राय लेने के बाद ही लिया।
Meerut News: जयंत चौधरी ने आखिरकार आगामी लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। इस बीच जयंत चौधरी के बीजेपी सरकार विरोधी पुराने बयानों की कुछ दिनों से लगातार चर्चा हो रही है, खासकर उस बयान की जिसमें उन्होंने भाजपा के साथ जाने के बारे में पूछने पर कहा था, 'चवन्नी थोड़ी हूं जो पलट जाऊंगा'। विपक्षी इस बयान की याद दिलाकर जयंत चौधरी पर कटाक्ष कर रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया पर उनके इस पुराने बयान को वायरल कर उनका मजाक बनाया जा रहा है।
इक्वेलिटी नाम के एक यूज़र ने जयंत चौधरी का पुराना बयान भाषण शेयर किया है। इसमें जयंत चौधरी कह रहे हैं, "ये सरकार बड़ी ज़ालिम सरकार है. झूठी सरकार है...." अंसार नाम के एक यूजर ने लिखा, "मौजूदा राजनीति में विचारधारा की कोई हैसियत नहीं."चिराग नाम के एक यूजर ने लिखा, अब मत बोलना कोई भी भाई चवन्नी पलट गई। विशाल यादव नाम के यूजर ने जयंत का ताजा बयान शेयर किया है जिसमें वह भाजपा में शामिल होने के सवाल पर कह रहे हैं- मैं किस मुहं से मना करुं... यूजर लिखता है- जिस मुहं से लट्ठ खाए थे. . .।
इस बारे में जब न्यूजट्रैक ने आरएलडी के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. मैराजपउद्दीन से उनकी प्रतिक्रिया पूछी तो उन्होंने कहा, 'ये सब गलत बातें हैं। जयंत जी ने पार्टी और किसानों के हित में फैसला पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं की राय लेने के बाद ही लिया। जयंत जी का वायरल बयान 2022 चुनाव दौरान का है। उस समय के चुनावी माहौल के आधार पर ही उन्होंने अपना बयान दिया था। अब 2024 का चुनाव है।
दरअसल, आरएलडी मुखिया जयंत चौधरी का यह वीडियो यूपी के 2022 विधानसभा चुनाव का है। इस वीडियो को खुद आरएलडी ने भी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर 27 जनवरी 2022 को पोस्ट किया था। इस सभा में जयंत चौधरी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था। उन्होंने बीजेपी से गठबंधन के ऑफर पर कहा था, "मैं कोई चव्वनी थोड़ी हूं जो ऐसे करके पलट जाऊंगा."
बता दें कि 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान अमित शाह ने दिल्ली में जाट नेताओं के साथ मुलाक़ात की थी। इस दौरान राष्ट्रीय लोकदल नेता चौधरी जयंत सिंह का भी ज़िक्र हुआ। जयंत ने इस चुनाव में अखिलेश यादव की सपा के साथ हाथ मिलाया था। बीजेपी नेताओं ने जयंत चौधरी के लिए दरवाज़े खुले होने की बात भी कही। हालांकि जयंत ने उसी दिन ट्वीट करके बीजेपी के न्योते को ख़ारिज़ करने के बाद एक कार्यक्रम में सपा के साथ गठबंधन पर कहा कि 'वे कोई चवन्नी नहीं हैं जो कि पलट जाएं'।
उन्होंने आगे कहा, ''भाईचारे से किसको एलर्जी है। लेकिन बीजेपी के नेता उस समय कहां थे जब किसानों को कुचला गया था। वो आज भी मंत्री बनकर बैठे हैं। सपा के साथ चुनाव लड़ने का फ़ैसला सोच समझकर किया गया है। लोग उन्हें हल्के में न लें.''उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि उनसे हमदर्दी जताना बीजेपी का चुनावी पैंतरा है, जबकि सच तो यही है कि बीजेपी को उनसे ज़्यादा दिली लगाव नहीं है।