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Meerut News: एटीएम में कैश डालने के दौरान की लाखों की चोरी, सिक्योर वेल्यू कंपनी का कर्मचारी और उसका साथी गिरफ्तार
Meerut News: वर्तमान में एसबीआई बैंक द्वारा एटीएम में पैसा डालने का टेन्डर सिक्योर वेल्यू कम्पनी से हिताची कम्पनी को दे दिया गया । चूंकि इस क्षेत्र के सभी एटीएम का कस्टोडियन में ही था।
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Meerut News: मेरठ में एटीएम से रुपये की चोरी के आरोप में सिक्योर वेल्यू कम्पनी का कर्मचारी और उसका एक साथी गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गये आरोपी कर्मचारी का काम एसबीआई के एटीएम में कैश भरना था। इसी दौरान आरोपी द्वारा कई बार में लाखों रुपये चोरी कर लिए और बाकी कैश को एटीएम में डाल दिया। हालांकि पुलिस को इसकी जानकारी हो गई जिसके बाद उनका भेद खुल गया। जिसके बाद इनको गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से करीब 14 लाख रुपए नगद,एटीएम का हुड और वाल्ट खोलने की दो चाबी बरामद हुई है। इसके अलावा बैंक ऑफ़ बड़ौदा में अभियुक्त के खाते में जमा 35 लाख रुपये सीज करवा दिए गए हैं।
नगर पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि जनपद मेरठ में हो रही एटीएम से पैसे चोरी/गबन की घटनाओं का खुलासा स्वॉट टीम नगर व थाना सदर बाजार पुलिस द्वारा करते हुए दो अभियुक्तों शुभांशू शर्मा और कपिल को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस टीम की अगुवाई स्वॉट टीम प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार मिश्रा और थाना सदर बाजार प्रभारी मुनेश कुमार शर्मा कर रहे थे।
पूछताछ में अभियुक्त शुभांशू शर्मा द्वारा बताया गया कि मैं पिछले करीब पांच वर्षों से सिक्योर वेल्यू कम्पनी जो कि एसबीआई में कैश डालने का काम करती है में कस्टोडियन के पद पर कार्य कर रहा हूँ । इसमें मेरी जिम्मेदारी है कि कम्पनी द्वारा एटीएम के लिए दिया गया रूपया एटीएम मशीन में सुरक्षित डालना होता है । जब मैने शुरू में एटीएम में रूपया डालना शुरू किया तो ज्यादा रूपया देखकर मेरे मन में लालच आने लगा और मैनें एटीएम में रखने वाले रूपयो में से थोड़े थोड़े रूपये अपनी जरूरत के लिए निकालने शुरू कर दिये। क्योंकि सारे एटीएम में मेरे द्वारा ही पैसा डाला जाता था ।
जब बैंक एटीएम का ऑडिट कम्पनी के ऑडिटर द्वारा की जाती तो मैं दूसरे एटीएम से रूपये निकालकर उसी एटीएम में पूर्ति कर दिया करता था । मेरा काम ठीक से चल रहा था और मैने इस तरह रूपये चोरी / गबन करने का कार्य जारी रखा । वर्तमान में एसबीआई बैंक द्वारा एटीएम में पैसा डालने का टेन्डर सिक्योर वेल्यू कम्पनी से हिताची कम्पनी को दे दिया गया । चूंकि इस क्षेत्र के सभी एटीएम का कस्टोडियन में ही था । सिक्योर वेल्यू कम्पनी की ओर से मेरे द्वारा सभी एटीएम का कैश हिताची कम्पनी को कैश क्लीयर करके हैण्डओवर करना था ।
इसी के क्रम में 17 फरवरी को मैनें हिताची कम्पनी के एटीएम आपरेटर रोहित सांगवान व आशीष कुमार को सब एरिया कैण्टीन के पास वाला एसबीआई एटीएम व उमराव एन्क्लेव में लगे एसबीआई एटीएम का कैश क्लियर कर हैण्डओवर कर दिया था तथा हिताची के कस्टोडियन को एटीएम आपरेट करना व पासवर्ड सेट करना सिखाया था । इसी के चलते जब वह लोग पासवर्ड सेट कर रहे थे तो मैनें चुपके से उनके पासवर्ड देख लिये थे । उसके बाद मैनें 23 फरवरी को 44वी वाहिनी पीएसी लोहियानगर मेरठ के गेट पर लगे एसबीआई एटीएम में 30 लाख रूपये निकाले थे तथा उनमे से उसी दिन दिल्ली रोड थाना ब्रह्मपुरी मेरठ के एसबीआई एटीएम में 19 लाख रूपये डाले थे।
27 फरवरी को मैं अपनी बाईक से एसबीआई मेन ब्रान्च मेरठ आया तथा वहाँ से ई-रिक्शा करके वेटर्नस रोड पश्चिम यू०टी० सब एरिया में लगे एसबीआई के एटीएम पर आया तथा उसका पासवर्ड से लॉक खोलकर 23 लाख 73 हजार रूपये निकाले उसके बाद में अगले दिन यानी 28 फरवरी को उमराव एन्क्लेव में लगे एसबीआई एटीएम पर आया तथा यहाँ से एटीएम के पासवर्ड से लॉक खोलकर 14 लाख 81 हजार 600 सौ रूपये निकाल लिये और बैंक ऑफ बडौदा गंगानगर ब्रान्च में 35 लाख 47 हजार रूपये जमा कर दिये थे। अभियुक्त ने आगे बताया कि मैं जब एटीएम से पैसे निकालता था तो मेरा एक दोस्त कपिल कुमार पुत्र फसली निवासी बहजादपुर थाना फलावदा जनपद मेरठ मेरे साथ एटीएम में जाकर सीसीटीवी कैमरा की तार काटने का काम करता था ताकि हम फुटेज से बच सके तथा मैं उसको भी इस काम के लिए रूपये दे चुका हूँ ।