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Meerut News: थम नहीं रहा गन्ने का गदर, भाकियू ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव
Meerut News: उत्तर प्रदेश में गन्ना मूल्य घोषित किये जाने की मांग को लेकर किसान संगठन लगातार आंदोलन कर रहे हैं।
Meerut News: उत्तर प्रदेश में गन्ना मूल्य घोषित किये जाने की मांग को लेकर किसान संगठन लगातार आंदोलन कर रहे हैं। शुक्रवार को भी गन्ना मूल्य वृद्धि, गन्ना भुगतान, आवारा पशु, मुफ्त बिजली और अन्य क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर मेरठ में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी की अगुवाई में किसानों और कार्यकर्ताओं ने जिला कलक्ट्रेट का घेराव किया।
इस दौरान भाकियू कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन एडीएम सिटी को सौंपा है। वहीं, किसानों और भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने जिलाधिकारी को बुलाने की मांग की, जिसके बाद जिलाधिकारी दीपक मीणा ने उनके बीच पहुंच कर किसानों से वार्ता की। जिलाध्यक्ष ने बताया कि जल्द समस्याओं का समाधान न होने पर बड़े आंदोलन का बिगुल फूंका जाएगा। इस दौरान संघठन के सभी कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे।
भाकियू नेताओं का कहना है कि पिछले दस सालों में चीनी सबसे महंगी हुई है। चीनी मिल मालिक शीरे को 1300 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बेच रहें है, खोई भी 300 रुपये के हिसाब से बिक रही है। ऐसे में केवल किसान को ही नुकसान हो रहा है। भाकियू नेताओं के अनुसार पंजाब और हरियाणा में सरकार ने गन्ना मूल्य घोषित कर दिया है। जबकि, यूपी के गन्ना किसानों को अब भी इस वर्ष के गन्ना मूल्य निर्धारण का इंतजार है।
यूपी सरकार अब पेराई सत्र 2023-24 के लिए तत्काल गन्ना मूल्य घोषित करे। प्रदेश के लाखों गन्ना किसान परेशान हैं। उनमें असमंजस की स्थिति बनी हुई है। किसान चाहते हैं कि उन्हें पंजाब से भी अधिक गन्ने का मूल्य मिले। पंजाब में गन्ने का मूल्य 391 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। हरियाणा सरकार ने नवंबर में ही गन्ना मूल्य बढ़ा दिया था। वहां इस समय गन्ने का मूल्य 386 रुपये प्रति क्विंटल है। इतना ही नहीं हरियाणा सरकार ने इसके अगले वर्ष के लिए भी अभी से मूल्य निर्धारण कर दिया है। अगले साल के लिए गन्ने का रेट 400 रुपये प्रति क्विंटल होगा। जबकि, यूपी में गन्ने का मूल्य 350 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है।